Thursday, May 19, 2011

" DO NOT DISTERB "DESH KA MANTRI MANDAL "SO" RAHA HAI ! ! ! ! !

प्यारे दोस्तों, नमस्कार !गर्मियों के दिन हैं ,आलस्य आ ही जाता है |देश के प्रधानमंत्री सहित सारा मंत्रिमंडल सो रहा है,कोई जेल में,तो कोई रेल में ,कोई आफिस में,तो कोई संसद में |कोई मंत्री घोटाला करदे तो पी.एम. साहिब और उनकी पार्टी के प्रवक्ता कहते हैं हमें क्या पता ?अब पी.एम. साहिब मंत्रियों के टेबल पर डंडा लेकर खड़े होकर काम तो नहीं करवाएँगे ?और कोई मंत्री पर ऊँगली उठे तो मंत्री कहता है की मुझे क्या पता.जांच करवाएंगे,हमने थोडेही किया है कोई गलत काम ,काम तो बाबू लोग करते हैं ?और जब कोई खुदानाखास्ता अच्छा काम बाबुओं से हो जाये तो यही मंत्री बाबुओं को पीछे कर खुद आगे आ जाते हैं ,और वाह वाही लूट लेते हैं |अभी पिछले दिनों अमेरिका ने पाकिस्तान में चोरी से घुस कर "श्री मान ओसामा बिन लादेन "को पता नहीं क्या कर दिया ? तो भारत में बैठे कुछ लोगों का होसला ऐसे ही बढ़ गया,जैसे अमिताभ बच्चन की फिलम में लड़ाई का सीन देख कर भोले भले दर्शकों का बढ़ जाता है |आव देखा न ताव ,बस बोलदिये "हमें भी ऐसा ही करना चाहिए "और थल सेना अध्यक्ष जी ने भी कह दिया कि आज्ञा मिलेगी तो हम भी ऐसा कर सकते हैं | आनन - फानन में गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान को एक लिस्ट भेज दी ,जिसमे ५० वांटेड लोगों के नाम थे | और अब पता नहीं कोनसे लोग हैं जो आये दिन बता रहे हैं कि इसमें से दो तो हमारे पास ही हैं | लो जी फट गया ढोल और खुल गयी पोल | अब चिदम्बरम साहिब "सोये से जागे" हैं  |पता लगा रहे हैं कि कंहाँ चूक हुई है |दिल्ली की सी.एम. साहिबा भी कहती हैं किखेलों के टेंडर मैंने थोड़े ही निकाले थे ,जांच करवाएंगे ? मैं तो कहता हूँ की इन नेताओं को भी बराबर की सजा मिलनी चाहिए |क्या ये सो रहे थे?क्या किसी भी आफिस के मुखिया को समय-समय पर ये नहीं जांचना चाहिए की उसके मातहत क्या कर रहे हैं ?अंतर्राष्ट्रीय नीतियां क्या होनी चाहिए ,ये गहन सोच का विषय है | पक्ष और विपक्ष को मिल कर नीतियाँ तैयार करनी चाहिए |

1 comment:

  1. आपकी पोस्‍ट पर स्‍याही का रंग बदलिए, पढ़ने में कठिनाई हो रही है। जितनी सादगी पूर्ण होगा उतना ही पठनीय होगा।

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

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