Monday, July 16, 2012

" ऊँ - हूँ ...!! ये आज कल के बच्चे .." ..!! ??

" बाल बच्चेदार " मेरे सभी मित्रों को मेरा प्रणाम !!
                           पिछले कुछ दिनों से बड़ी अजीब - अजीब सी ख़बरें विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हो रहीं हैं , जो मेरे मन को बहुत ही विचिलित कर रहीं थी ! राजनीति से सम्बंधित सारे समाचार उनके आगे बौने साबित हो रहे थे ! अब अगर मैं यंहा एक - एक समाचार का ज़िक्र करने लगूंगा तो बात बहुत ज्यादा लम्बी खिंच जाएगी,समाचार तो आप पढ़ - सुन ही चुके होंगे  इसलिए सभी समाचारों को अपने ज़हन में रखते हुए अपनी ये आवश्यक चर्चा शुरू करते हैं !!
                              पाश्चात्य सभ्यता हमारे ज़हनों में इस कदर घर कर चुकी है की क्या बूढ़े , क्या जवान और क्या बच्चे सब सेक्स देखने , सुनने और करने के इलावा कुछ सोच ही नहीं पा रहे हैं !! जिंदगी के हर मोड़ पर हमारे  दुश्मन अपनी - अपनी तरह की विशेषता प्राप्त " संगीनें " लिए खड़े हैं ! और उनकी जड़ें हमारे बीच में इस तरह से रच बस गयीं हैं की हमारे ही भाई, बहन, नेता , अभिनेता , अध्यापक , गुरु , और पत्रकार आदि सब तरह के लोगों में वो व्याप्त हो चुके हैं ! वो धड़ल्ले से उनका बचाव      हैं और हम उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाते !! 
                        कौन दोषी है इस सबके लिए ??? क्या कोई एक या हम सब दोषी हैं ????? हमें गहनता से विचार करना पड़ेगा इस विषय पर क्योंकि अगर हमने अभी इस पर विचार करके उन दुश्मनों पर कोई कार्यवाही नहीं की तो निश्चित रूप से हम अपनी आगे आने वाली पीढी के दोषी होंगे !!अब हमें निर्णय लेना ही होगा की हम आज के सेक्सी युग में जीना चाहते हैं या फिर आध्यात्मिकता से जुड़े हुए हमारे ऋषि - मुनियों द्वारा रिसर्च किये हुए निय्मोनुसार जीना चाहेंगे , जिनका वर्णन हमारे ग्रंथों में है !!???? जिस में समय और आवश्यकता अनुसार सब चीज़ों का पर्योग करने की विधियां बतायी गयी हैं , जिसमे भोजन भी है और सेक्स भी !!?? 
                            कभी - कभी तो लगता है की हम सब इतने भ्रष्ट हो गए हैं की हमें सिर्फ " तालिबानी क़ानून " ही सुधार सकता है !! क्योंकि मौजूदा क़ानून में तो हम बड़ी आसानी से बच निकलते हैं अगर हम धनि या नेता हैं तो !!?? चाहे कोई कितना भी ढिंढोरा पीटे की हमारे नेता ने बहुत ही बढ़िया संविधान बनाया है , लेकिन असलियत यही है की केवल मात्र जिल्द बदली गयी है और हमारे देवी देवताओं की फोटो लगाई गयी या फिर सिर्फ भूमिका ही हमारे नेताओं ने लिखी , कानून बदलने का अधिकार तो हमें आज तक मिला ही नहीं है ???? हम सिर्फ संशोधन पास कर सकते हैं !! हम आज भी ब्रिटिश साम्राज्य के अधीनता वाले देश माने जाते हैं !  
                              क्या हमारा सब कुछ बदलने वाला हो गया है ??? क़ानून , शिक्षा व्यवस्था , कार्यपालिका , न्यायपालिका , विधायिका और हमारे सामाजिक नियम भी सब बदलने वाले हैं ??? क्यों हम आज हर काम हेतु किसी और पर निर्भर रहते हैं ? क्यों हम किसी का कहना नहीं मानते हैं , ? क्यों हम हमारे ही क़ानून की पालना नहीं करते हैं ???? क्यों हम क़ानून तोड़ने को अपनी शान समझते हैं ?क्यों हम अपने ही समाज के नियमों को नहीं मानते हैं ??धार्मिक नियमों की अनदेखी हम क्यों करते हैं ???????????????
                                       क्या इसी लिए हमारी संताने भी हमें " ठेंगा " दिखा रही हैं ??? क्या इसी लिए हमारे देश के दुश्मन हमारे ही घरों तक घुस गए हैं ??? हालत ये हो गयी है की जब तक हमारी गृहणी " दो पतियों ये तीन पत्नियों वाला नाटक ना देखले , तब तक उसे नींद ही नहीं आती क्यों ?क्या हम सेक्स के नशेडी बन गए हैं ???? 
                           आप ही बताओ मित्रो !! आपके क्या विचार हैं ?? जल्दी से हमारा ब्लॉग खोलिए जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " log on :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com.
                  उस पर लिखिए अपने अनमोल विचार ताकि हमें भी तो पता चले की आप क्या सोच रहे हैं जो रोज़ - रोज़ बलात्कार हो रहे हैं , लडकियां मारी जा रही हैं , एम . एम .एस . बनाये जा रहे हैं , क़त्ल किये जा रहे हैं और हर तरफ लूट मची है वो अलग !! अब अगर हम ये कान्हें की सिर्फ लड़के दोषी हैं तो सही नहीं होगा कई घटनाओं में तो लड़कियां बराबर की भागीदार होती हैं !! वो भी नशे करती हैं आदि आदि !! हम तो बस यही कह सकते हैं की ..............
      धर्म की .............जय हो !! 
           अधर्म का .......... नाश हो !!
               प्राणियों में ............सद्भावना हो !!!
                   विश्व का ..............कल्याण हो !!!!
                  हर -- हर -- हर ------- महादेव !!!!!
                                    आपका अपना 

                                   पीताम्बर दत्त शर्मा         

Tuesday, July 10, 2012

" चमचागिरी " की हद्द हो गयी ये तो .....?????

" चमचागिरी " की कलाकारी जानने वाले मेरे आदरनीय मित्रो ,मस्के से भरा नमस्कार स्वीकार करें !
                           चमचागिरी एक ऐसी कला है जिसका उपयोग महिला , पुरुष और बच्चे सब करते हैं ! ये एक ऐसी कला है जो कंही किसी द्वारा सिखाई नहीं जाती बल्कि ये हर जीव में स्वभाव से ही होती है और इसकी मात्रा भी हर जीव में अलग अलग होती है ! इसे मोबाईल के मेमोरी कार्ड की तरह से घटाया - बढाया जा सकता है !! ज्यादा तर इस कला का उपयोग " कुछ विशेष " पाने की लालसा के तहत किया जाता है !!जो जीव जितना संतुष्ट जीवन व्यतीत करता है उसमे उतनी ये कला कम होती जाती है !ये खाने - पीने की वस्तुओं से लेकर कोई पद पाने की लालसा को पूर्ण करने में सहयोगी होती है ! नेताओं और कर्मचारियों में इस  कला का अपार भण्डार होता है , जिससे वो अपने आकाओं को प्रसन्न रखने का काम करते हैं !! ये " दो - धारी तलवार " की तरह होती है जिससे चमचागिरी करने वाला और जिसके साथ चमचागिरी की जा रही है , दोनों में से कोई भी लाभान्वित भी हो सकता है और अगर कंही परफार्मेंस में कोई कमी रह जाए तो ये नुक्सान देह भी हो सकती है !! तभी तो इस कला की रोचकता में कभी भी कमी नहीं आती हमेशा सुनने वाले को यही लगता है की वाह !! मेरे बारे में सत्य ही बोला जा रहा है !!
                              दोस्तों हमारे देश के इतने सारे नेताओं में से एक बहुत ही बढ़िया नेता हैं माननीय सलमान खुर्शीद साहिब , दुर्भाग्य से ये मुस्लिम नेता हैं , हिन्दुओं को इन्होने कभी भी अपना वोटर नहीं समझा है !! इन जैसे कई नेता पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में राहुल जी को लेकर घूमे थे , और बड़े गरमागरम भाषण दिए और दिल्वाये थे !! फ़िल्मी स्टाईल में डायलोग बोले गए और विरोध करने वालों को लातों - घूंसों से पीता भी गया !! ना तो इनका कुछ बँटा और ना ही इनके " युवराज " राहुल गांधी जी का ??? बाद में जब सोनिया जी ने मंथन किया तो ये सब उपरोक्त विशेष कला का उपयोग करके ये कहने लगे कि " हमारी गलती है , हमें फांसी दी जाए " !! हमें नहीं पता की सोनिया जी ने किस कांग्रेसी के पर काटे और किसको तरक्की दी लेकिन ये अवश्य हम जानते हैं की सोनिया जी ने राहुल सहित उन सबके मुंह अवश्य बंद करदिये थे !! 
                         तभी तो इनको " बदहजमी " हो गयी , और ये बोले , लेकिन चतुराई के साथ अपना नाम नहीं लिया और राहुल जी आज कल बड़े फैसले नहीं कर पा रहे इसलिए संप्रग 1. और संप्रग 2.की सरकार में इन्हें अंतर नज़र आने लगा है ??? ये समझते हैं की अगर राहुल जी की" सज़ा " सोनिया जी ने माफ़ कर दी तो हमारी भी माफ़ हो जायेगी !!लेकिन गलत समय पर ये इंटरव्यू जारी हो गयी ! उधर विदेशी पत्रिका ने अपने मनमोहन की फोटो छाप  कर निचे लिखदिया " झुडडू " लिख दिया और इधर सलमान जी की इंटरव्यू छप गयी , बस जिसका डर  था वोही बात हो गयी !! चमचागिरी की दोधारी तलवार " स्वयं " पर ही चल गयी !
                             अब " खुर्शीद " साहिब सारा दोष " मिडिया " पर डाल  कर खुद फ्री होना चाहते हैं जो नामुमकिन सी बात है !! अब कहेंगे की मैंने ऐसा तो नहीं कहा था ??? 
                                तो मित्रो , आपके क्या विचार हैं ??? बस हमेशा की तरह हमारा ब्लॉग , जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " खोलिए और ज्वाइन और टाईप करिए अपने अनमोल विचारों को , जिनको पढ़ कर हमें एक नयी राह मिल सके !! आप हमारे लेखों को अपने फेस - बुक मित्रों संग भी हमेशां बांटा करें जी !! 
                          हम तो यही बोल सकते हैं जी .....
           " धर्म की ...जय हो ! अधर्म का ....नाश हो !!
          प्राणियों में ....सदभावना हो !!विश्व का - कल्याण हो !!!!!!' 
                             हर - हर - हर महादेव !!!!!!!!!
                                आपका अपना 
                                   पीताम्बर दत्त शर्मा 


                                      +919414657511.     

Sunday, July 8, 2012

" बचें !! कंही जूतों - लाठियों की बरसात न होने लगे " !!!!!???

" बरसात का आनंद " लेने वाले मित्रो , भीगा - भीगा नमस्कार स्वीकार करें !!
                                   हर मौसम का अपना एक आनंद होता है जी और अपना एक मज़ा होता है ! हर मौसम की अपनी अपनी दिक्कतें भी होती हैं !! आप सब हर मौसम के दोनों स्वादों से भली भाँती परचित होंगे !! मैं आपको ज्यादा विस्तार से हर मौसम की कमियों और फायदों के बारे मैं नहीं बताऊंगा बस हर मौसम के गीतों की एक एक पंक्ति याद कराऊंगा ....मुलाहिजा फरमाइए गर्मी के लिए संजीव कुमार जी ने एक फिल्म में गया था की " या गर्मियों की रात को ,छत पर पड़े हुए , तारों को देखते रहें " !! सर्दी हेतु तो एक गीत में इतनी कम्पन थी कि  पूछो मत " मुझको ठण्ड लग रही है मेरे पास तो तू आ " बसंत के मौसम हेतु तो फ़िल्मी गीतों में एक भण्डार सा है " रंग बसंती , अंग बसंती छा गया , मस्ताना मौसम आ गया ...' !! और बरसाती मौसम तो आशिकों का मनपसंद मौसम है जी हर कोई गाता  फिरता है कि  ..." आज मौसम बड़ा बेईमान है , आने वाला कोई तूफ़ान है ...." !! बस यंही से हमारे मन में शंकाओं का दौर शुरू हो जाता है !!??
                               एक बरसात का मौसम ऐसा है अगर लिमिट में आये तो सुहावना और अगर ये जरूरत से ज्यादा आगई तो बस जी आफतों का पहाड़ सा टूट पड़ता है !! पिछले साल जब अना हजारे जी टीम और बाबाराम देव जी रुपी बादल इस देश में गड़ गड़ाये थे तो नेताओं पर कंही जूते चले थे तो कंही थप्पड़ रसीद हुए थे ! अब एक बरस बाद एक बार फिर से बाबाजी और टीम अन्ना की गड़गड़ाहट जोर दार बिजलियों के साथ घनघोर बारिश की तरफ इशारा कर रही है ! इसी लिए मैं हमारे "माननीय " नेताओं को समय रहते चेता रहा हूँ क्योंकि " भावुक आदमी बड़े खतरनाक " होते हैं जी !! 
                             आज हमारे शहर में " पतंजली योग पीठ " की शाखा सूरतगढ़ के लोगों ने शहर के बुध्धिजीवियों की एक मीटिंग बुलाई थी जिसमे मुझे भी आमंत्रित किया गया था , सबके विचार लिए गए , जैसा की होता है सबके विचार भिन्न - भिन्न थे !! किसी ने कहा बाबा जी और टीम अन्ना के प्रयासों से व्यवस्था में अवश्य बदलाव आएगा , और कोई शंकित था और कोई जरूरत से ज्यादा भावुक , वो बोले बस जी बाबा जी और टीम अन्ना को संसद की तरफ कूच कर देना चाहिए , जेलें भर देनी चाहियें , छाती पर गोलियां खा लेनी चाहियें और इन ससुरे नेताओं नेताओं को पटक - पटक कर मार देना चाहिए !!
                           तब मैंने अपने उद्बोधन में कहा की आज हम लोक - तंत्र में रह रहे हैं आज सत्ता परिवर्तन हेतु केवल एक मात्र हथियार काम करता है और वो है हमारा " वोट " !!!! अगर हम अपना वोट डालते समय किसी जाती , धर्म , पार्टी और इलाके के चक्कर में ना पड़ें सिर्फ और सिर्फ इमानदार , पढेलिखे , देश भक्त और जनहित के काम करने वाली भावना जिसमे कूट - कूट कर भरी हो केवल उसी को वोते देवें !! हम में से कोई अगर बिके  नहीं तो ही लोक तंत्र सही रूप से काम कर पायेगा 20. - 30 . सालों के बाद , एक दम से कोई जादू होने वाला नहीं है !! क्योंकि भ्रष्टाचार हमारे भी तो खून में बस चूका है !!की नहीं ...????? एक तो प्रण कर ही लो सब मिलके कि " पुराने " नेताओं में से बस वोही चुनाव जितने चाहियें अबकी बार जिनके प्रति हम 100% संतुष्ट हों !! 
                     क्यों मित्रो आपका क्या कहना है इस विषय पर ...???? हमेशा की तरह आप रोजाना हमारा ब्लॉग और ग्रुप ओपन कीजिये !! जिसका नाम है " फिफ्थ पिल्लर कोराप्शन किल्लर " जिसका लिंक है :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com.
                        धन्यवाद !!
                                          आपका अपना 
                                   पीताम्बर दत्त शर्मा 


                                    संपर्क :- +919414657511. 

Friday, July 6, 2012

" क्या सरकारों का काम " तोड़ना " होता है "???

" जोड़ - तोड़ " में माहिर मेरे " शातिर मित्रो , " हाथ - जोड़ " कर नमस्कार कृपया स्वीकार करें !!!
                       भई जब हम छोटे थे तो बड़े - बड़े नेताओं - महा पुरुषों की जीवनियाँ पढाई जातीं थीं , चल - चित्र दिखाए जाते थे जिसमे ये विस्तार से बताया जाता था की फलाने नेता या महापुरुष ने अपने जीवन में सुखों की कामना को छोड़ कर देश - समाज हेतु ये - ये कार्य किये !! जिनको पढ़ कर मन में श्रध्दा पैदा हो जाती है !! ये अलग बात है की वो चाहे उसी वक्त पैदा हो या अक्ल आने के बाद पैदा हो श्रध्दा , लेकिन ये पक्का है की मन में श्रध्दा पैदा हो जाती थी !! 
                               आज कल तो लोग धक्के से अपनी या अपने नेता की इज्जत करवाते हैं , माला पह्न्वाते हैं , मूर्तियाँ लगवाते हैं और अनुसूचित जातियों के साथ सेंकडों साल पहले हुए अत्याचार को ढाल बनाकर पाठ्यपुस्तकों में अपने नेताओं की कहानियाँ छपवाते हैं !! हमारे प्रधानमंत्री जी के प्रवक्ता  को  पड़ता है कि प्रधानमंत्री जी का पद एक संस्था है कृपया इसका अनादर मत करें !!  महाभारत के एक राजा से अगर कोई उनकी तुलना करदे तो परेशानी होने लगती है !!
                                     अगर अपनी इज्जत इतनी ही प्यारी है तो भैये ऐसे काम ही क्यों करते हो जिससे लोग आपकी "आरती " उतारने लगें ??? किसी ने बड़ा खूब कहा है की हर आदमी की इज्जत उसके अपने हाथों में ही होती है  !!!! अब आप इस नए विषय को ही देखिये .... विदेशों के जहाज़ जब बंगाल की खाड़ी से होकर पाकिस्तान की तरफ जाते हैं अरब सागर की और तो उन्हें इस " राम - सेतु " की  वजह से ज्यादा चलना पड़ता है जिससे उन देशों को ये सफ़र मंहगा पड़ता है !! क्यासिर्फ़ इसी वजह से हम अपना राम सेतु तोड़ लें ???? जो हमारे दुश्मन को भी दूर रखने में मदद करता है और ये सभी हिन्दुस्तानियों की धार्मिक भावनाओं से भी जुडा हुआ है !!
                            आज कल ये भी देखने में आ रहा है की हमारे लीडर जरूरत से ज्यादा " जिद्दी " हो गए हैं , बस जो बात पकड़ ली वो ही करनी है चाहे जो भी हो !!! सरकार चलानी आ नहीं रही इन ससुरों को और उस पर खाज ये की अपनी मर्ज़ी चलाएंगे तो मैं भी इस सरकार को इस माध्यम से बता देना चाहता हूँ की जिस दिन ये राम सेतु टूटा उस दिन कई कुछ टूट जाएगा  जैसे लोगों का विश्वास की नेता हमारे रक्षक या पालक  हैं ....फिर वो होगा जो अफगानिस्तान में वंहा के प्रधानमंत्री " नजीर " या कर्नल गद्दाफी के साथ हुआ .....!! भगवन करे की वो दिन भारत में ना आये और उस दिन से पहले हमारे इन नेताओं को " अक्ल " आ जाए !! 
                            क्यों मित्रो !! आपका क्या कहना है इस बारे में ..., अपने अनमोल विचार आप हमारे ब्लॉग या ग्रुप जिसका नाम अब तो आपकी जुबां पर चढ़ ही गया होगा " 5th pillar corrouption killer " जिसको खोलने हेतु लिंक है :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 
               आपका अपना मित्र :- पीताम्बर दत्त शर्मा 
                       संपर्क :- +919414657511. 

Thursday, July 5, 2012

" कण - कण में भगवान चाहिए या भगवन का कण " ???????

" भगवत प्रेमी " मित्रो , सादर जय श्री भगवान् !! पिछले तीन दिनों से पूरे विश्व का मिडिया , वैज्ञानिकों के बयानों और रंग बिरंगे चित्रों - ग्राफिकों से हम साधारण बुध्धि वाले लोगों को ये समझाने की कोशिश कर रहे हैं की उन्होंने उस विशेष " कण " का पता लगा लिया है जिस से परमात्मा ने सूरज , चाँद और सितारे बनाये !! और उसी से ब्रह्मांड में जीवन की उत्पत्ति हुई !! उन्हों ने ये भी मन की पिछले 4सालों से पूरे विश्व के 113देशों के10,000 वैज्ञानिकों की अरबों रुपयों की लगत और मेहनत से ये " महीन " निष्कर्ष निकला है की अनु में एक ऐसा कण भी होता है जो दो अणुओं की प्रकाश की गति से टक्कर होने पर निकलता है !! और ये कण हर बार की टक्कर से नहीं निकलता बल्कि किसी - किसी टक्कर में निकलता है !! अभी तक हमारे महान वैज्ञानिकों को ये भी नहीं पता चला है की वो कौन सी विशेष प्रकार की टक्कर होती है जिससे ये " बोसों " नामक " भगवन का कण निकलेगा !! अभी कई वर्षों तक और पर्योग होंगे , टेस्ट होंगे तब कंही जाकर खोज पूरी होगी !!
                              हमारे वैज्ञानिकों का कहना है की जब सारे प्रयोग हो जायेंगे और टेस्ट सफल हो जायेंगे तब विश्व ने बिजली और हर प्रकार का इंधन प्रचुर मात्र में मिलेगा !! चलो हमारी आने वाली पीढ़ी हेतु कुछ तो आशाएं हैं वर्ना मैं तो यही सोच - सोच कर परेशान था की मेरे पोते - पडपोते , बिजली का बिल कैसे भरेंगे , सब्जी कैसे खरीद पायेंगे , राशन कितना और कैसे लायेंगे आदि - आदि !!!????
                 दोस्तों भारत हमारा सब विषयों में हमेशा आगे ही रहा है !! चाहे वो विज्ञानं हो या अयुर्वेद , मानव जाती का ज्ञान हो या पशु - पक्षियों और जलीय प्राणियों का ज्ञान हो !!लेकिन समस्या ये है की हमारी बात कोई सुनता नहीं !! सालों धक्के खाकर बाद में ससुरे मानते हैं की जो सनातन धर्म ने मनुष्य जाती को अपने अनमोल ग्रंथों में बताया है वही सच है लेकिन हम उसके गूढ़ रहस्यों तक नहीं पंहुच पाते हैं !1 क्योंकि हम अपनी पत्नी से ज्यादा पडोसी की पत्नी को सुन्दर और ज्ञानवान मानते चले आ रहे हैं !! 
                               मेरे जीवन में बहुत से संतों का प्रवचन सुनने का मौका आया है !! क्योंकि मेरे माता - पिता सनातन धर्म के प्रचारक ही रहे हैं ! उनको लोग पहले अपने शहरों में 2-4 दिनोहेतु प्रवचन देने हेतु बुलाया करते थे तो मैं भी उनके साथ जाया करता था !! इस तरह मुझे ईश्वरीय ज्ञान बड़ी सहजता से प्राप्त हुआ !!इसी तरह से एक दिन एक संत जी का भाषण चल रहा था , वे बोले मैं आपको अभी के अभी परमात्मा के दर्शन करवा सकता हूँ , लेकिन आप श्रधा से सुनोगे तो शारे  बोले जी हम श्रधा से ही सुनेंगे , तब वो सन्ति जी बोले मेरे बताने के बाद जिसको विश्वास आ जाये की मैंने भगवन दिखा दिया है वो उसे अपने मन में बसाले और जिसे विश्वास न हो वो चुप चाप अपने घर को चला जाए और फिर कभी भी मेरे प्रवचन सुनने नहीं आये !!
                             हम सब एक दम सतर्क हो गए की आज परमात्मा के दर्शन हो जायेंगे ....तभी महात्मा जी बोले की सभी पहले 11 बार " श्री - राम " का जाप करो और अपनी आँखें मूँद कर मुझे सुनो !! सबने ऐसा ही किया ..तभी महात्मा जी बोले आपले चीनी देखि है सब बोले हांजी , फिर उन्होंने पुछा आपने दूध देखा है सब बोले जी गुरु जी , तब वो बोले जब चीनी को दूध में मिला देते हैं तो क्या होता है सब बोले दूध मीठा हो जाता है , तब गुरु जी बोले क्या तुम उस मिठास को देख सकते हो ?? सब बोले नहीं , तो गुरु जी ने कहा की जो " मिठास " दिखाई नहीं दे रही लेकिन वो है , वोही " भगवान् " है !! बोलो दिखा क्या भगवान ?? सब बोले जी दिख गया !
                              इस तरह से मेरे जैसा जब साधारण आदमी भगवन को दिखा सकता है सिर्फ " सुनकर " , तो अगर जब कोई हमारे वेदों और अन्य ग्रंथों की रिसर्च करेगा तो क्या उसे विस्तृत रूप से भगवन का ज्ञान नहीं मिलेगा ..??? मैं कहता हूँ अवश्य मिले गा !!! उसके लिए हम भारतियों को अपने ग्रंथों में अपर विश्वास और श्रध्दा दिखानी और करनी होगी !! हम आज भी विश्व को ज्ञान देने वाले हैं और आगे भी रहेंगे !! सुना है इस खोजे गए कण का नाम भी वैज्ञानिकों ने भारत के किसी व्यक्ति के नाम पर रख्खा है " बोसोन " शायद ये हमारे मशहूर वैज्ञानिक श्री सत्येन्द्र नाथ बोस के नाम पर रख्खा गया है जिन्होंने विश्व को ये बताया था की अनु एक तरह के नहीं बल्कि तीन तरह के होते हैं !
                    तो दोस्तों आपको कैसे लगते हैं हमारे ये लेख !!कृपया आप अपने अनमोल विचारों को हमारे ब्लॉग और ग्रुप जिसका नाम " फिफ्थ पिल्लर क्रप्प्शन किल्लर " है पर जाकर अवश्य लिखें जिन्हें हम अपनी प्रकाशित होने वाली पुस्तक में एक ख़ास स्थान देंगे !! आप इस ब्लॉग को ज्वाइन भी कर सकते हैं , आप चाहें तो अपने फेस - बुक मित्रों संग शेयर भी कर सकते हैं हमारा लिंक नोट करे :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 
                आपका अपना ; पीताम्बर दत्त शर्मा 
                       संपर्क ;+919414657511.   

Tuesday, July 3, 2012

" लो जी ,आ गया हमारा जनम दिन भी " !!!!!!!

" जनम - दिन मनाने वाले " ज्ञानवान सखियों और सखाओं एवं प्यारे बच्चो !! सबको प्यार भरा नमस्कार !
                               जिस प्रकार से सबका कोई ना कोई जनम दिन होता है ऐसे ही हमारा जनम दिन भी है , सही है या गलत ये हमें पता नहीं जी , हमें तो इतना पता है कि हमारी एक जनम कुंडली बनी हुई है जिसमे ये लिखा है की ये महा - पुरुष 4.जुलाई 1961. को दोपहर 1:30. से 2:00 बजे के बीच में राजकीय चिकित्सालय अबोहर पंजाब में " साक्षात प्रकट " हुए !! आप कहोगे की सारे तो जनम लेते हैं आप प्रकट कैसे हो गए जी , तो सुनिए जी , आप भूल गए की शास्त्रों में साफ़ - साफ़ लिखा है की देवता लोग अवतरित होते हैं ! रामायण में कविराज तुलसी दास जी ने लिखा है की " भये प्रकट कृपाला , दीन - दयाला , कौशल्या हितकारी !! हमारे पास भी पुख्ता सबूत है की जनाब हम भी प्रकट हुए हैं ! 
                                हमारी माता श्री मति वीणा पांणी जी " रामायणी " ने हमें बताया था की तुम्हरे पिता श्री वेद  परकाश जी " दिग्गज " साहब हमारे जनम के समय बहुत चिंता में थे और हॉस्पिटल के वार्ड में इधर से उधर डोल  रहे थे , क्योंकि हम पहले नंबर की संतान होने जा रहे थे भई !!चिंता होना स्वभाविक था जी , तभी नर्स ने उन्हें एक पर्ची पकडाई और बोली की ये दावा ला दीजिये बच्चे के जनम में परेशानी हो रही है , पिता जी दवाई लेने गए और तभी हमें मौका मिल गया , नर्स भी वंहा नहीं थी एकांत देख कर हम प्रकट हो गए !! हमारी माता बोली की प्रभु जग हंसाई हो जायेगी , आप बाल रूप में आ जाइए तो हम बाल रूप मैं आ गए जी !
                               कुछ दिनों बाद जब हमारी जनम कुंडली बनाने पंडित जी पधारे तो वो जनम समय के ग्रहों की स्थिति देख कर दंग  हो गए !!..बोले :- की इस बच्चे की कुंडली में विशेष योग है , ये असीम ग्यानी है , दुनयावी पढाई तो इसके योग में कम है लेकिन अलौकिक ज्ञान का भण्डार इसके पास अथाह होगा !! ये पर - देश  जायेगा , इसके पास चार पहियों वाली गाडी भी होगी और लाखों इसके चाहने वाले होंगे ! लोग इसकी बातों को अधिक महत्त्व देंगे !! पहले ये " भोगी " बनेगा , फिर ये योगी बनेगा जिस प्रकार सतयुग में राजा  जनक हुए !!  
                                      हमारी माता बोली बस पंडित जी क्यों मजाक कर रहे हैं !! हम साधारण ब्रह्मण परिवार हमारे ये तो अध्यापक हैं इनका वेतन मात्र 67/- रूपये है , तो भला ये कैसे संभव है !! पंडित जी बोले सब इश्वर की माया है वो ही अपना असर दिखाएगी , देखती रहना !! तो मित्रो आज कभी कभी मेरी आँखों में आंसू आ जाते हैं उन पंडित जी को याद करके , जिन्हें हम गुरु जी भी बुलाते थे !! आज भगवन की कृपा से इश्वर का दिया सब कुछ है !आप जैसे देश - विदेश में बैठे लाखों मित्र हैं जो मुझे इतना मान सन्मान देते हैं ! मेरे विचारों को सराहते हैं !! सन 2018 में मेरा भारत न्ह्र्मन का कार्यक्रम है जिसमे मैं एक विशेष लक्ष्य के साथ उतरना चाहता हूँ जो आप लाखों मित्रों के बिना संभव नहीं है !! वो ये है की सनातन धर्मानुसार हमारे सभी देवताओं की जीवनी को एक माला में पिरोना , हमारे शास्त्रों को एक जगह इकठ्ठा करना और उसे आधुनिक ढाँचे में ढाल कर आने वाली पीढ़ियों के सामने रखना !! क्योंकि मित्रो , पहले मुगलों ने , फिर फिरंगियों ने और अब कांग्रेसियों और कोम्रेदियों ने हमारे इतिहास को बिलकुल उल्टा - पुल्टा कर दिया है !! 
                                  क्यों मित्रो , आपका क्या कहना है इस बारे में , मुझे ये तो पता है की आप सब मुझे मेरा जनम दिन तो विश करोगे ही , लेकिन मैं चाहता हूँ की सन 2018 के मेरे इस अभ्याँ में आप कन्हा  खड़े होवोगे , मेरा इस लक्ष्य को पाने में सहयोग करने हेतु  !! क्योंकि अभी वक्त काफी पडा है इस काम हेतु बाद में विस्तार से कभी चर्चा करेंगे !! 
                                            अभी तो जनम दिन की ही बात करते हैं भारतीय परम्पराके अनुसार तो जनम दिन के उत्सव को मनाने हेतु यज्ञ कराते हैं , पशु - पक्षियों को दाना डालते हैं और बधाइयां स्वीकारते हैं !! इंग्लिश तरीके का तो सबको पता है ....मोम बत्तियां बुझाओ , केक काटो और हेप्पी बर्थ डे टू  यू बोलो बस हो गया जनम दिन !! मैं तो आचार्य रजनीश जी की तरह कहता हूँ की जैसा कहे मन वैसा ही करो !! 
                               तो मित्रो , खुशिया मनाओ , आज हमारा जनम दिन है !! खूब खाओ , मस्ती करो !आप अपने अनमोल विचारों को हमारे ब्लॉग पर शेयर कर सकते हैं !! उसे ज्वाइन भी कर सकते हैं !!और मित्रों को बाँट भी सकते हैं !!जिसका नाम है " फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर " जिसका लिंक है :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 
     सब मेरे साथ मिलकर जोर से बोलिए .......
धर्म की ......जय हो !! अधर्म का ......नाश हो !!! प्राणियों में ....सद्भावना हो !!  विश्व का ....कल्याण हो !!! 
 हर - हर  - महा देव ....!!!


                      आपका अपना ......पीताम्बर दत्त शर्मा , संपर्क :- +919414657511.  

Monday, July 2, 2012

" जन - सेवक " भी - " सेवा- कर " के अंतर्गत आना चाहिए ..!!!

" सेवा " करने वाले सभी स्वयं - सेवकों मित्रों को मेरा श्रध्धा पूर्वक नमस्कार !! 
                                  हमारे नेता बेचारे बेहद बदनाम हो चुके हैं की वो कोई काम नहीं करते , देखो उन्होंने कितना सुन्दर काम किया है की जो सेवा करते हैं उनसे 12% टेक्स वसूलेंगे !!  138. सेवाओं को चिन्हित किया गया लेकिन सबसे बड़े सेवकों यानी खुद को ये हमारे नेता भूल ही गए क्यों ...??? सब से बड़ी सेवा तो ये ही लोग कर रहे हैं यारो !! की नहीं ....क्या कहा नहीं करते ...., कुछ भी काम नहीं करते ...!! नहीं नहीं ऐसा मत कहिये सेवा तो करते ही हैं , ये बात अलग बात है की ये अपनी पार्टी और अपने चहेतों ( चमचों ) की सेवा ज्यादा करते हैं !! 
                                  वैसे एक प्रकार की सेवा पुलिस वाले भी करते हैं उसे भी टेक्स वाली सूची में हमारी सरकार ने शामिल नहीं किया अब इस देश में नेताओं के बाद कोई सच्चे मन से सेवा करता है वो हमारी पुलिस ही तो है , इससे भला कोई इनकार कर सकता है !नहीं ना ..!! अगर हमारी सरकार इन दो सेवाओं पर भी टेक्स भी लगा देती तो मैं दावे के साथ कह सकता हूँ की सब ख़ुशी से टेक्स अदा करते !! क्योंकि कई मामलों में हमारे नेताऔर हमारी पुलिस जी भी " सेवा " करके प्रेस को ब्यान दे देती है की हमने तो सेवा की ही नहीं है ये तो ऐसे ही मर गया .!! 
                             नेताओं को भी फायदा है , वो ऐसे की जब भी वो वास्तव में किसी की सेवा करेंगे तो टेक्स अदा करने से पक्का प्रूफ हो जाएगा की इस शख्स की सेवा हो चुकी है ...!! है की नहीं ...???नेता जी का भी ग्राफ ऊँचाइयों को छू  जाएगा ..!! वोट भी पक्के हो जायेंगे !! और नहीं तो क्या बेचारे नेता हर द्वार पर आने वाले का काम करवा देते हैं , और वोटर है की चुनाव के वक्त सारे  मुकर जाते हैं ! एहसान फरामोश कहिंके ??? 
                                 मैं तो यंहा तक कहता हूँ की चुनाव आयोग भी ऐसा नियम बनाये की जिस नेता ने सबसे ज्यादा लोगों के काम करवाएं हों उसी को चुनाव लड़ने का मौका मिले !! राजनितिक दल भी ऐसा ही करें तो देश का भला हो जाएगा जी !! 
                             क्यों मित्रो !! आपका क्या विचार है ?????? बताइए ना प्लीज़ ...!!!!!!! बस आज ही लोग ओं करिए हमारा लिंक :-www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और खोलिए हमारा ब्लॉग जिसका नाम है " फिफ्थ पिल्लर कोराप्शन किल्लर " इसे ज्वाइन करें अपने अनमोल विचारों से भी हमें अवश्य अवगत करवाएं ! 
                 सबको मेरी जय श्री राम !! 
                      आपका अपना ... पीताम्बर दत्त शर्मा 
                             संपर्क :- +919414657511. 

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...