Friday, December 24, 2010

IS KALYUG MAIN FANSI SE BARHI SAJA KYAA??????????????????????

पाठक मित्रो ,कलयुग में विश्व के जयादातर देशों में फांसी को ही सबसे सख्त सजा समझा जाता है ! वंही कई देश इसे अमानवीय कदम बताते हैं !उनका मानना है कि हम अगर इन्सान को जिन्दा नहीं कर सकते तो मारने का भी हक़ हमें नहीं है ! भारत कि मौजूदा सरकार ने तो पद से त्यागपत्र देने को ही सबसे सख्त सजा मान लिया है !तभी तो जितने भी कांग्रेस पार्टी के लोगों ने घपले किये उनको त्यागपत्र दिला दिया ! सी .बी .आई . से छापे डलवा दिए , एक दो महीने अन्दर कर दिया ! ज्यादा हुआ तो दस पंद्रह साल केस चला दिया ------ लेकिन सजा किसी को नहीं हुई ! है न मानवीय अधिकारों कि रक्षक मनमोहन सरकार ??????????   मिडिया भी सुखराम ,कप्तान सतीश शर्मा ,आदि आदि को भूल जाता है , जनता तो है ही भूलने के लिए ,और करे भी क्या ? न्यूज चेनल वाले इतने ऊटपटांग प्रोग्राम दिखाते रहते हैं एक स्केंडल अप टू डेट कार्यक्रम बनाकर नहीं दिखा सकते  ??? चाइना में एक भ्रष्टाचारी की ही नहीं उसके सारे रिश्तेदारों की     संपत्ति जब्त करली और उसे सारी उम्र की कैद दे दी !---फ़ौरन निर्णय !!!!!   -------------------             बी .जे .पी.के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते हैं कि येदियोरापा का अपनों को जमीन सस्ती कीमत पर देना अनेतिक तो है पर गैर क़ानूनी नहीं ---------!!!!!!   वाह  भाई वाह शराफत हो तो ऐसी हो वरना न हो ! हे राम !!!!!!!!!!----     मोटा बेशरम ---------- मोटा नेता !!!!!!!

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...