सच यही है कि जितने भी आज बड़े नेता भारत में हैं , वो या उनका कोई बुज़ुर्ग कॉंग्रेसी अवश्य रहा होगा ! इसीलिए हम चाहे कांग्रेस के कितने भी विरोधी क्यों ना हों , लेकिन जब भी उस पर कोई कष्ट आता है तो सबसे पहले हम ही उन्हें अपना "इलाज" करवाने की सलाह दे देते हैं ! महाभारत का युद्ध भी जब हो रहा था तब भी दिन में "भाई-भाई"लड़ा करते थे और शाम को उस पक्ष से अफ़सोस भी प्रकट करने पंहुच जाया करते थे ,जिसके किसी सदस्य को उन्होंने ही मारा होता था !
ठीक इसी तरह हमारे जेटली जी ने भी अपने ब्लॉग में ये लिख दिया है कि "कॉंगर्स को अपनी सर्जरी करवा लेनी चाहिए "!! सिर्फ जेटली जी ही नहीं बल्कि दुसरे दलों के नेता,कई कांग्रेस के नेता और हमारे जैसे लेखक-पत्रकार भी पूरे जोर-शोर से "सलाह"दे रहे हैं कि कांग्रेस अपनी सर्जरी अवश्य करवाए ! ये शायद इसीलिए हो रहा है क्योंकि हमारे इस "शरीर"के अंदर आज भी कोई "कॉंग्रेसी" छिपा बैठा है !ऐसा नहीं है कि सिर्फ यही एक कारण है हम सबके ऐसा बोलने का ! कुछ ना कुछ हमारे मनों में "और भी साज़िशें"दौड़ रही हैं !
जैसे दिग्गी राजा जी ने स्प्ष्ट कह दिया है कि "मुझ जैसों को बाहर निकाल दो सोनिया जी "!!ऐसा कहने के पीछे उनका असली मक़सद तो ये है कि सोनिया मनमोहन जी को छोड़ कर राहुल कांग्रेस का अध्यक्ष बनादें और उनको मनमोहन सिंह जी की जगह अगला संभावित कांग्रेस का प्रधानमंत्री ! कुछ ऐसे भी कॉंग्रेसी हैं जो चाहते हैं कि प्रियंका जी को कमान सौंप कर सलमान खुर्शीद,मणिशंकर ऐयर,चिदंबरम आदि को प्रधानमंत्री बनाया जाए !वैसे आज से पहले कांग्रेस में ऐसा रिवाज़ नहीं था ! वो तो नरसिम्हा राव जी के समय अल्पमत था इसीलिए उन्हें मौका दिया गया था !और मनमोहन जी की लॉटरी इसलिए खुल गयी क्योंकि सोनिया जी विदेशी मूल की थीं !नहीं तो इससे पहले ना जाने कितने बड़े नेता कांग्रेस छोड़ कर स्वयं की पार्टियां बनाते हुए इस दुनिया से चले गए !
चन्द्रशेखर,देवगौड़ा,गुजराल और देसाई जी जैसे भी कांग्रेस की मेहरबानी से ही कुछ दिन-महीने अपना शासन चला पाये ! जब भी कांग्रेस को लगा कि उसकी सरकार बन सकती है तो उसने ना कॉमरेडों का लिहाज़ किया और ना ही किसी गठबंधन धर्म का !श्री देवराज अर्स और शरद पवार जैसे लोग भी इसी कॉंग्रेसी चालों का शिकार बने ! सीता राम केसरी जी को तो अगर ना हटाया गया होता कुछ दिन और तो वो अवश्य नेहरू-गांधी परिवार का बिस्तर गोल कर देते इसीलिए उन्हें "उठवा"कर कांग्रेस से !
मेरी राय में तो सोनिया जी और राहुल जी को तो घर बैठ जाना चाहिए और प्रियंका जी को ही कांग्रेस का अध्यक्ष और भावी प्रधानमंत्री घोषित अगर कांग्रेस कर दे तो अवश्य 2019 में टक्कर दी जा सकती है !अन्यथा प्रादेशिक दल भी अंदर ही अंदर "छुरियां"तैयार किये बैठे हैं कांग्रेस को समाप्त करने हेतु !
जय - हिन्द !! जय - भारत !!
ठीक इसी तरह हमारे जेटली जी ने भी अपने ब्लॉग में ये लिख दिया है कि "कॉंगर्स को अपनी सर्जरी करवा लेनी चाहिए "!! सिर्फ जेटली जी ही नहीं बल्कि दुसरे दलों के नेता,कई कांग्रेस के नेता और हमारे जैसे लेखक-पत्रकार भी पूरे जोर-शोर से "सलाह"दे रहे हैं कि कांग्रेस अपनी सर्जरी अवश्य करवाए ! ये शायद इसीलिए हो रहा है क्योंकि हमारे इस "शरीर"के अंदर आज भी कोई "कॉंग्रेसी" छिपा बैठा है !ऐसा नहीं है कि सिर्फ यही एक कारण है हम सबके ऐसा बोलने का ! कुछ ना कुछ हमारे मनों में "और भी साज़िशें"दौड़ रही हैं !
जैसे दिग्गी राजा जी ने स्प्ष्ट कह दिया है कि "मुझ जैसों को बाहर निकाल दो सोनिया जी "!!ऐसा कहने के पीछे उनका असली मक़सद तो ये है कि सोनिया मनमोहन जी को छोड़ कर राहुल कांग्रेस का अध्यक्ष बनादें और उनको मनमोहन सिंह जी की जगह अगला संभावित कांग्रेस का प्रधानमंत्री ! कुछ ऐसे भी कॉंग्रेसी हैं जो चाहते हैं कि प्रियंका जी को कमान सौंप कर सलमान खुर्शीद,मणिशंकर ऐयर,चिदंबरम आदि को प्रधानमंत्री बनाया जाए !वैसे आज से पहले कांग्रेस में ऐसा रिवाज़ नहीं था ! वो तो नरसिम्हा राव जी के समय अल्पमत था इसीलिए उन्हें मौका दिया गया था !और मनमोहन जी की लॉटरी इसलिए खुल गयी क्योंकि सोनिया जी विदेशी मूल की थीं !नहीं तो इससे पहले ना जाने कितने बड़े नेता कांग्रेस छोड़ कर स्वयं की पार्टियां बनाते हुए इस दुनिया से चले गए !
चन्द्रशेखर,देवगौड़ा,गुजराल और देसाई जी जैसे भी कांग्रेस की मेहरबानी से ही कुछ दिन-महीने अपना शासन चला पाये ! जब भी कांग्रेस को लगा कि उसकी सरकार बन सकती है तो उसने ना कॉमरेडों का लिहाज़ किया और ना ही किसी गठबंधन धर्म का !श्री देवराज अर्स और शरद पवार जैसे लोग भी इसी कॉंग्रेसी चालों का शिकार बने ! सीता राम केसरी जी को तो अगर ना हटाया गया होता कुछ दिन और तो वो अवश्य नेहरू-गांधी परिवार का बिस्तर गोल कर देते इसीलिए उन्हें "उठवा"कर कांग्रेस से !
मेरी राय में तो सोनिया जी और राहुल जी को तो घर बैठ जाना चाहिए और प्रियंका जी को ही कांग्रेस का अध्यक्ष और भावी प्रधानमंत्री घोषित अगर कांग्रेस कर दे तो अवश्य 2019 में टक्कर दी जा सकती है !अन्यथा प्रादेशिक दल भी अंदर ही अंदर "छुरियां"तैयार किये बैठे हैं कांग्रेस को समाप्त करने हेतु !
जय - हिन्द !! जय - भारत !!
"5th पिल्लर करप्शन किल्लर"वो ब्लॉग जिसे आप रोज़ाना पढ़ना,बाँटना और अपने अमूल्य कॉमेंट्स देना चाहेंगे !लिंक- www.pitamberduttsharma.blogspot.com.!
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (22-05-2016) को "गौतम बुद्ध का मध्यम मार्ग" (चर्चा अंक-2350) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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बुद्ध पूर्णिमा की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'