सभी दान देने वाले मित्रों को मेरा राम - राम ! दान देने का शास्त्रों में बड़ा महत्त्व बताया गया है !! वैसे टेक्स देने वाले को भी देने वाला ही कहा जाता है जिस से देश चलता है । मार्च के महीने में सरकार बजट पेश करती है। और टी.वी.चेनल वाले कयास लगा रहे हैं की किस प्रकार का और कितना टेक्स लगाया जाएगा ??? यानी " बकरा "झटका कर के खाया जाएगा या " हलाल " करके ??? दूसरी तरफ आज कल मीडिया में समाचार आ रहे हैं की लोगों के पास धन बहुत है । कभी समाचार आता है की किसी क्लर्क के पास करोड़ों रुपया मिला है तो कभी चपरासी के पास सोने के ढेर मिलते हैं । कोई कहता है की " मायावती बहनजी " के पास करोड़ों बढ़ गए बिना कोई काम किये तो कोई सोनिया जी को विश्व की प्रथम धनवान महिला बता रहा है ??? 90% B.P.L.कार्ड धारक लखपति हैं भारत में !! मिडल क्लास और अप्पर क्लास का तो कहना ही क्या ...??? तो फिर हमारे देश का बज़ट क्यों घाटे में जाए !! क्यों सुरक्षा व्यवस्था हेतु हम अमेरिका और जापान की तरफ हम देखें ??? क्यों बेरोज़गारी दूर करने हेतु हम अपने उपक्रम नहीं लगा पाते ??? क्यों रेलवे में सुविधाओं की कमी रहती है ??? क्यों देश के वैज्ञानिक अपनी खोज पूरी नहीं कर पाते ??? क्यों किसान मारा - मारा फिरता है ???? जनता टेक्स से परेशान है तो दान ले ले सरकार देश वासियों से तो सभी देश वासी ख़ुशी - ख़ुशी दे देंगे ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है !! कई बार इस देश की जनता ने देश खातिर कुर्बानियां दी हैं तो धन का सहयोग कोई बड़ी बात नहीं है !! 12O करोड़ लोग अगर ठान लें तो क्या नहीं हो सकता ??? लेकिन आवश्यकता है एक भरोसेमंद दान मांगने वाले व्यक्ति की .......जो आज इस देश में मिलना असंभव सा लगता है ....???????? बिना विश्वास के दान कैसे मिले इसी लिए शायद ये सरकार टेक्स लगा रही है और जनता के धन से " नेताओं - अफसरों - ठेकेदारों और व्यपारियों के घर भरते जा रहे हैं लेकिन आम आदमी की सारी उम्र रोटी कपडा मकान और बच्चों की शादियाँ करने में ही गुज़र जाती है !!चलाओ कोई ऐसी स्कीम की काला धन सफ़ेद हो जाएगा जितना कोई बताये उसका आधा ।। यानी प्यार का वादा फिफ्टी - फिफ्टी ????????????? सब कुछ हो सकता है अगर "नियत " हो तो ....??? बोलो जय श्री राम !!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
Wednesday, March 14, 2012
Tuesday, March 13, 2012
" सांसद - विधायक और विचारक नहीं , " जमूरे " पाल रखे हैं राजनितिक दलों ने " ??
मदारी का खेल देख चुके मेरे सारे समझदार मित्रो , प्यारा सा नमस्कार स्वीकार करें !! कल जब मैं बाज़ार से गुज़र रहा था तो अचानक डमरू की आवाज़ सुन कर चोंक गया , थोडा आगे जा कर देखा - तो एक मदारी डमरू बजा - बजा कर एक छोटे से लड़के से सवाल कर रहा था की जमूरे बोल तेरा नाम क्या है तो जमूरा बना लड़का बोला , उस्ताद रामू , मदारी ने फिर पूछा कौन सा खेल दिखायेगा जमूरा बोला जो आप कहो गे वोही , मदारी बोला नाचोगे जमूरा बोला हाँ हजूर ........!! इस तरह से खेल मनोरंजक होता चला गया और मैं न चाहते हुए भी सारा खेल देख कर और जमूरे को पांच रूपये देकर आगे निकला तो कांग्रेस के एक नेता मिल गए तो मैंने पूछा की उत्तराखंड में कौन मुख्यमंत्री बन रहा है ?? तो वो बोले जिसे सोनिया जी चाहेंगी वोही बनेगा । ठीक है बोल कर मैं आगे बढ़ा तो एक भाजपा का नेता मिला तो उनसे भी मैंने पूछा की भाई साहब गोआ में कौन मुख्यमंत्री बनेगा तो वो भी बोले की जिसे " संगठन " चाहेगा वो ही बनेगा !! तभी मेरे मन में ये विचार कोंधा की हम सब उस जमूरे कीतरह से क्यों अपने सारे अधिकार किसी एक व्यक्ति के हाथों में सोंप देते हैं ??? जनता जब हमें सांसद या विधायक चुन कर भेजती है तो हम अपनी बुध्धि से क्यों नहीं अपना नेता चुन सकते ?? क्यों " सांसद - विधायक और विचारक नहीं , " जमूरे " पाल रखे हैं राजनितिक दलों ने " ?? पांच सो पच्चीस सांसदों में से कितने अपनी इच्छा से कोई विधेयक या सुझाव ला सकते हैं , क्यों संसद में बहस के वक्त सारे पार्टी लाइन पर ही चलते हैं या हाज़िर ही नहीं रहते ??? चुन कर जनता भेजती है और वफादारी अपने हाई -कमांड की निभाते हैं क्यों ....??? कुछ तो विषय होने चाहियें जिन पर केवल सांसद या विधायक की अपनी ही राय मांगी जाय ...??? क्यों हज़ारों लोगों का नुमैन्दा एक जमूरा बन जाता है !! शायद इसी लिए लगभग सभी नेता अपना " सन्मान खोते जा रहे हैं !! पहले के समय में नेताओं का एक विशेष स्थान और विशेष सन्मान होता था , लेकिन अब तो महा - महिम राष्ट्रपति महोदया श्री मति प्रतिभा पाटिल जी को भी अपना अभी भाषण पूरा नहीं करने दिया जाता और वो भी हमारे माननीय सांसदों द्वारा जो की बड़े ही शर्म की बात है !! आम आदमी भी अपने व्यवहार को देखा देखि रूखा सा बना रहा है जो आगे जाकर हमारे समाज के प्रति नुक्सान दायक होगा !! इस पर चिंतन आवश्यक है !! मेरी दृष्टि में तो माता - पिता और शिक्षक इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं ......आपका क्या कहना है इस विषय पर ....कृपया केवल " लायिक " ही नहीं अपने अनमोल विचारों से भी हमें अवगत करवाएं ....:- आज ही लाग आन करे हमारा ब्लाग और ग्रुप जिसका नाम है :-" 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " ज्यादा जानकारी हेतु संपर्क करें :- ०९४१४६५७५११.
Monday, March 12, 2012
" राखी - सावंत , बनी ब्रांड एम्बेसडर भारतीय बजट सेशन की "..!!
फ़िल्मी हिरोइनों और आइटम - गर्ल के सभी प्रशंसक मित्रो , आपको मेरा " दुआ - सलाम !! देश के इतिहास में आज एक नयी घटना जुड़ गयी !! जैसे ही कल मिडिया ने ये फैलाया की U.P.A. सरकार का बजट सेशन हंगामे दार होगा , सहयोगी ही विरोधी बनेंगे , तो सरकार के मेनेजर परेशान हो गए !! और आज जिस तरह से महा - महिम श्री मति प्रतिभा पाटिल जी ने अपना अभिभाषण पढना शुरू किया तो भारी टोका - टोकी शुरू हो गयी !! न केवल विपक्ष की तरफ से बल्कि सरकार के सहयोगियों की तरफ से भी !! तभी संसद के बाहर देश की प्रख्यात अभिनेत्री " राखी सावंत " प्रकट हुईं और हमेशा की तरह हमारा महान मिडिया उसे घेर कर खडा हो गया !! लगा सवाल पे सवाल दागने ......अब मिडिया के सवालों के जवाब तो बेचारी नहीं दे पायी क्योंकि इअतनी जल्दी साड़ी तैयारी तो हो नहीं सकती थी ...!! तो उस बेचारी ने जितना समझाया गया था उतना ही बोला की " मुझे पूरण विश्वास है की सोनिया जी की सरकार देश का बजट " अच्चा" यानी बढ़िया लाएगी , उन्होंने ये भी कहा की वो ये बिलकुल नहीं बताएगी की किन लीडरों से वो मिली " !! मिडिया ने बहुत कुरेदा लेकिन और कुछ नहीं उगलवा पाया की वो तो सिर्फ संसद देखने हेतु आई है !! इन नेताओं के दिमाग का हाल देखलो की जब सरकार के पक्ष में महा - महिम राष्ट्रपति जी माहोल नहीं बना पायी तो जनता को वरगलाने हेतु र्राखी - सावंत का उपयोग किया गया जो की बड़े ही खेद का विषय है ......!! आप क्या कहते हैं ....अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग और ग्रुप पर जाकर लिखें जिसका नाम है :- "5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " आज ही ज्वाइन करें !!
" नसीहत - का इंजेक्शन " क्या काम करेगा ? ?
नसीहत देने के सभी रोगी मित्रों को मेरा नसीहत भरा नमस्कार !! " नसीहत देना " एक ऐसी बीमारी है जो विश्व के सभी देशों में पायी जाती है । बालक से ले कर बूढ़े, पढ़े लिखे हों या अनपढ़ , अमीर हो या ताकतवर ,गोरे हों या काले ,मजदूर हों या अफसर ,मर्द हो या ओरत सब इस खतरनाक रोग से ग्रस्त हो सकते हैं !! ये रोग ऐसा है की जिसको लग गया तो अंत तक रहता है !! मैं और मेरे जैसे कई लोग इस रोग से पीड़ित हैं ,कई नसीहत देने वाले तो अपने नाम से किताबें और ग्रन्थ भी लिख गए !! ग्रंथों में ये भी लिखा है की बिना मांगे अगर आप किसी को नसीहत दोगे तो उस नसीहत की " कद्र " नहीं होगी !! फिर भी सभी फ्री में नसीहत दिए जा रहे हैं .....!! अमेरिका इरान को नसीहत दे रहा है की परमाणु बम्ब मत बनाओ तो भारत पाकिस्तान को नसीहत दे रहा है की आतंकवाद को प्रोत्साहन मत दो !! चाइना भूटान को ,रशिया अफगानिस्तान को आदि आदि !! सब एक दुसरे को नसीहतें दिए जा रहे हैं ! राजनितिक दल भी एक दुसरे को नसीहतें देते रहते हैं लेकिन मानता कोई नहीं !! अभी हाल में ही r.s.s. ने अपनी पार्टी भाजपा को नसीहत दे दी , ये कोई पहली बार नहीं हुआ , बल्कि समय - समय पर ऐसा होता रहता है !! लेकिन कोई सुनता नहीं .....???? फिर भी नसीहतें जारी हैं !! जब राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष तक r.s.s.की मर्ज़ी से ही नियुक्त होते हैं यंहा तक की चुनाव भी इस प्रकार से कराए जाते हैं ताकि r.s.s . की मर्ज़ी ही चले !!??? फिर नसीहतें क्यों , खुद ही सबक क्यों नहीं लेते ये r.s.s.वाले ??? अगर ये b.j.p. वाले नहीं मानते तो एक और पार्टी बनादो जो सीधा संघ कार्यालय से ही हर स्तर पर चले ....!! फिर तो राम राज्य आएगा ..या नहीं ...!!??? मैं कहता हूँ फिर भी राम राज्य नहीं आएगा ......!! आप पूछोगे की क्यों नहीं आयेगा , वो यूं नहीं आएगा --क्योंकि कलयुग चल रहा है भाइयो !! तो बोलो जय श्री राम !! आज ही खोलो मेरा ब्लॉग , जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " और अपने विचार प्रकट करें !!
Sunday, March 11, 2012
" बज़ट - मेरे घर का - हमेशां घाटे में रहता है "..??
सभी हिसाबी - किताबी मित्रों को मेरा नाप - टोल कर नमस्कार !! क्योंकि आजकल मार्च का महिना चल रहा है । सारे व्यपारी , नेता गृहणियां और घर का काम करने वाले मेरे जैसे बेरोजगार लोग अपना - अपना बज़ात बनाने में व्यस्त जो रहते हैं । व्यापारी अपने व्यापार का हिसाब - किताब को अंतिम रूप देते हैं की किसको कितना देना है किससे कितना लेना है और कितनी साल भर में व्यापार करने से बचत हुई ये देखता है व्यापारी !! गृहणियां और मेरे जैसे बेरोजगार लोग घर का बज़ात बनाते हैं की इस साल हमें कौन सा सामान सारे साल हेतु एकसाथ खरीदना है और कौन सा हर रोज़ खरीदना है ??? किसको साईकल दिलानी है और किसको कालेज में दाखिला दिलाना है , किसके कपडे सिलवाने हैं तो किसको बूट दिलवाने हैं ??? यही सोचने का विषय रहता है पूरी मार्च में । " बज़ट - मेरे घर का - हमेशां घाटे में रहता है "..?? न जाने क्यों ??? तीसरे हमारे देश के नेता ये भी मार्च के महीने में बहुत व्यस्त रहते हैं , देश के बज़ट हेतु विचार विमर्श करने में । वैसे तो ये शुद्ध वित्त - मंत्रालय का कार्य होता है , लेकिन प्रधानमंत्री की आड़ में बड़े व्यपारी यानी " कार्पोरेट्स घरानों " और हाई - कमांड यानी ...मैडम जी का भी बज़ात बनाने में पूरा सहयोग होता है !! सब मिलकर यही सोचते हैं की किस व्यापारी ने हमें चुनावों में ज्यादा चंदा दिया है उसके उत्पादों पर कम टेक्स लगाया जाए , किस चेनल के पत्रकारों ने हमारा फुल प्रचार किया है उसके लिए किस प्रकार से फायदा पंहुचाने वाला कार्य किया जाए । कुछ वस्तुएं बज़ात से पहले ही मंहगी करदो और कुछ बाद में .... !! निर्माण कार्य ज्यादा घोषित किये जाएँ जिस से ठेकेदार इन नेताओं को ज्यादा कमीशन दे सके !! जनता के बारे में सोचने हेतु ज्यादा समय किसी के पास नहीं होता ...!! हाँ जनता के नाम पर अपनी पार्टी को फायदा ज्यादा पंहुचाने हेतु ब्यान जरूर देते हैं ये नेता लोग !!!??? देश का बज़ट भी हमेशा घाटे में ही रहता है -----लेकिन घर के बजट और देश के बजट में इतना अंतर होता है की घर का बजट घर की जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाता , अनथक प्रयास करने के बावजूद ....!!! और देश का बजट घाटे के बावजूद हमारे नेताओं को बिना कोई काम किये करोड़ पति बना जाता है बिना किसी ज्यादा प्रयास के ......क्यों और कैसे .....???? ये सोचनीय विषय है !!!!!!!! अफसर - नेता - पत्रकार और ठेकेदार चारों को अगर मिक्सी में डालकर मिला दिया जाए तो बनता है ....." माफिया " और माफिया का होता है एक " डIन " जिसके इशारे पर होते हैं ऐसे बड़े - बड़े काम जिनको अगर कानूनी रूप से करवाना हो तो लग जाते हैं कई साल .....??? इसी लिए आम जनता भी देती है रिश्वत , भागती है इन सफ़ेद वस्त्र धारी बदमाशों के पीछे - पीछे और फिर इनसे छुटकारा पाने की चाहत में करती है " मतदान " भी !! लेकिन फिरभी ये बदमाश लोग निर्दलीय लोगों को मंत्री पद का लालच देकर अपनी सरकार बना लेते हैं क्यों ....??? जैसे उत्तराखंड में जनता ने किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दिया तो वंहा क्यों राष्ट्रपति - शासन नहीं लगाया जाता क्यों भरष्टाचार का मौका दिया जा रहा है ??????????????????????????????????? आप ही बताइये न ..........सिर्फ " लाइक " करके मत निकल जाइये ....जनाब !! अपने अनमोल विचार भी हमारे ब्लॉग या ग्रुप पर जाकर लिखिए ...जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " इस पर जाइये और लाग आन करिए www.pitamberduttsharma.blogspot.com. इसके " फालोअर " बने और आज ही जोइन करें !! अगर पसंद आये तो अपने मित्रों से भी " शेयर " करे !! धन्यवाद !! मेरा पता और मेरा मोबाईल नंबर मेरी प्रोफाइल में देखें !!
Friday, March 9, 2012
" पंडित जी - मेरे मरने के बाद , बस ! इतना कष्ट उठा लेना " .....! !
पंडितों और पंडिताइनों के पास अपना - अपना कष्ट लेकर जाने वाले मित्रो, शुभ - नमस्कार ! आजकल तो तथाकथित आधुनिक पत्रिकाओं ने लोगों को कुछ हद तक पंडित-ओझा के पास लोगों का जाना बंद करवा दिया है, किन्तु दस- पंद्रह साल पहले अपनी लगभग सारी समस्याओं का हल पूछने लोग किसी पंडित-मौलवी-या किसी ओझा के पास जाते थे । उस समय " मनोचिकित्सक " यही लोग हुआ करते थे । इनके पास कोई प्रमाणिक दवाई तो नहीं होती थी ये बस झाड-फूंक, दान,धागा और पवित्र - जल से अपना काम चला लेते थे । और लोग लगभग ठीक भी हो जाया करते थे !! तभी आधुनिकता आई अनेकों प्रशन अपने साथ लायी !! अब भारत में समस्या पैदा हो गयी यंहा तो सिखाया ही यही जाता है की प्रशन मत करो बस श्रध्दा रखो ......तो बेडा पार हो जाएगा !!!बस ! यंही से टकराव शुरू हुआ " पौराणिकता और आधुनिकता "में .. अब हालत ये हो गयी है समाज की की पूछो मत ??? कोई किसी का कहना ही नहीं मानता , बाप बेटे से परेशान तो माँ बेटी से , अफसर कर्मचारी से परेशान तो नेता जनता से , मरीज़ डाक्टर से तो वकील मुवक्किल से ....हर तरफ सवाल ही सवाल ????????????????? सब बिना किसी " लगाम और लगान " के घूम रहे हैं और कोई पंडित ,न आधुनिक और न ही नए अरोड़े बनिए से पंडित बने के पास कोई संतुष्ट कर पाने लायक कोई जवाब है !! तभी तो " अन्ना , राम देव ,श्री श्री रवि शंकर और धार्मिक वक्ता भी फेल हो रहे हैं , नेताओं की तो और भी ज्यादा मिटटी पलीत है !! सबसे ज्यादा हमारा " युवा " खोखला " हो रहा है! वो तरह - तरह के नशे और चोरी करने लग गया है !! सेक्स की तरफ जल्दी ध्यान देने लगा है !! अश्लील साहित्य,फिल्मे,टी.वी . धारावाहिक और पोर्न साईटें-आज के युवा को मंद बुध्धि बना रही हैं !! सरकार को अपने नेताओं की "इज्जत " का ख्याल तो है लेकिन देश का भविष्य बिगड़ रहा है इसकी रिपोर्ट उस के पास नहीं क्यों ??? ये बड़ा ही ज्वलंत विषय है इसे हर जागरूक नागरिक को हर संभव स्तर पर उठाना चाहिए !! जो भी इसे पढ़े वो अपने मित्रों को अवश्य शेयर करे !! ताकि ये सन्देश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पंहुच पाए ।। नहीं तो सबको ये बोलना पड़ेगा की ....." पंडित जी मेरे मरने के बाद , बस ! इतना कष्ट उठा लेना , मेरे मुंह में गंगा जल की जगह , थोड़ी मदिरा टपका देना ..!! इतने हम नशे के आदि हो जायेंगे ...!! लेकिन मेरा मानना है की हम जागेंगे और जगायेंगे , नशे को दूर भागायेंगे !! मैंने स्वयं पिछले दो वर्षों से सब प्रकार के नशे छोड़ रखे हैं तभी मैं आपसे निवेदन कर रहा हूँ !! सभी मित्रों से ये भी निवेदन है की आप सब मेरे ब्लाग और ग्रुप जिसका नाम " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER "है, को आप ज्वाइन करें या फालोअर बने , अपने अनमोल विचार भी इन पर छपे लेखों पर प्रकट करें !! आज ही लाग - आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और शेयर करें कामेंट्स करें !! बोलो जय श्री राम !!
Tuesday, March 6, 2012
"अखिलेश बना युवराज "! " कांग्रेस - भा.ज.पा. की भैंस ... गयी पानी में " ??
समझदार मित्रो , राम - राम !! भाइयो और भाभियों , देवता तो बहुत सारे हुए हैं लेकिन हमारे राम जी का एक अलग ही स्थान है !! जब आदमी " सत्य " से मिलाप करता है तो उस समय सिर्फ राम जी का नाम ही साथ में जुड़ता है , और कहा जाता है की " राम - नाम सत्य है " सत्संग में आये लोग चाहे कीर्तन में न बोले , लेकिन शव - यात्रा के समय सब बोलते हैं क्योंकि उस समय मरने का डर भी कंही न कंही मन में होता है !! उत्तर प्रदेश देश का सब से बड़ा राज्य है , जिस तरह से पोस्ट - पोल वाले कुछ लोगों से पूछ कर अपना अंदाजा लगा लेते हैं उसी तरह से उत्तर प्रदेश के चुनावों से सरे देश की भावनाओं को समझा जा सकता है !! उत्तर प्रदेश में दोनों राष्ट्रीय पार्टियां अपनी " इज्जत " गवां बैठी हैं , चाहे कहने को कांग्रेस के पास मणिपुर की जीत और बी.जे.पी. पास पंजाब और उत्तराखंड के नतीजे हैं , फिर भी जनता ने बता दिया है की अगर तुम दोनों पार्टियां संसद में मिल कर चलोगी तो नतीजा भी तुम्हारा एक जैसा होगा !!!! धर्म को जितना इन दोनों पार्टियों ने पर्योग करके खराब किया है उतना किसी ने नहीं किया !!!! विश्व में धार्मिक लोगों और धार्मिक बातों या असूलों को ही डराने वाली वस्तु समझ लिया जाने लगा है ???? जबकि पहले इन्हें पूजा जाता था !! किसी भी पार्टी को किसी भी धर्म की चर्चा तक नहीं करनी चाहिए ,परन्तु इनके नेता तो मुल्लाओं और डेरे के महंतों के पाँव पकड़ कर फोटो खिंचवाने लगे !!!!! जबकि इन महंतों और मुल्लाओं को राजनीती के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहिए ...???? जनता ने इन राष्ट्रीय पार्टियों के मुंह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ रसीद किया है ....चाहे ये माने या न माने ...!!! प्रादेशिक पार्टियों के युवराज सुखबीर बादल और अखिलेश यादव देश के नए हीरो उभर कर आये हैं । क्योंकि उत्तर प्रदेश बड़ा है और बहु - भाषी है इसलिए अखिलेश का महत्त्व ज्यादा है !! अगर उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जी सी. एम्. बनते हैं तो राष्ट्रीय राजनीति में अखिलेश देश का " भविष्य " हो सकते हैं !! कांग्रेस में तो थिंक टेंक कोई है नहीं वंहा तो सोनिया जी एक मात्र देवी हैं ,और राहुल-प्रियंका दो गुरु हैं बाकी सब गुनाहगार गलत काम करने वाले , भारी कमियों वाले नेता हैं , जो अपनी हमेशां की तरह गलत काम होते ही किसी के कहने से पहले ही मानने लग जाते हैं जैसे गलती जिसकी साबित हो जायेगी उसे कोई इनाम मिलना हो ....?? बात करेंगे भाजपा की .......वंहा एक से एक बड़े विद्वान हैं जो कहते तो कार्यकर्ता को पार्टी की रीढ़ हैं लेकिन मानते उसे कुछ नहीं ...!! भाजपा के नेत्रित्व और तथाकथित रूप से पार्टी में कोई दखल नहीं देने वाले संगठन को पिछले पंद्रह सालों से " शातिर और बे - ईमान " लोग ही पसंद आ रहे थे .....?? शायद वो इसलिए क्योंकि कांग्रेस भाजपा के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रही है कई विषयों में ....??? " चिंतन - मनन " करने वाली पार्टी के संगठन को इतनी सी बात समझ में नहीं आ रही की " इश्क - मुश्क " कभी भी छिपाए नहीं छिपते ....? फिर ये बात क्या किसी को पता नहीं चलगी की r.s.s. ही भाजपा को चलाती है ....??? मैं तो 1975 से ही संगठन वालों को ये सुझाव दे रहा हूँ की R.S.S. को अब अपना राजनितिक दल भी गठित कर लेना चाहिए जो सीधा "सर -संघचालक " जी के निर्देशन में चले और सिर्फ संगठन - मंत्री ही नहीं पूरी पार्टी ही संगठन का हो ...!! फिर " सत्ता और संगठन " में लड़ाई भी नहीं होगी ...क्यों ????आप क्या कहते हैं ??? आइये आप भी हमारे ब्लाग और ग्रुप के सदस्य बने जिसका नाम है :- 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " अगर आप लेखक हैं तो आप भी इसमें अपने लेख लिख सकते हैं । और आपकी कोई प्रति क्रिया है तो वो भी आप हमारे ब्लॉग पर जा कर लिख सकते हैं या ज्वाइन भी कर सकते हैं । लाग - आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और अपने अनमोल विचारों से हमें अवगत करवाएं ।।या फोन करें :- ०१५०९-२२२७६८,09414657511.
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