प्यारे दोस्तों,प्यार भरा नमस्कार !!भारतीय संस्कृति में कोई भी तीन चीज़ें मिल जातीं हैं तो इन्सान के लिए ज्यादा लाभदायक हो जातीं हैं | जैसे :- त्रिफला चूरन ,जो हरड,बिहेड़ा,आंवला से बनता है ,इस चूरन को खाने से पेट की कई बीमारियाँ दूर हो जाती हैं |इसी तरह से हिन्दुस्तान में तीन पेड़ों को बहुत महत्वपूरण मन जाता है ,पीपल,नीम,और बिल्वपत्र |तीन देवता,ब्रह्मा,विष्णु,और महेश,तीन देविआं,मां काली,मां लक्ष्मी,और मां सरस्वती, तो साहिब अब मार्किट में आ गया है,भ्रष्टाचार का त्रिफला चूरन ,जिसमें बाबु,नेता और माफिया शामिल है |इस चूरन के उपयोग से धन की वर्षा होने लगती है और वारे न्यारे होने लगते हैं|आज कल भारत में यह चूरन बहुत बिक रहा है |जब हमारे प्रधान मंत्री स.मनमोहन सिंह जी से पूछा गया की ये चूरन इतना क्यों बिक रहा है तो वो बोले कि,मेरे मंत्री क्या करते हैं मुझे बताते ही नहीं ,मुझे क्या पता ????सीधी सी बात है दोस्तों कि कलयुग में हर चीज कि कीमत है,और हर चीज बिकेगी ,अरे यारो मै भी तो बिकाऊँ हूँ ,बस सही कीमत लगाने कि जरूरत है ? फर्क सिर्फ इतना है कि मै अपना धर्म,ईमान,और देश हित किसी कीमत पर नहीं बेचूंगा ,लकिन ये कमीने यही सब बेचेंगे , क्यों ?? क्या मैंने गलत कहा ????? सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ही तुरंत निर्णय ले कर देश को बचा सकती है | क्योंकि उसका आदेश अपनेआप कानून बन जाता है |
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
प्रिय पाठक मित्रो ! सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...
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मेरे प्रिय " हंस - हंस्नियो मित्रो , धवल - शुद्ध नमस्कार !!! दलीप कुमार साहिब की एक फिल्म थी ,जिसमे हिन्दू...
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हिंदू शब्द वैदिक साहित्य में प्रयुक्त ' सिंधु ' का तदभव रूप है | वैदिक साहित्य में " सप्तसिंधु " शब्द का प्रयोग हुआ...
wow! nice blog.....................
ReplyDeletetriphla churan