Tuesday, July 3, 2012

" लो जी ,आ गया हमारा जनम दिन भी " !!!!!!!

" जनम - दिन मनाने वाले " ज्ञानवान सखियों और सखाओं एवं प्यारे बच्चो !! सबको प्यार भरा नमस्कार !
                               जिस प्रकार से सबका कोई ना कोई जनम दिन होता है ऐसे ही हमारा जनम दिन भी है , सही है या गलत ये हमें पता नहीं जी , हमें तो इतना पता है कि हमारी एक जनम कुंडली बनी हुई है जिसमे ये लिखा है की ये महा - पुरुष 4.जुलाई 1961. को दोपहर 1:30. से 2:00 बजे के बीच में राजकीय चिकित्सालय अबोहर पंजाब में " साक्षात प्रकट " हुए !! आप कहोगे की सारे तो जनम लेते हैं आप प्रकट कैसे हो गए जी , तो सुनिए जी , आप भूल गए की शास्त्रों में साफ़ - साफ़ लिखा है की देवता लोग अवतरित होते हैं ! रामायण में कविराज तुलसी दास जी ने लिखा है की " भये प्रकट कृपाला , दीन - दयाला , कौशल्या हितकारी !! हमारे पास भी पुख्ता सबूत है की जनाब हम भी प्रकट हुए हैं ! 
                                हमारी माता श्री मति वीणा पांणी जी " रामायणी " ने हमें बताया था की तुम्हरे पिता श्री वेद  परकाश जी " दिग्गज " साहब हमारे जनम के समय बहुत चिंता में थे और हॉस्पिटल के वार्ड में इधर से उधर डोल  रहे थे , क्योंकि हम पहले नंबर की संतान होने जा रहे थे भई !!चिंता होना स्वभाविक था जी , तभी नर्स ने उन्हें एक पर्ची पकडाई और बोली की ये दावा ला दीजिये बच्चे के जनम में परेशानी हो रही है , पिता जी दवाई लेने गए और तभी हमें मौका मिल गया , नर्स भी वंहा नहीं थी एकांत देख कर हम प्रकट हो गए !! हमारी माता बोली की प्रभु जग हंसाई हो जायेगी , आप बाल रूप में आ जाइए तो हम बाल रूप मैं आ गए जी !
                               कुछ दिनों बाद जब हमारी जनम कुंडली बनाने पंडित जी पधारे तो वो जनम समय के ग्रहों की स्थिति देख कर दंग  हो गए !!..बोले :- की इस बच्चे की कुंडली में विशेष योग है , ये असीम ग्यानी है , दुनयावी पढाई तो इसके योग में कम है लेकिन अलौकिक ज्ञान का भण्डार इसके पास अथाह होगा !! ये पर - देश  जायेगा , इसके पास चार पहियों वाली गाडी भी होगी और लाखों इसके चाहने वाले होंगे ! लोग इसकी बातों को अधिक महत्त्व देंगे !! पहले ये " भोगी " बनेगा , फिर ये योगी बनेगा जिस प्रकार सतयुग में राजा  जनक हुए !!  
                                      हमारी माता बोली बस पंडित जी क्यों मजाक कर रहे हैं !! हम साधारण ब्रह्मण परिवार हमारे ये तो अध्यापक हैं इनका वेतन मात्र 67/- रूपये है , तो भला ये कैसे संभव है !! पंडित जी बोले सब इश्वर की माया है वो ही अपना असर दिखाएगी , देखती रहना !! तो मित्रो आज कभी कभी मेरी आँखों में आंसू आ जाते हैं उन पंडित जी को याद करके , जिन्हें हम गुरु जी भी बुलाते थे !! आज भगवन की कृपा से इश्वर का दिया सब कुछ है !आप जैसे देश - विदेश में बैठे लाखों मित्र हैं जो मुझे इतना मान सन्मान देते हैं ! मेरे विचारों को सराहते हैं !! सन 2018 में मेरा भारत न्ह्र्मन का कार्यक्रम है जिसमे मैं एक विशेष लक्ष्य के साथ उतरना चाहता हूँ जो आप लाखों मित्रों के बिना संभव नहीं है !! वो ये है की सनातन धर्मानुसार हमारे सभी देवताओं की जीवनी को एक माला में पिरोना , हमारे शास्त्रों को एक जगह इकठ्ठा करना और उसे आधुनिक ढाँचे में ढाल कर आने वाली पीढ़ियों के सामने रखना !! क्योंकि मित्रो , पहले मुगलों ने , फिर फिरंगियों ने और अब कांग्रेसियों और कोम्रेदियों ने हमारे इतिहास को बिलकुल उल्टा - पुल्टा कर दिया है !! 
                                  क्यों मित्रो , आपका क्या कहना है इस बारे में , मुझे ये तो पता है की आप सब मुझे मेरा जनम दिन तो विश करोगे ही , लेकिन मैं चाहता हूँ की सन 2018 के मेरे इस अभ्याँ में आप कन्हा  खड़े होवोगे , मेरा इस लक्ष्य को पाने में सहयोग करने हेतु  !! क्योंकि अभी वक्त काफी पडा है इस काम हेतु बाद में विस्तार से कभी चर्चा करेंगे !! 
                                            अभी तो जनम दिन की ही बात करते हैं भारतीय परम्पराके अनुसार तो जनम दिन के उत्सव को मनाने हेतु यज्ञ कराते हैं , पशु - पक्षियों को दाना डालते हैं और बधाइयां स्वीकारते हैं !! इंग्लिश तरीके का तो सबको पता है ....मोम बत्तियां बुझाओ , केक काटो और हेप्पी बर्थ डे टू  यू बोलो बस हो गया जनम दिन !! मैं तो आचार्य रजनीश जी की तरह कहता हूँ की जैसा कहे मन वैसा ही करो !! 
                               तो मित्रो , खुशिया मनाओ , आज हमारा जनम दिन है !! खूब खाओ , मस्ती करो !आप अपने अनमोल विचारों को हमारे ब्लॉग पर शेयर कर सकते हैं !! उसे ज्वाइन भी कर सकते हैं !!और मित्रों को बाँट भी सकते हैं !!जिसका नाम है " फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर " जिसका लिंक है :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 
     सब मेरे साथ मिलकर जोर से बोलिए .......
धर्म की ......जय हो !! अधर्म का ......नाश हो !!! प्राणियों में ....सद्भावना हो !!  विश्व का ....कल्याण हो !!! 
 हर - हर  - महा देव ....!!!


                      आपका अपना ......पीताम्बर दत्त शर्मा , संपर्क :- +919414657511.  

2 comments:

  1. जनमदिन की बधाईयां जी।

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  2. Divay Purush ko Divay Janamdin ki Badhaiya...

    Bhagwan Aap to 'Big Bazar' me ho Hum to aapko Mandiro me Dhundh rhe the...

    AApne ek baat to batai hi nhi ki un Dawao ka kya hua jo aapke Pitaji leke aaye the... wo use hue ya nhi...


    aapki Divy Lekhni ko Naman

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...