Friday, August 12, 2011

" RAKSHA - BANDHAN - - - - KARE RAKSHA - SWTANTRTA - DIWAS KI "

भाइयो और बहनों एवं प्य्रे दोस्तों , रक्षा - बंधन और स्वतंत्रता - दिवस की हार्दिक बधाई स्वीकार करें ! त्यौहार है इसलिए बधाई तो देनी ही पड़ेगी , लेकिन हालात नहीं है देश के बधाई देने वाले | सोना ,चांदी,हीरे ,मोती,पीतल ,ताम्बा,लोहा,कांच को तो छोड़ो , बाज़ार दाल सब्जी और फल लेने जाना पड़े तो " नानी याद आ जाती है" | इन अफसरों , मंत्रियों और बाबुओं की तनख्वाह इतनी है की इन्हें तो १००/- रूपये कुछ भी नहीं लगते | मध्यम निम्न दर्जे का आदमी जाए तो कंहा जाए | न तो वो बी.पी.एल. बन सकता और न वो अमीर बन सकता | दो पाटन में पिसना ही उसकी किस्मत है | नेता लोग इंग्लिश में आंकड़े सुनाकर जनता को बरगला रहे हैं | पत्रकार बहस कराके अपना पल्ला झाड रहे हैं | विपक्ष शोर मचा रहा है |  सोनिया जी राम जाने कैसी बीमारी से जूझ रही हैं,वो परिवार सहित विदेश चली गयी हैं | भगवान उन्हें जल्दी ठीक करे ,  वैसे " डर " भी एक बीमारी होती है | मंत्री अकड़े पड़े हैं | ऐसे में मुझे भी ये डर सता रहा है कि कंही हमारा देश फिरसे गुलाम न हो जाए ? क्योंकि सरकार की नीतियाँ ही ऐसी हैं | बाबू काबू में नहीं | मुझे तो एक पुराना गाना याद आ रहा है ..." राम चन्द्र कह गए सिया से , ऐसा कलयुग आएगा ...... हंस चुगेगा दाना तिनका कौआ मोती कहेगा ..... हो जी रे .....| तो रक्षा बंधन ही स्वतंत्रता दिवस की रक्षा करे तो करे | या फिर " रक्षा करे तेरी सिया राम ...सियाराम ...!

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