किसी ज़माने में पत्रकारों को "ब्राह्मण"का दर्ज़ा दिया जाता था और उनके कार्य को "ब्रह्मणत्व"का ! क्योंकि इनके कार्य समाज,देश और विश्व का कल्याण होता था !आदर्श स्थापित करते थे विद्वान लेखक,कवि,कहानीकार ,इतिहासकार और आदरणीय पत्रकार - सम्पादक लोग !एंकर लोगों का उस समय प्रादुर्भाव नहीं हुआ था !केवल जीवन-यापन में अपेक्षित धन व अन्य साधनों की आवश्यकता ऐसे लोगों को पड़ती थी !रहन-सहन परिवार का पालन भी बड़ा ही साधारण होता था !जीवन में केवल "मूल्यों"की ही कदर होती थी !शक्ल-सूरत कपड़ों-कोठियों या वातानुकूलित कार्यालयों की नहीं !अच्छे,समाज सुधारक और धार्मिक विषयों को महत्व दिया जाता था और दुर्घटनाओं और सामाजिक विकारों-अपराधों को कम स्थान दिया जाता और संक्षिप्त किया जाता था !
आज देखिये ! हमारा मीडिया क्या कर रहा है !ये भी "शूद्र" हो गया है !इसे भी गंदे लोगों का "संरक्षण-आरक्षण"प्राप्त है !इसीलिए ये किसी की परवाह नहीं करता !ज़हर उगल रहा है ,ज़हर बो रहा है और ज़हर की फसल से देश-धर्म को गंदा करता ही जा रहा है !इसमें भी ग्रुप बन गए हैं !इसमें भी गद्दार और देश के दुश्मन पैदा हो गए हैं !सरकारें आज कीं भी डरतीं हैं इनसे !क्योंकि ये भारत के विरोध की ख़बरें पहले गढ़ते हैं ,फिर उन्हीं समाचारों का हवाला विपक्ष विदेशों में जाकर दोहराता है और दोबारा फिर ये लोग उन्हीं बातों को नमक-मिर्च लगाकर परोसते हैं !इन्हीं विषयों को फिर भारत के दुश्मन देश संयुक्त राज्य की सभा में बोलते हैं ,इस तरह से एक सोची समझी चाल के तहत देश को गर्त में पंहुचने का काम हमारा ये मीडिया करता है आजकल !
सब जानते हैं ! कुछ पत्रकार लोग ये समझ गए हैं और ऐसे लोगों से अलग भी हो गए हैं !लेकिन सरकार ने अगर जल्द से जल्द इनपर सख्त कार्यवाही नहीं करी तो देश की जड़ें कमज़ोर होने में वक़्त नहीं लगेगा ! जागो !! इससे पहले कि देर ही हो जाए !!!!!
ऐसे चैनलों को देखना और अख़बारों को पढ़ना छोडो !तभी ये बिकने की स्थिति में आएंगे !आखिर कौन है इन लोगों के पीछे ???कौन इनको पोषित कर रहा है ????क्यों देश का क़ानून इन पर हाथ नहीं डाल पा रहा ???हैरान हूँ मैं ,परेशान हूँ मैं !! और आप ??????
प्रिय मित्रो !
सादर नमस्कार !
कुशलता के आदान-प्रदान पश्चात् समाचार ये है कि हमारे इस ब्लॉग में ज्वलन्त विषयों पर लेख-टिप्पणियां होती हैं।जो मित्र पढ़ने में रूचि रखते हों,अवश्य पढ़ें,फिर अपने मित्रों को शेयर करें और अपने अनमोल कॉमेंट्स भी रोज़ाना लिख्खा करें।इसका लिंक ये है - www.pitamberduttsharma.blogspot.com. मुझसे संपर्क करने हेतु मेरा ई मेल एड्रेस ये है - pitamberdutt.sharma@gmail.com. मेरा मोबाईल नम्बर ये है - 9414657511. सधन्यवाद ! आपका अपना मित्र पीताम्बर दत्त शर्मा,1/120,आवासन मंडल कालोनी,वार्ड नम्बर 10,सूरतगढ़।जिला श्रीगंगानगर,राज. भारत
आज देखिये ! हमारा मीडिया क्या कर रहा है !ये भी "शूद्र" हो गया है !इसे भी गंदे लोगों का "संरक्षण-आरक्षण"प्राप्त है !इसीलिए ये किसी की परवाह नहीं करता !ज़हर उगल रहा है ,ज़हर बो रहा है और ज़हर की फसल से देश-धर्म को गंदा करता ही जा रहा है !इसमें भी ग्रुप बन गए हैं !इसमें भी गद्दार और देश के दुश्मन पैदा हो गए हैं !सरकारें आज कीं भी डरतीं हैं इनसे !क्योंकि ये भारत के विरोध की ख़बरें पहले गढ़ते हैं ,फिर उन्हीं समाचारों का हवाला विपक्ष विदेशों में जाकर दोहराता है और दोबारा फिर ये लोग उन्हीं बातों को नमक-मिर्च लगाकर परोसते हैं !इन्हीं विषयों को फिर भारत के दुश्मन देश संयुक्त राज्य की सभा में बोलते हैं ,इस तरह से एक सोची समझी चाल के तहत देश को गर्त में पंहुचने का काम हमारा ये मीडिया करता है आजकल !
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