- हाय,दोस्तों!हाय-हाय,हाय-हाय|आपसोचरहे होगे की आज इसे क्या हो गया,इतनी हाय हाय क्यों लगा रखी है |नहीं दोस्तों ये हाय वैसी नहीं है जो नेताओं के खिलाफ होती है ,ये हाय हाय वैसी भी नहीं है जो चोट की पीड़ा से निकलती है ,ये तो मशहूर फ़िल्मी कामेडियन कलाकारश्रीवी.गोपाल की अदाकारी जैसी है,एक फिल्म में उन्होंने अंग्रेजी के "हाय" शब्द का मजाक दो बार हायहाय बोलकर उड़ाया था | पुराने ज़माने में जैसे राम राम दोबार कहते थे वेसे किसी अंग्रेजी लड़की ने फिलम में उनसे इंग्लिश में एकबार "हाय" बोला तोउन्होंनेरामरामकी तरह उसे दोबार"हाय हाय बोल दिया |वैसेही मैं आज आपको हायहाय कह रहा हूँ |छोड़ो जी ये, हायहाय ! मुद्दे पर आते हैं,"आरक्षण"५ साल तक के लिए देश आज़ाद होने के बाद लागु हुआ,ताकि उन पिछड़ चुके भारतियों में बराबरी लायी जा सके जोदेशके बंटवारे के दंश से या फिर देश में उस समय फैले जातिवाद से पीड़ित थे |परन्तु देशके नेताओं ने वोटों के लालच मेंआरक्षण आजतक न केवल जारीरखा है बल्कि उसे इस कदर उलझा दिया है कि अब कोई भी पार्टी उसे बंद नहीं कर सकती |ये एक ऐसा "बम्ब "हैजो परमाणु बम्बसेभी खतरनाक है | आज भारत वासी इतने टुकड़ों में बाँट दिया गया हैकि भारतवासी कंही दिखाई ही नहीं देता,दीखता हैतो बस ,"जातिवाद" |आरक्षण से कई जातियां भरपूर फायदे में है तो कई इतने पिछड़ गए हैंकि उनको २००% आरक्षण की दरकार है |क्या ये भ्रष्टाचार नहीं है??मैंतो कहता हूँ कि सरकार नेभी कई तरीकों से भ्रष्टाचार फैला रखाहै|जो हम लोग देख नहीं पा रहे| "बुधिजीविओ" जग जाओ !!!!!!!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
Wednesday, May 11, 2011
AARAKSHAN KA BHRASHTACHAAR ---------!!!!!! ----???????????
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