Wednesday, March 14, 2012

" टेक्स नहीं दान लेलो देश हेतु ".......! ! ? ?

सभी दान देने वाले मित्रों को मेरा राम - राम ! दान देने का शास्त्रों में बड़ा महत्त्व बताया गया है !! वैसे टेक्स देने वाले को भी देने वाला ही कहा जाता है जिस से देश चलता है । मार्च के महीने में सरकार बजट पेश करती है। और टी.वी.चेनल वाले कयास लगा रहे हैं की किस प्रकार का और कितना टेक्स लगाया जाएगा ??? यानी " बकरा "झटका कर के खाया जाएगा या " हलाल " करके ??? दूसरी तरफ आज कल मीडिया में समाचार आ रहे हैं की लोगों के पास धन बहुत है । कभी समाचार आता है की किसी क्लर्क के पास करोड़ों रुपया मिला है तो कभी चपरासी के पास सोने के ढेर मिलते हैं । कोई कहता है की " मायावती बहनजी " के पास करोड़ों बढ़ गए बिना कोई काम किये तो कोई सोनिया जी को विश्व की प्रथम धनवान महिला बता रहा है ??? 90% B.P.L.कार्ड धारक लखपति हैं भारत में !! मिडल क्लास और अप्पर क्लास का तो कहना ही क्या ...??? तो फिर हमारे देश का बज़ट क्यों घाटे में जाए !! क्यों सुरक्षा व्यवस्था हेतु हम अमेरिका और जापान की तरफ हम देखें ??? क्यों बेरोज़गारी दूर करने हेतु हम अपने उपक्रम नहीं लगा पाते ??? क्यों रेलवे में सुविधाओं की कमी रहती है ??? क्यों देश के वैज्ञानिक अपनी खोज पूरी नहीं कर पाते ??? क्यों किसान मारा - मारा फिरता है ???? जनता टेक्स से परेशान है तो दान ले ले सरकार देश वासियों से तो सभी देश वासी ख़ुशी - ख़ुशी दे देंगे ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है !! कई बार इस देश की जनता ने देश खातिर कुर्बानियां दी हैं तो धन का सहयोग कोई बड़ी बात नहीं है !! 12O करोड़ लोग अगर ठान लें तो क्या नहीं हो सकता ??? लेकिन आवश्यकता है एक भरोसेमंद दान मांगने वाले व्यक्ति की .......जो आज इस देश में मिलना असंभव सा लगता है ....???????? बिना विश्वास के दान कैसे मिले इसी लिए शायद ये सरकार टेक्स लगा रही है और जनता के धन से " नेताओं - अफसरों - ठेकेदारों और व्यपारियों के घर भरते जा रहे हैं लेकिन आम आदमी की सारी उम्र रोटी कपडा मकान और बच्चों की शादियाँ करने में ही गुज़र जाती है !!चलाओ कोई ऐसी स्कीम की काला धन सफ़ेद हो जाएगा जितना कोई बताये उसका आधा ।। यानी प्यार का वादा फिफ्टी - फिफ्टी ????????????? सब कुछ हो सकता है अगर "नियत " हो तो ....??? बोलो जय श्री राम !! 

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