Monday, November 14, 2016

मोदी जी की "कड़क चाय"का स्वाद !? - पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक-विचारक) मो.न. +9414657511

मित्रो ! जैसे ही मोदी जी ने उस दिन रात आठ बजे राष्ट्र के नाम अपने सन्देश में देश भक्तों और  दुश्मनों  को बताया कि "भारत में 500 और 1000 रूपये के नोट आज से बन्द हो गए हैं तो सारा देश सहम सा गया !लोग कई देर तलक अचंभित से एक दुसरे से पूछते रहे कि क्या सच में ऐसा हो ही गया है ? जब भारत के छोटे से छोटे भ्रष्ट नागरिक को ये पता चला कि ये सच्च है तो उसने तभी से अपना दिमाग केवल इसी बात पर लगाना चालु कर दिया कि मैं कैसे अपना "काला -धन"खपाऊँ या बदलवाऊँ ?क्योंकि "कोंग्रेस के शासन चलाने की एक विशेष संस्कृति"है इसलिए हर आदमी इस देश का " भ्रष्ट व्यवस्था "का हिस्सा बन चुका है !केवल स्तर का ही अंतर है !कोई छोटा है तो कोई बड़ा है !
                           देश के सभी राजनितिक दलों के नेता 24 घण्टे तो अपनी और अपने मित्रों की व्यवस्था बिठाने में लगे रहे , फिर हमारे देश के "तथाकथित युवा नेता राहुल गांधी"केवल एक दिन 4000/-रूपये बदलवाने हेतु बैंक की लाईन में लगे और सारी ,उनके मुताबिक दुःखी जनता का दुःख "दूर"कर गए ! क्या उनके पास केवल इतने ही रूपये थे ?उनके बाद तो क्या केजरीवाल , क्या ममता-मुलायम ,मायावती,लालू,और येचुरी जैसे "काले- कौओं"की तरह काँव -काँव करने लगे !इनको ऐसा करते देख इनके कारिंदे भी गली गली जाकर बैंकों के आगे लगी लाइनों में खड़े लोगों को भड़काने लगे !जब उन्होंने देखा की जनता भड़क ही नहीं रही है तो इनके  कारिंदे स्वयम ही लाइनों में खड़े होकर लड़ने लगे !और बिकाऊ पत्रकार -टीवी चेनेल वाले 3 दिनों तलक यही दिखा-पढ़ा और चला रहे हैं कि यहां झगड़ा हो गया वहाँ नोट खत्म हो गए वगैरह-वगेरह !केवल कुछ चेनेल और अखबार वाले ये जनता को बता रहे हैं कि अब सरकार ने ये सुविधा दे दी है और अब ये सहूलियत हो गयी है !अब आप ही बताइये कौन सी ख़बरें सकरात्मक हैं जी !
                         मोदी जी भी हमारे नहीं हैं ! वो भी  भाषणों से नकरात्मक प्रचार करने वाले "बिकाऊ"लोगों को करार जवाब भी दे रहे हैं और जनता को सांत्वना भी दे रहे हैं !जनता भी आगे बढ़कर तालियों से उनको भरपूर समर्थन दे रही है !मित्रो !अगर मैंने थोड़ा भी काला-धन अपने पास रख्खा हुआ है तो मुझे भी कुछ दिन अगर लाइन में लग्न पड़े तो क्या ? कुछ जुरमाना भी देना पड़े तो क्या ??? " बॉर्डर पर जो जवान मर रहा है इस काले धन के माध्यम से उस से तो मैं ज्यादा भाग्यवान हूँ "!और अगर उनका भी मरना थम जाए मोदी जी  कठोर-कदम से तो अगर मैं जेल भी चला जाऊं तो मुझे कोई गम नहीं है ! मैं मोदी जी को अपना पूर्ण समर्थन  देता हूँ ! और आप ?? 
                        मोदी जी ने हम सबको जो ये कड़क चाय पिलाई है वो स्वादिष्ट भी है और गुणकारी भी , लेकिन सिर्फ उन लोगों के लिए जिनके अंदर देश-प्रेम की भावना है !मगर वो अवश्य परेशान हैं जो बिकाऊ और भ्रष्ट होने के साथ साथ जाने-अनजाने गद्दारों के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं !जो समझकसर समर्पण कर देगा वो बच जाएगा और जो चालाक  चाहेगा वो फंस जाएगा !अब आपकी मर्ज़ी !!!!!!!!!!
      



1 comment:

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...