Friday, April 21, 2017

"कुछ नहीं ,है भाता ,जब रोग ये लग जाता".....!!! - पीताम्बर दत्त शर्मा (स्वतंत्र टिप्पणीकार) मो.न.+ 9414657511

वैसे तो मित्रो,! सभी रोग बुरे होते हैं !लेकिन कुछ रोग तो हमारा पीछा छोड़ देते हैं और कुछ आदमी की मौत तलक साथ देते हैं !पुराने जमाने में ऐसे बुरे चंद ही रोग हुआ करते थे जो आदमी को "मौत"तलक पंहुचा कर ही दम लेते थे !जिनमे एक प्रेम रोग भी हुआ करता था ,जो बड़ा ही घातक होता था !इस रोग के बारे में बड़े ग्रन्थ,नाटक और चलचित्र वर्णन करते आपको मिल जाएंगे ! जैसे जैसे विज्ञानं ने तरक्की करके हमें आलसी,निट्ठल्ला और ना जाने क्या क्या बनाया ,वैसे वैसे हमारे मन-मस्तिष्क और शरीर को कई नए रोगों से ग्रस्त करके दिखाया !हर रोज़ बड़े मुल्कों के वैज्ञानिक किसी ना किसी नए रोग के बारे में हमें बताते हैं ,ये भी बताते हैं कि ये रोग उनकी फलानि गलतियों के कारण से हुआ !जैसे कार बनाई तो धुंए का प्रदूषण हुआ श्वास की बीमारी आम हो गयी !वगैरह वगैरह !
                   आज मैं कई दिनों बाद आपसे रूबरू हो रहा हूँ इस ब्लॉग के माध्यम से ,उसका भी कारण मेरी बीमारियां और देश में फ़ैल चुकीं कई घातक बीमारियां ही हैं ! मुझे पिछले कई महीनो से ,बीपी,शुगर,तेज धड़कन और जोड़ों में दर्द की शिकायतें हैं ! चिकित्सिक लोग चीनी,घी और तेल छोड़ने की हिदायतें दे रहे हैं !देश में इंटरनेट प्रयोग के साथ साथ भ्रष्टाचार आदि की सारी बीमारियां चल ही रही हैं !जो बड़ी घातक हैं !अब तो जो आदमी टीवी ज्यादा देख लेता है वो भी घातक बीमारी का शिकार हो जाता है !
                            2011 से मैं इंटरनेट चला रहा हूँ !मुझे ये बीमारी होना भी जरूरी है !देश में फ़ैल चुकी साड़ी बुराइयों और बिमारियों पर मैं अपने विचार लगभग लिख चूका हूँ ,और आप सभी पाठकों ने उसे सराहा भी है एवं अपने कॉमेंट्स भी दिए हैं ! देश के कई नामचीन अखबारों और पत्रिकाओं ने उसे प्रकाशित भी किया है !लेकिन मैं भी एक इंसान हूँ जी ! बुराइयों के बारे में लिखते लिखते रोग ग्रस्त सा हो गया तो मैंने निर्णय लिया कि कुछ दिन रेस्ट करता हूँ !या किसी और विषय पर लिखूंगा !तो आज आपके सामने ये विषय लेकर आया हूँ ! आप सब अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख्खें !उसी से सारे सुख आते हैं ! वो कहते हैं ना कि "पहला सुख ,निरोगी काया "!दूसरा सुख ,बहुत सारी माया !"लाल बत्ती"लगानी छोड़ दी मैंने ,शराफत...!!
                जय हिन्द ,जय भारत !





प्रिय "5TH पिल्लर करप्शन किल्लर"नामक ब्लॉग के पाठक मित्रो !सादर प्यारभरा नमस्कार !आप मेरा साथ पिछले 7 वर्षों से दे रहे हैं !मैं आपका हृदय से आभारी हूँ !आपने ना केवल मेरे और मेरे मित्रों के लेखों को पढ़ा,बल्कि उसे अपने मित्रों संग शेयर भी किया ,पसंद किया और उस पर जाकर कॉमेंट भी लिखे ! जो मेरे लिए ना केवल अनमोल थे , साथ ही साथ मेरे लिए वो प्रेरणादायी भी थे !कई मित्रों ने तो मेरा ब्लॉग ज्वाइन भी किया है !कई समाचार पत्रों-पत्रिकाओं ने मेरे लेख प्रकाशित भी किये ! उनका भी मैं आभारी हूँ !आप सबकी इस अनुकम्पा से ही आज मेरे पाठकों की संख्या अगर मैं सभी माध्यमों की जोड़ दूँ तो तक़रीबन दस लाख(१०,०००००. )बनती है !क्योंकि ब्लॉग पर लिखी सामग्री गूगल+,ट्वीटर,फेसबुक और उसके कई ग्रुपों के साथ साथ मेरे पेज पर भी डाली जाती है !
                         मैं बड़े ही गर्व के साथ कह सकता हूँ की मेरे ब्लॉग को माननीय प्रधानमंत्री श्री मान नरेंद्र मोदी जी और माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा श्री मान अमित शाह जी भी पढ़ते हैं !उन्होंने मुझे ट्वीट भी किये हैं ! कई बड़े लेखक और लेखिकाएं,कवी-कवित्रियाँ और स्वतंत्र टिप्पणीकार आदि भी जुड़े हैं जिससे मैं अपने आपको गौरवान्वित समझता हूँ !आशा करता हूँ की आप सबका मुझे और ज्यादा साथ मिलेगा ! फिर मैं बारी बारी से आप सबके शहरों में आकर मिलूंगा !आपसे और ज्यादा सीखूंगा !
                           आप सबसे अनुरोध है कि आप मुझे अपने अनमोल सुझाव देते रहा करें !
                               सधन्यवाद !
                                                  आपका अपना ,
                                                   पीताम्बर दत्त शर्मा,
                                                     सूरतगढ़ !

"5th पिल्लर करप्शन किल्लर", "लेखक-विश्लेषक एवं स्वतंत्र टिप्प्न्नीकार", पीताम्बर दत्त शर्मा ! 
वो ब्लॉग जिसे आप रोजाना पढना,शेयर करना और कोमेंट करना चाहेंगे !
 link -www.pitamberduttsharma.blogspot.com मोबाईल न. + 9414657511.
 इंटरनेट कोड में ये है लिंक :- https://t.co/iCtIR8iZMX.
 "5th pillar corruption killer" नामक ब्लॉग अगर आप रोज़ पढ़ेंगे,उसपर कॉमेंट करेंगे और अपने मित्रों को शेयर करेंगे !तो आनंद आएगा !मेरा इ मेल ये है -: "pitamberdutt.sharma@gmail.com.

1 comment:

  1. ठीक कहा -लत भी रोग जैसा सिर पर सवार रहती है.

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...