मदीना की पाक मस्जिद के बाहर विस्फोट होने के बावजूद मुस्लिम धर्म से संबंधित लोग ये तय नहीं कर पा रहे कि निंदा करें तो किसकी करें ?तथाकथित धर्म-निरपेक्ष लोगों के कर्जदार पत्रकार लोग तो बेशर्म होकर आज भी सिर्फ भटके हुए नौजवान ही कहे जा रहे हैं !आतंकवाद हमारे गिरेबान तक पहुँच चुका है !रोज़ाना हत्याएं हो रही हैं !फिर भी सभी तरह की सरकारें उग्र्रवादियों सीधा मुकाबला करने से घबरा रही हैं !क्या वास्तव में हम में हौसले की कमी है ?या युद्ध में काम आने वाले संसाधनों और पैसे की कमी है ?किस चीज़ का डर हमें सता रहा है ?
मोदी जी ने अपना मंत्रीमंडल बड़ा कर लिया !कोई ख़ास बात नहीं ये हक़ है उनका !लेकिन पांच मंत्री हटा दिए गए ! ये नहीं बताया कि क्यों हटाए ? 15 अगस्त आने वाला है ! मोदी जी भारत की जनता को कैसे बता पाएंगे कि देश में राशन और सब्ज़ियों के दाम कम क्यों नहीं करवा पाये ?बेरोजगारी क्यों कम नहीं करवा पाए ?काला धन विदेशों से आम भारतीय के कहते में ना तो जमा होना था और ना ही होगा , क्योंकि वो तो केवल जनता को आम भाषा में समझने कहा गया था !लेकिन ये सवाल तो पूछा ही जाएगा कि अभी तलक वो सरकार के खाते में क्यों नहीं पहुंचा ?
अगर मनरेगा की मजदूरी 400 /-रूपये रोज़ाना करके इसे शहरों में भी लागू कर दिया जाए !सभी विभागों को कह दिया जाए कि दस लाख तक के काम मनरेगा मजदूरों से ही करवाए जाएँ साल में 300 दिन तो क्या देश से बेरोजगारी भाग नहीं जायेगी ?अगर हर फसल के काम से कम और ज्यादा सेज्यादा भाव तय कर दिए जाएँ तो क्या महंगाई काम नहीं हो जायेगी ?इसी तरह दवाइयों को भी सस्ते दामों में जनता को उपलब्ध करवाया जा सकता है !बिजली - पानी के बिलों में लगाए जा रहे टेक्सों को क्या हत्या नहीं जा सकता ?
जब आम आदमी के दिमाग में ऐसी कारगर योजनाएं आ सकती हैं जिनसे दिनों में ही नतीजे सामने आ सकते हैं तो हमारे नेताओं के दिमाग में ये सब क्यों नहीं आता है जी ??क्या सभी दलों के नेता "समस्याओं"को ज़िंदा रखे रहना चाहते हैं ?इसी लिए तो मैंने शीर्षक में रोटी-कपड़ा और मकान फिल्म के इस गीत को लिखा है कि ....
" "ना धर्म बुरा , न कर्म बुरा ,ना गंगा बुरी ना जल बुरा "... !बुरे सिर्फ हमारे नेता हैं जो ना तो राम मंदिर बनाना चाहते हैं और ना ही किसी समस्या को पूरी तरह हल करना चाहते हैं !भगवान ही भला करे तो करे !
जय - हिन्द !! जय भारत ! वन्दे मातरम !
प्रिय मित्रो !सादर नमस्कार !कुशलता के आदान-प्रदान पश्चात जिन भी मित्रों का आज जन्म-दिन या विवाह दिवस है , उनको मेरी तरफ से हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएं !आप अपने ब्लॉग "फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर"को बहुत पसंद कर रहे हैं,रोज़ाना इसमें प्रकाशित लेखों को पढ़ कर शेयर करते हैं ,उन पर अपने अनमोल कॉमेंट्स भी देते हैं !उस सब के लिए भी आपका हार्दिक आभार प्रस्तुत करता हूँ !इस ब्लॉग का लिंक ये है - www.pitamberduttsharma.blogspot.com
मेरा e -mail ऐड्रेस ये है -
pitamberdutt.sharma@gmail.com
मेरा मोबाईल नंबर ये है - +9414657511 .
कृपया इसी तरह इस ब्लॉग को मेरे गूगल+,पेज,विभिन्न ग्रुप ,ट्वीटर और फेस बुक पर पढ़ते रहें , शेयर और कॉमेंट्स भी करते रहें क्योंकि ये ही मेरे लिए "ऑक्सीजन"का काम करती है ! धन्यवाद !आपका अपना - पीतांबर दत्त शर्मा !
मोदी जी ने अपना मंत्रीमंडल बड़ा कर लिया !कोई ख़ास बात नहीं ये हक़ है उनका !लेकिन पांच मंत्री हटा दिए गए ! ये नहीं बताया कि क्यों हटाए ? 15 अगस्त आने वाला है ! मोदी जी भारत की जनता को कैसे बता पाएंगे कि देश में राशन और सब्ज़ियों के दाम कम क्यों नहीं करवा पाये ?बेरोजगारी क्यों कम नहीं करवा पाए ?काला धन विदेशों से आम भारतीय के कहते में ना तो जमा होना था और ना ही होगा , क्योंकि वो तो केवल जनता को आम भाषा में समझने कहा गया था !लेकिन ये सवाल तो पूछा ही जाएगा कि अभी तलक वो सरकार के खाते में क्यों नहीं पहुंचा ?
अगर मनरेगा की मजदूरी 400 /-रूपये रोज़ाना करके इसे शहरों में भी लागू कर दिया जाए !सभी विभागों को कह दिया जाए कि दस लाख तक के काम मनरेगा मजदूरों से ही करवाए जाएँ साल में 300 दिन तो क्या देश से बेरोजगारी भाग नहीं जायेगी ?अगर हर फसल के काम से कम और ज्यादा सेज्यादा भाव तय कर दिए जाएँ तो क्या महंगाई काम नहीं हो जायेगी ?इसी तरह दवाइयों को भी सस्ते दामों में जनता को उपलब्ध करवाया जा सकता है !बिजली - पानी के बिलों में लगाए जा रहे टेक्सों को क्या हत्या नहीं जा सकता ?
जब आम आदमी के दिमाग में ऐसी कारगर योजनाएं आ सकती हैं जिनसे दिनों में ही नतीजे सामने आ सकते हैं तो हमारे नेताओं के दिमाग में ये सब क्यों नहीं आता है जी ??क्या सभी दलों के नेता "समस्याओं"को ज़िंदा रखे रहना चाहते हैं ?इसी लिए तो मैंने शीर्षक में रोटी-कपड़ा और मकान फिल्म के इस गीत को लिखा है कि ....
" "ना धर्म बुरा , न कर्म बुरा ,ना गंगा बुरी ना जल बुरा "... !बुरे सिर्फ हमारे नेता हैं जो ना तो राम मंदिर बनाना चाहते हैं और ना ही किसी समस्या को पूरी तरह हल करना चाहते हैं !भगवान ही भला करे तो करे !
जय - हिन्द !! जय भारत ! वन्दे मातरम !
प्रिय मित्रो !सादर नमस्कार !कुशलता के आदान-प्रदान पश्चात जिन भी मित्रों का आज जन्म-दिन या विवाह दिवस है , उनको मेरी तरफ से हार्दिक बधाई और शुभ कामनाएं !आप अपने ब्लॉग "फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर"को बहुत पसंद कर रहे हैं,रोज़ाना इसमें प्रकाशित लेखों को पढ़ कर शेयर करते हैं ,उन पर अपने अनमोल कॉमेंट्स भी देते हैं !उस सब के लिए भी आपका हार्दिक आभार प्रस्तुत करता हूँ !इस ब्लॉग का लिंक ये है - www.pitamberduttsharma.blogspot.com
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