Wednesday, April 11, 2012

" वाह !! क्या ......सिग्नेचर है "..???

" सिग्नेचर " के जान कार सभी मित्रों को मेरा रसीला नमस्कार !! स्वीकार कीजिये !!
                     आज के लेख का विषय बिलकुल रानीतिक नहीं है लेकिन राजनीती सहित सब क्षेत्रों से सम्बंधित अवश्य है । इसलिए इसे ले लिया की चलो आज सभी मित्रों, चाहे वो लेडीज़ हों या जेंट्स  कईयों  का प्रिय है ये " सिग्नेचर ब्रांड " ?????
      जब हम बचपन से जवानी की तरफ अपने कदम बढ़ा रहे थे तब हमें पहली बार इस सिग्नेचर का चस्का पडा और हम क्या स्कूल में और क्या घर बस ........रोज़,बढ़िया दिखाई देने वाले " सिग्नेचर " लिखने में जुट जाते फिर अपने मित्रों भाई - बहनों को दिखाते की देखो इनमे से कोन  से ऐसे हस्ताक्षर हैं जिनके करने से हम देखने वाले को बड़े अफसर जान पड़ें !! कई बार और कई दिनों की म्हणत के बाद हमने इंग्लिश में पी.डी. शर्मा लिख कर ही अपने " सिग्नेचर " पास किये जो आज तलक चल रहे हैं 
                           अब आते हैं उस सिग्नेचर " की तरफ जो आप समझ रहे थे ....!! क्या कहा नहीं ...? चलो जाने दीजिये मैं अपनी बात ही कहता हूँ .. वो सिग्नेचर की बोतल जिसमे सोम - रस होता है उसका भी स्वाद हम ने कई बरस तक चखा है क्योंकि शायर लोग कहते थे की जो देवदास नहीं बना वो प्यार क्या करेगा और निभाएगा क्या ..??? हमें भी एक साथ पढने वाली कन्या से पहला - पहला प्यार हो गया जो बाद में उसके पापा ने उतार दिया और हमारे एक बड़े मित्र जो हमसे दो कक्षा आगे पढता था , ने हमें इस " सिग्नेचर " नामक सोम -रस से परिचित करवा दिया ....और इस तरह से हम भी ...देवदास बन गए और 2010 की 31 दिसंबर तक बने रहे !! जब हरे घर पुत्रवधू आने का कार्यक्रम बना तब त्यागी ये ससुरी सुरा !!

                       आप कहोगे ये सब तो ठीक है , पर ये लेख का विषय क्यों बना ...?? तो मित्रो अब हम आज के विषय की तरफ आते हैं !! आज मैंने जब समाचार - पत्र खोला तो उसमे एक विज्ञापन पढ़ा की " सिग्नेचर " कम्पनी ने अब ऐसे परफ्यूम तैयार किये हैं जो भारतीय " राशियों " के अनुसार हैं ...!! यानी अब पंडित जी के पास जाने की कोई जरूरत नहीं ...बस ! " सिग्नेचर " कम्पनी का बना अपनी राशि के मुताबिक सैंट लगाओ और अपना भविष्य सही रखो ..!! बोलिए है न ये आज का मनोरंजक विषय !! बस ..!! इसी लिए हमने इस पर विचार लिख दिए ....इसी तरह से आप भी अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग पर टाईप कीजिये और इस लेख को अपने सभी मित्रों संग शेयर कीजिये ...भगवन आपका भला करे ......!!आज ही लोगआन  करें हमारा ब्लॉग जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  

" 1947.से आज तक ,किसी को " हिन्दू " मरता नज़र क्यों नहीं आता " ...??

मेरे सभी " जिन्दा - इंसान " मित्रों को मेरा सलाम !!
                 जो पैदा हुआ है वो समय आने पर मरता भी है , प्रकृति का नियम है यह । डरपोक रोज़ मरता है और दिलेर सिर्फ एक बार मरता है । याद दोनों तरह के आदमी रहते हैं हमें और इतिहास को !सज्जन व्यक्ति अच्छे काम करके मरता है और दुर्जन बुरे ! लेकिन आजकल कुछ इस तरह के मनुष्य भी इस संसार में पाए जाते हैं जो  मनुष्यों से ही खेलते हैं , मनुष्यों से ही काम करवाते हैं , मनुष्यों का ही शोषण करते हैं , मनुष्यों को ही खा जाते हैं और मनुष्यों पर ही राज करते हैं ...!!?? ऐसे लोगों को " नेता ,ठेकेदार , सरकारी अफसर , अमीर पत्रकार ,पूंजीपति ,धार्मिक महंत ,और सामाजिक कार्यकर्ता भी कहा जाता है !! ये सब किसी ना किसी राक्षसी प्रवृति के व्यक्ति या सगठन से जुड़े होते हैं । ये सिर्फ उसी के अनुसार चलते हैं । उस मुख्य व्यक्ति के साथ - साथ इनका भी कोई न कोई हित इन पाशविक कार्यों में जुदा होता है !! ये समाज के हर क्षेत्र में पाए जाते हैं !!
                                   ऐसे ही कुछ पाशविक प्रवृति के लोग पिछले तीन सो सालों से हमारे हिन्दुस्तान के पीछे पड़े हैं ...न जाने क्यों ...?? इनका एक ही लक्ष्य है की " हिंदी , हिन्दू और हिन्दुस्तान " को कैसे नुक्सान पंहुचाएं ?? कभी अफगानी मुस्लिम लुटेरे , कभी अँगरेज़ , और कभी पाकिस्तानी - खालिस्तानी ,नक्सली , आदि - आदि बन कर ये अपना काम कर रहे थे हैं और करते रहेंगे ..! जब तलक इनका सम्पूर्ण संघार नहीं किया जाता तब तलक ये समस्या हल नहीं होगी !!
                             ये लोग किसी भी छोटी या बड़ी जाती के छोटे से छोटे दुःख को भी पूरा प्रचारित करते हैं और कंही अगर वो दुर्घटना वश मर जाए तब तो सब इस प्रकार के कौए कांव - कांव करने लग जाते हैं !! लेकिन किसी भी हिन्दू के मरने या जानबूझ कर सेंकडों की गिनती में ही क्यों न मारे जाएँ इनकी आँख में कभी आंसू नहीं दिखाई देते !! 
                         गुजरात के दंगों में कई हिन्दुओं और मुसलमानों सहित एक सांसद भी मारा गया तो ये जिसने उनको मारा उसको कुछ नहीं कह रहे लेकिन नरेंद्र मोदी को फांसी की सज़ा दिलाने की कोशिश में जी - जान से लगे हुए हैं क्यों ...?? क्यों इन्हें काश्मीर का , पंजाब का और गोधरा का हिन्दू मरता दिखाई नहीं देता .....!! हिन्दू अपने ही देश में अल्पसंख्यक बना दिया गया ...क्यूं ...???


                              उनकी बात आने पर सब एक लाइन बोलते हैं की क़ानून अपना काम करेगा ....!! तो आज जब न्यायालय ने नरेंद्र मोदी जी को निर्दोष साबित कर दिया है तो ये सब क्यों मामले को भड़काने में लगे हैं " व्याख्या या चर्चा " के नाम पर !                         मित्रो आप अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग पर जाकर आज ही टाईप करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com.          ब्लाग का नाम है " 5th pillar corrouption killer "  

Tuesday, April 10, 2012

" किस्तों में दोस्ती - किस्तों में दुश्मनी ", हम हैं हिन्दुस्तानी ...!!

किस्तों में सस्ते की बजाय महंगा  सामान खरीदने - बेचने और नाटक फिल्म देखने वाले सभी मित्रों को मेरा हार्दिक डेली सोप वाला नमस्कार ............!! कृपया फुल T.R.P.सहित स्वीकार करें ....!!
                                     जब से हमारा देश अंग्रेजों और तबके भारतीय नेताओं की वजह से , दो टुकड़ों मे बंट कर आज़ाद हुआ है तभी से हम अपने छोटे भाई से न तो ढंग से दुश्मनी निभा पा रहे हैं और नाही दोस्ती !! क्योंकि हमारे तब से लेकर आज तक के नेता कभी भी एक निति पर नहीं चल सके , वो चाहे इंदिरा जी हों या मोरार जी भाई देसाई , अटल जी हों या श्री नरसिम्हा राव जी , सबके सलाहकार " दोगले " ही रहे  ....??? क्योंकि इन्ही सलाहकारों की वजह से ही हम जीती हुई बाज़ी भी हार गए ...!! चाहे वो शिमला समझोता हो या ....आतंकवाद की निति ..सब गुड- गोबर कर दिया इन बुद्धिजीवियों ने ।। नेता भी बराबर के दोषी हैं जो न तो ढंग से सख्ती दिखा पाए और न ही ढंग से प्रेम !! बंटवारे के समय और बाद में भी न जाने कितनी बार हमने पाकिस्तान को पैसा भी दिया है जिसको कभी तर्क संगत नहीं माना गया ..!! महात्मा गांधी जी के कत्ल में एक ये कारण भी मुख्य  था !!
                                  कभी बेनजीर आयीं तो कभी मुशर्रफ , कभी जरदारी आये तो कभी गिलानी ......नतीजा.......सिर्फ धुंधली सी एक किरण मात्र और कुछ भी नहीं !! फिर कोई ऐसी घटना घटती है की तलवारें निकल आती हैं ...!! वन्ही हम पाकिस्तानी नेताओं की भूमिकाओं की तरफ देखें तो हम पायेंगे की न सिर्फ वो हमसे बल्कि सब देशों से वो पैसा भी ऐंठ लेते हैं और आज तलक हमसे दुश्मनी भी निभाते आ रहे हैं ....चाहे वो काश्मीर हो या पंजाब , बंगला देश हो या अफगानिस्तान , सब जगह हमें जो भी नुकसान हुआ है उसमे पाकिस्तानियों का हाथ अवश्य पाया गया है !!
                                 जनता हर समस्या का निर्णय चाहती है चाहे वो कष्टदायक हो या प्रसन्नतादायक ..परन्तु ढीला - ढाला तो बिलकुल भी नहीं क्यों ....क्या मैंने गलत कहा ....नहीं ना ...?? दोस्ती निभानी है तो दोस्ती निभाओ चाहे जो कुछ भी देना पड़े दोस्ती की खातिर देदो !! चाहे पूरा भारत दे कर फिर से वृहिद भारत बनादो और एक की बजाय इस देश के दो प्रधान - मंत्री , दो संसद और एक संविधान ही क्यों न बना ना पड़े ....हमें यानी जनता को सब मंज़ूर है  !! और अगर दुश्मनी का निर्णय होता है तो देखि जायेगी चाहे परमाणु बम्ब चलें या कोई और लेकिन फैसला करके हम हटें ....ऐसे नहीं !!??? 
                                   जो संसद के हमले में , नक्सलियों के नरसंघार में,या फिर किसी भी और आतंकवादी हमले में शहीद हुए हैं उनकी आत्माएं आज हमारे नेताओं और बुध्धिजीवियों के गलत निर्णयों से तड़प रही हैं  ....!! 


                             क्यों मित्रो आपका क्या कहना है इसके बारे मैं , कृपया आप अपने विचार हमारे ब्लॉग " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " में जाकर अवश्य लिखें !! आज ही लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. हमारे विचार आपको बढ़िया लगे हों तो कृपया अपने सभी मित्रों के साथ अवश्य " शेयर " करें , ताकि आपके अनमोल विचारों को हम सहेज कर रख सकें !! धन्यवाद !!  

Sunday, April 8, 2012

" किसकी सरकार है .....भारत देश में ."..???

सरकारी मूड के मालिक मेरे सभी मित्रों को सलाम !!
              जी हाँ कई लोग हमेशा सरकारी मूड यानि स्वभाव में ही रहते हैं , माथे पर चार सलवटें , आँखें लाल और ज्यादा खुली हुईं , भाषा उखड़ी व भद्दी तथा चाल मतवाली सी .....!! कुछ - कुछ ऐसे ही गुण होते हैं सरकारी मूड वाले लोगों के जी , जेब चाहे उनकी खाली हो या भरी उससे कोई फरक नहीं पड़ता जी , !! बस घर में भी बिना मतलब का रौब झाड़ते फिरेंगे और घर से बाहर भी !!ऐसा दिखाएँगे जैसे बस इन्ही का राज चल रहा है सब जगह !! 
                                             और कुछ लोग जिनके पास सचमुच सभी सरकारी अधिकार होते हैं लेकिन वो ऐसे चुप रहते हैं जैसे बोलने का कोई टेक्स लगता हो !!?? जैसे हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री  नरसिम्हाराव जी और उन्ही की  पार्टी के सरदार मनमोहन सिंह जी ......????? सीधे - सीधे चलते हैं , सीधे - सीधे बैठते हैं ...प्रियंका जी के बच्चे को भी हाथ जोड़ कर नमस्ते करते हैं , न किसी मंत्री को कुछ कहते हैं और न किसी अफसर को , इतना ही नहीं कौन मंत्री और कौन अफसर क्या काम कर रहा है उनको कुछ नहीं पता ....!! पता नहीं वो पी.एम्.आफिस जाकर क्या करते हैं ?? यंहा तक की देश के सभी नेताओं की इज्ज़त आजकल इसी लिए जीरो हो गयी है क्योंकि कोई भी नेता कोई काम करता जनता को नज़र ही नहीं आता .....??? नेता के घर जाओ तो वह कुछ खाता  - पीता नज़र आता है विधान सभा या लोक सभा में देखो तो वो सोता,लड़ता - झगड़ता या अपना मनोरंजन करता नज़र आता है ...!! उसके चुनावी क्षेत्र में तो वो और उसके चमचे - रिश्तेदार सब साले खाते - पीते और " सरकारी रौब झाड़ते " नज़र आते है ......??? क्यों ....मुझे नहीं पता जी ...!! जनता बेचारी सिर्फ पूछ ही सकती है की ....." किसकी सरकार है .....भारत  देश में ."..???
                                   नेता चाहता है की किसी काम की जिम्मेदारी उस पर ना आ जाए ..कुछ इस तरह से काम हो की उसका सारा क्रेडिट उसे ही मिल जाए ....और अफसर सोचता है की कंही वो फंस न जाए .....इस लिए दोनों काम करने में कम ही विश्वास करते हैं ....??? इसी लिए आजकल सिर्फ वोही काम होता है जिसमे सबकी चांदी पक्की हो .....या जिस काम की रिश्वत मिल रही हो !! इसी लिए अन्ना जी और रामदेव जी के साथ इतनी जनता कड़ी है !! इज्जत की परवाह भी किसे है मिडिया शोर मचाता है तो मचाये उनकी बला से .....उन्हें क्या हो सकता है ??????
                                    इस देश में पूँजी - पतियों की सरकार है किसी u.p.a. - n.d.a. की नहीं और नहीं जनता को किसी भुलावे में रहना भी नहीं चाहिए की उसकी कभी सरकार थी - है - या रहेगी ....!!! पूँजी पति चाहते हैं जब वो किसी चेनल को और किसी अखबार वाले को पैसे देकर या पैसे से खरीदी जा सकने वाली कोई वस्तु या पद देकर अपना काम निकलवा लेते हैं !! किसको कौनसा मंत्री बनाना है और किस अफसर को कौन सा सेक्रेटरी बनाना है सब पूँजी पति ही तय करता है !! यही नहीं सभी प्रकार के सरकारी निर्णयों में भी उनका ही हस्त क्षेप होता है !! बिकाऊ गुंडे मवालियों को मैं कोई दोष नहीं देता क्योंकि उनका तो काम ही यही होता है !!
                                     तो मित्रो वार्ता यंहा समाप्त हो सकती है की जैसे हमारी सरकार हर बड़ी विपदा में सेना का सहयोग लेती है कुछ समय हेतु ...उसी प्रकार से इस लोक तंत्र को सुधारने हेतु सेना को ही बुलाया जाना चाहिए और देश के नेहरु स्टेडियम में सभी पार्टियों के चुने हुए जनप्रतिनिधियों , वकीलों, जजों , विशेषज्ञों  को तब तक बिठाए रखना चाहिए जब तलक हमारे संविधान के एक - एक कालम पर चर्चा पूरी नहीं होजाती और जो बदलाव होना आवश्यक है आज की स्थिति अनुसार !! वो हो नहीं जाता तब तलक किसी भी व्यक्ति को घर नहीं जाने दिया जाना चाहिए !! और एक वर्ष तलक उस नए संविधान को परखा जाना चाहिए की वो वस्तव में प्रभावी है या नहीं .....सारी दुविधाएं सुविधाओं में बदली हैं या नहीं ...!! जब सब ठीक लगे तब इन नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए और हमारी सेना को ससम्मान बैरकों में वापिस भेज दिया जाना चाहिए .....???
                             क्यों मित्रो आपका क्या विचार है ....कृपया अपने - अपने अनमोल विचार हमारे ब्लाग के पृष्ठ पर आकर लिखें क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को सहेज कर रखना चाहते हैं ! आज ही हमारा ब्लाग पढ़ें ...जिसका नाम है .." 5th pillar corrouption killer " pl. log on daily www.pitamberduttsharma.blogspot.com. ज्यादा जानकारी हेतु आप मेरी प्रोफाइल पढ़ सकते हैं या फेस-बुक पर मुझसे जुड़ सकते हैं !!
   आपका घनिष्ठ मित्र .....पीताम्बर दत्त शर्मा  मो.न.09414657511. 

Saturday, April 7, 2012

कलम रुपी तलवार से - काट के रखदे भ्रष्टाचार को !
आइना दिखादे चोर को - बतलादे सारे व्यभिचार को !
                     रोजाना जो घट रहा है पूरे विश्व में उस पर बड़े ही रोचक और सरल भाषा में क्रान्ति कारी विचार जो आज के आधुनिक विचारों वाले सुविख्यात लेखकों द्वारा लिखे जाते हैं हमारे इस ब्लाग और ग्रुप पेज में जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " |
                             इसे पढ ने  हेतु और अपने अनमोल विचार प्रकट करने हेतु जो हमारे लिए अनमोल हैं तथा जिन्हें हम सहेज कर रखना चाहते हैं  आज ही और रोज़ ही लोग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com.
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                                  पीताम्बर दत्त शर्मा   
                                      मो.न. 09414657511  

Wednesday, April 4, 2012


" चलने से डरती ,काम करने से घबराती ", "ये मनमोहिनी - सरकार "!!??

काम से डरने व घबराने वाले , मेरे जैसे सभी मित्रों को मेरा ......राम - राम जी !!
                       आजकल मुझे ब्लड - प्रेशर , शुगर,कोलेस्ट्रोल और न जाने कौन - कौन सी शिकायतें हो रही हैं !! कभी - कभी तो रात को सोते सोते जाग जाता हूँ घबराकर व कभी दर्द से , नाडी पर नाडी चढ़ जाती है सोते - सोते , डाक्टर साहिब भी आजकल मुझे देख कर खुश हो जाते हैं , मन ही मन सोचते हैं की "आ गया , मोटा - ताज़ा बकरा " ??? पक्का ग्राहक बन्ने ही वाला है ये !! इन सब तकलीफों के चलते आज कल मैं ना तो कोई घर में , और नहीं व्यपार में कोई निर्णय ले पा रहा हूँ जी !! बिलकुल अपनी " मनमोहिनी सर्कार जैसा हो गया हूँ !??
                         जब से इस मनमोहिनी सरकार की दूसरी पारी शुरू हुई है तभी से न तो इस सरकार का कोई मंत्री , और न ही कोई अफसर कोई निर्णय ले पा रहे हैं , यंहा तक की स्वयं प्रधान मंत्री जी भी " अक्षम " ही दिखाई देते हैं !? चपरासी से लेकर सेक्रेटरी तक सब बहाने ढूंढते नज़र आते हैं कोई ठोस निर्णय ले कर काम करते या करवाते नहीं दिखाई दे रहे बस जी रोज़ एक घोटाला इस बेबस जनता के सामने आ जाता है और सारी मशीनरी उसकी जांच करने या उसे समेटने में ही लगी रहती है !!??
                           इसी लिए आप मेरी लिखावट के अंत में हैरानी वाला निशाँ और प्रशन वाचक चिन्ह , दोनों लगे देख सकते हैं !!?? आज वर्ल्ड - बेंक वालों ने खबर छपवाई है की हिन्दुस्तान में जो मेगा - हाई -वे बन रहे हैं उसमे बहुत हेरा -फेरी  हो रही है इस अपनी " मनमोहिनी सरकार "द्वारा !!?? मुझे समझ नहीं आ रहा की हम अपने सरदार मन मोहन सिंह जी की सफ़ेद कमीज़ को चाटें या महात्मा गांधी के सामान की तरह उसको भी बेच खाएं ..???
                    इन कांग्रेसियों का एक और नया घोटाला देश की जनता के सामने आया है जी , वो ये की एक छोटी सी बच्ची ने जब अपनी मनमोहिनी सरकार से ये पुछा की महात्मा गांधी जी को " राष्ट्रपिता " की उपाधि कब प्रदान की गयी तो पता चला की किसी ने उपाधि नहीं दी बल्कि वो तो किसी कांग्रेसी ने श्रध्दा वश एकबार बोल दिया तो सभी देश वासी बोलने लगे जी .......अब देखिये संसार के लोग क्या सोचेंगे और क्या कहेंगे .....यारो मिटटी पलीत करवादी इन भारतीय अफसरों ने फिर बाद में हमारे " निर्दयी - मीडिया " ने .... राम - राम - राम ....डूब के मर जाना चाहिए जी इन ........ किनको ???? आप ही बताइये जी मुझे तो समझ नहीं आ रहा किन - किन को ..... जल्दी से हमारे ब्लाग को लाग इन करें और अपने अनमोल कोमेंट्स लिखें और अपने सभी मित्रों के साथ इस लेख को शेयर करें अगर पसंद आये तो ...... नहीं पसंद आया हो तो " बुरा कोमेंट्स लिखें ....यारो केवल " लायिक " कर के ना छोड़ें ....धन्यवाद जी आप सब का !! बोलो ....हे - राम !!....??? www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 

"राम करे -ऐसा हो जाय,मेरी अनिद्रा तोहे मिल जाये " ....!!

रामजी द्वारा ही सबकुछ  करवाने वाले मेरे सभी प्रिय मित्रों को प्यारी - प्यारी ,राम - राम जी !!
                 मुकेश जी का बहुत ही प्यारा गीत था की " राम करे , ऐसा हो जाये , मेरी निंदिया तोहे मिल जाए मैं जागू , तू सो जाय !!...आजकल तो हम सब चाहते हैं की हम सोये रहें और हमारा काम कोई दूसरा या तीसरा कर जाए ......??? स्वयं के काम से लेकर घर के काम तक और ऑफिस के काम से लेकर देश के काम तक !! यंहा तक की हमारे नेता भी ऐसा ही सोचते हैं की उग्रवादियों को भी अमेरिका मारे , पाकिस्तान को भी अमेरिका समझाए और सभी समस्याओं से हमें कोई दूसरा देश ही  निजात दिलाये 
   ऐसी हमारी आदत सी हो गयी है !!
                                  ताज़ा घटना  जनवरी माह में घटी सेना की हलचल से है , जिसकी खबर कल " इंडियन एक्सप्रेस " ने प्रकाशित की डरते - डरते ! उसका सार ये था की ऐसी सम्भावना लगती थी की सेना दिल्ली पर शायद कब्ज़ा करके तख्ता पलट करदे " !! जो की भारत में संभव ही नहीं है क्योंकि हमारी सेना मैं भी तो हम जैसे ही भारती हैं ??? हाँ हमसे कुछ तंदरुस्त अवश्य हैं !! मैं बलिहारी जाऊं इन नेताओं के की सारे नेता एक दम घबरा गए !! भाजपा के तरुण विजय जी जो की एक पत्रकार भी हैं ने तो एक चेनल की बहस में ही बोल दिया की "आज कल नेताओं की इज्जत बिलकुल निम्न स्तर पर है और सेना की ज्यादा , कंही सच में दोबारा ये बातें सुनकर सेना दिल्ली की तरफ ना चली आये , इसलिए सभी पार्टियों को राजनीति छोड़ सिर्फ ऐसा ही ब्यान देना चाहिए की ये सच नहीं है "।। 
                            देश को ये नेता सच नहीं बताना चाहते बल्कि सभी पार्टियों के नेता जनता को सिर्फ " बेवकूफ " ही बनाना चाहते हैं । इसीलिए भारत के कई लोग जब संसद में आक्रमण हुआ था तो उन्होंने कहा था की " राम करे ..ये संसद पर हमला ...कामयाब हो जाए .....!! परन्तु भगवान् ऐसे लोगों की कम ही सुनता है ..जो दूसरों पर आश्रित रहते हैं ! राम जी सिर्फ उनकी ही सुनते हैं जो अपना काम स्वयं करने की क्षमता रखते हैं !! हम अपनी अनिद्रा दूसरों को नहीं देकर , दुसरे को चैन की नींद देने का प्रयास करें तभी सभी प्रसन्न रह सकेंगे !!
                            इस लोक तंत्र में  देश के नेताओं को सुधारने का यही तरीका है की जो नेता जनता को बेईमान लगे उसे , देखना,सुनना , उसका स्वागत करना और उसे " वोट " देना बंद करदें ....!! फिर देखो कैसे नेता ससुरे सुधारते हैं या नहीं ...??? परन्तु क्या यंहां सिर्फ नेता बेईमान हैं .....मास्टर,क्लर्क ,पुलिस,अफसर ,पटवारी ,व्यपारी ,स्वर्णकार ,वकील और पत्रकार आदि- आदि क्या सब शरीफ हैं .....उत्तर मिलेगा नहीं ...!! तो फिर आप ही बताइए मित्रो कौन किसको सुधारे ....यारो सुधारना तो हम सबको है ......." की मैं झूठ बोलिया ....कोइना बई कोयना ...!! आज ही हमारा ब्लाग और ग्रुप पढ़िए ! जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer "  इनमे प्रकाशित लेख आम जनता के हितों को देख कर बिलकुल सरल भाषा में लिखे जाते हैं !! इस लिए आप सब से निवेदन है की आपको अगर हमारा कोई लेख पसंद आये तो उसे अपने मित्रों को अवश्य बांटिये (शेयर ) कीजिये  और फिर हमारे ब्लाग पर जाकर उस पर अपने विचार भी लिखिए क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को सहेज कर रखना चाहते हैं ! आज ही लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आप चाहें तो हमारे किसी भी लेख को कंही भी प्रकाशित भी कर सकते हैं !! बिलकुल मुफ्त !                    

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...