पाठक मित्रो !
सादर नमस्कार !
पंडित जी जब हवन,शादी और यज्ञ आदि हमारे लिए करवाते हैं तो वो यजमान के हाथ में जल,अक्षत और पुष्प आदि रखकर एक संकल्प लेते हैं ,जिसमें वे भगवान को कहते हैं कि मैं अमुक व्यक्ति के अमुक कार्य हेतु जो "जम्बूद्वीप के भारत खंड के,अमुक नगर में रहता है ",के लिए ये धार्मिक अनुष्ठान करने का संकल्प लेता हूँ ! मेरा ये कार्य इस यजमान के इच्छुक कार्य को करवाने में सहायक हो !यानिकि सदियों से हमारे भारतवर्ष के बारे में बताया जाता है कि हमारा भारत कितना बड़ा था !हमें ये भी सिखाया गया कि हे मनुष्य ! क्या तू लेकर आया है? और क्या तू लेकर जायेगा ?इसलिए हमसे जो कोई भी वस्तु हमसे मांगता है हम उसे वो वस्तु दे देते हैं !इसलिए हमारे बुजुर्गों ने बहुत कुछ बहुत से लोगों को अलग अलग समय काल में दान दे दिया !
चाइना को भी हमने समय समय पर अपना बड़ा भूखंड दे दिया !हमने पाकिस्तान बना दिया ,बांग्ला देश बना दिया और युद्ध में जीते हुए बड़े इलाके भी हमने पाकिस्तान को दे दिए !चाइना को पता चला कि ये लोग दे तो देते ही हैं ,चलो अब मांगते नहीं सीधे अपनी सेना को भेज कर कब्ज़ा ही कर लेते हैं !अब हर चीज भारत में वोट के साथ "तुलती "है तो वोट लेने हेतु आज भारत का विपक्ष कह रहा है कि हमारी जमीन पर चीन कैसे आ गया ? वहीँ सरकार वोट हेतु कह रही है कि " भारत की एक इंच भूमि पर भी चीन ने कोई कब्ज़ा नहीं किया है "!
जबकि असलियत ये है कि सन 1945 तलक चीन की सीमा भारत के साथ लगती ही नहीं थी ! ये कब्जे कुछ मुगलों के शासन,फिर अंग्रेजों के शासन और फिर कांग्रेस के शासन में ही हुए ! ये अंग्रेज भारत को जाते जाते जो "कांग्रेस और कोम्युनिस्ट नामक जीव -जंतु" दे गए हैं यही भारत को आर्थिक रूप ,सामरिक रूप और विकास रूप से कमजोर कर रहे हैं ! इन्होने अपने "प्यादे" भी बहुत बना लिए हैं ! "कुत्ते"भी पाल लिए हैं ! इनसे ये लोग जहाँ भारत तरक्की करने लगता है वहीँ हड़ताल करवा देते हैं !किसानों की फसल अच्छी होने लगे तो किसानों में कई प्रकार के भ्रम फैला देते हैं !रेलवे व बस कर्मचारियों को ज्यादा लाभ दिलाने के चक्कर में देश की प्रगति को रोक देते हैं !जब इनकी सरकार बन जाती है तो ये सभी "आराम" करते हैं !
आज का विपक्ष देश में भी घोटाले करता था और चीन-पाकिस्तान-अमेरिका व रूस से धन लेकर उनके हित साधता है ! एन डी ए में भी अब इमानदारी ढूंढने से ही मिलती है ! इसलिए भारतीयों !! चौकस रहिये ! होशियार रहिये ! जो कोई भी आपको बात कहे !,उस पर विश्वास तभी करें जब आपने उस बात की चारों दिशाओं के बारे में अच्छी तरह से जान लिया हो !कोई जरुरी नहीं है की कोई अगर ये कहे कि गरीब के हाथ में 7500 /-रूपये सरकार को देने चाहिए !तो वो कोई गरीबों की मदद करना चाहता है !इसके पीछे उसका मकसद देश का खजाना खाली करवाना भी हो सकता है ताकि सरकार आर्थिक रूप से मजबूत न हो सके ,या फिर कोई हथियार न खरीद सके !जब कोई नेता ये कहे कि किसानों को फसलों के दाम ज्यादा मिलने चाहियें ,तो उसका मकसद ये भी हो सकता है कि बाजार में खाद्यानों की कीमतें बढ़ें और जनता में सरकार के प्रति अविश्वास बढे ! आदि आदि !
सजग रहें !
प्रिय मित्रो !
सादर नमस्कार !
कुशलता के आदान-प्रदान पश्चात् समाचार ये है कि हमारे इस ब्लॉग में ज्वलन्त विषयों पर लेख-टिप्पणियां होती हैं।जो मित्र पढ़ने में रूचि रखते हों,अवश्य पढ़ें,फिर अपने मित्रों को शेयर करें और अपने अनमोल कॉमेंट्स भी रोज़ाना लिख्खा करें।इसका लिंक ये है - www.pitamberduttsharma.blogspot.com. मुझसे संपर्क करने हेतु मेरा ई मेल एड्रेस ये है - pitamberdutt.sharma@gmail.com. मेरा मोबाईल नम्बर ये है - 9414657511. सधन्यवाद ! आपका अपना मित्र पीताम्बर दत्त शर्मा,1/120,आवासन मंडल कालोनी,वार्ड नम्बर 10,सूरतगढ़।जिला श्रीगंगानगर,राज. भारत
सादर नमस्कार !
पंडित जी जब हवन,शादी और यज्ञ आदि हमारे लिए करवाते हैं तो वो यजमान के हाथ में जल,अक्षत और पुष्प आदि रखकर एक संकल्प लेते हैं ,जिसमें वे भगवान को कहते हैं कि मैं अमुक व्यक्ति के अमुक कार्य हेतु जो "जम्बूद्वीप के भारत खंड के,अमुक नगर में रहता है ",के लिए ये धार्मिक अनुष्ठान करने का संकल्प लेता हूँ ! मेरा ये कार्य इस यजमान के इच्छुक कार्य को करवाने में सहायक हो !यानिकि सदियों से हमारे भारतवर्ष के बारे में बताया जाता है कि हमारा भारत कितना बड़ा था !हमें ये भी सिखाया गया कि हे मनुष्य ! क्या तू लेकर आया है? और क्या तू लेकर जायेगा ?इसलिए हमसे जो कोई भी वस्तु हमसे मांगता है हम उसे वो वस्तु दे देते हैं !इसलिए हमारे बुजुर्गों ने बहुत कुछ बहुत से लोगों को अलग अलग समय काल में दान दे दिया !
चाइना को भी हमने समय समय पर अपना बड़ा भूखंड दे दिया !हमने पाकिस्तान बना दिया ,बांग्ला देश बना दिया और युद्ध में जीते हुए बड़े इलाके भी हमने पाकिस्तान को दे दिए !चाइना को पता चला कि ये लोग दे तो देते ही हैं ,चलो अब मांगते नहीं सीधे अपनी सेना को भेज कर कब्ज़ा ही कर लेते हैं !अब हर चीज भारत में वोट के साथ "तुलती "है तो वोट लेने हेतु आज भारत का विपक्ष कह रहा है कि हमारी जमीन पर चीन कैसे आ गया ? वहीँ सरकार वोट हेतु कह रही है कि " भारत की एक इंच भूमि पर भी चीन ने कोई कब्ज़ा नहीं किया है "!
जबकि असलियत ये है कि सन 1945 तलक चीन की सीमा भारत के साथ लगती ही नहीं थी ! ये कब्जे कुछ मुगलों के शासन,फिर अंग्रेजों के शासन और फिर कांग्रेस के शासन में ही हुए ! ये अंग्रेज भारत को जाते जाते जो "कांग्रेस और कोम्युनिस्ट नामक जीव -जंतु" दे गए हैं यही भारत को आर्थिक रूप ,सामरिक रूप और विकास रूप से कमजोर कर रहे हैं ! इन्होने अपने "प्यादे" भी बहुत बना लिए हैं ! "कुत्ते"भी पाल लिए हैं ! इनसे ये लोग जहाँ भारत तरक्की करने लगता है वहीँ हड़ताल करवा देते हैं !किसानों की फसल अच्छी होने लगे तो किसानों में कई प्रकार के भ्रम फैला देते हैं !रेलवे व बस कर्मचारियों को ज्यादा लाभ दिलाने के चक्कर में देश की प्रगति को रोक देते हैं !जब इनकी सरकार बन जाती है तो ये सभी "आराम" करते हैं !
आज का विपक्ष देश में भी घोटाले करता था और चीन-पाकिस्तान-अमेरिका व रूस से धन लेकर उनके हित साधता है ! एन डी ए में भी अब इमानदारी ढूंढने से ही मिलती है ! इसलिए भारतीयों !! चौकस रहिये ! होशियार रहिये ! जो कोई भी आपको बात कहे !,उस पर विश्वास तभी करें जब आपने उस बात की चारों दिशाओं के बारे में अच्छी तरह से जान लिया हो !कोई जरुरी नहीं है की कोई अगर ये कहे कि गरीब के हाथ में 7500 /-रूपये सरकार को देने चाहिए !तो वो कोई गरीबों की मदद करना चाहता है !इसके पीछे उसका मकसद देश का खजाना खाली करवाना भी हो सकता है ताकि सरकार आर्थिक रूप से मजबूत न हो सके ,या फिर कोई हथियार न खरीद सके !जब कोई नेता ये कहे कि किसानों को फसलों के दाम ज्यादा मिलने चाहियें ,तो उसका मकसद ये भी हो सकता है कि बाजार में खाद्यानों की कीमतें बढ़ें और जनता में सरकार के प्रति अविश्वास बढे ! आदि आदि !
सजग रहें !
प्रिय मित्रो !
सादर नमस्कार !
कुशलता के आदान-प्रदान पश्चात् समाचार ये है कि हमारे इस ब्लॉग में ज्वलन्त विषयों पर लेख-टिप्पणियां होती हैं।जो मित्र पढ़ने में रूचि रखते हों,अवश्य पढ़ें,फिर अपने मित्रों को शेयर करें और अपने अनमोल कॉमेंट्स भी रोज़ाना लिख्खा करें।इसका लिंक ये है - www.pitamberduttsharma.blogspot.com. मुझसे संपर्क करने हेतु मेरा ई मेल एड्रेस ये है - pitamberdutt.sharma@gmail.com. मेरा मोबाईल नम्बर ये है - 9414657511. सधन्यवाद ! आपका अपना मित्र पीताम्बर दत्त शर्मा,1/120,आवासन मंडल कालोनी,वार्ड नम्बर 10,सूरतगढ़।जिला श्रीगंगानगर,राज. भारत