Monday, December 27, 2010

wah ! ! ! uma ji wah ----------------------

एक कहावत है कि ईमानदारी पर धरती टिकी है ! इस कहावत को उमा भारती जी ने सही साबित कर दिया है !आज वे मान गई कि बी .जे .पी .में भी भ्रष्टाचार है !या यूँ कहें कि कहा आज है जानती तो पहले से थी ! फिर भी कहना होगा वाह उमा जी वाह ! ! ! शरीफ आदमी जाए तो जाए कहाँ ? ? ? मंदिर से लेकर राजनीती तक पापी ही पापी भरे पड़े हैं ! गुरु गोबिंद सिंह जी ने कहा था कि सवा लाख से एक लडाऊं तभी गोबिंद सिंह नाम कहाऊं ! लेकिन आज सिंह यानी शेर हैं कहाँ ? ? ?  आदमी तो दोगला और थाली का बैंगन हो गया है !कोई लाखों में एक शेर और शरीफ होता भी है तो नक्कार खाने में तूती की आवाज साबित होता है परमात्मा ने जब से इन्सान नामक जीव बनाया है तब से स्वयं भगवान को कितने ही अवतार लेने पड़े हैं और नजाने कितनी बार महापुरश बन कर प्रवचन दिए हैं परन्तु आदमी है की सुधरता ही नहीं ! ! ! !  बाबा राम देव जी भी सत्य की अलख जगाये बेठे हैं लेकिन पतानहीं जनता उनको कितना समर्थन देती है और कितने शरीफ लोग उनके साथ जुड़ पाते हैं ! आगे आगे देखिये होता है क्या ? ? ?  हे रा ---------------------------म  -------------नमस्ते ! ! ! जी

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