Monday, March 5, 2012

एक और एक होंगे अब -- " ग्यारह "....!!!!!

आदरणीय पाठक मित्रो,प्यार भरा नमस्कार स्वीकार करें जी !! आज आपके और मेरे लिए एक खुश खबरी है !! वो ये की कुमारी सुकृति शर्मा जो पत्रकारिता में बी.ऐ.करचुकी है " लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर से और इस समय वो एम्.ऐ. कर रही है पत्रकारिता में पटियाला यूनिवर्सिटी से । वो ट्रेनिग के रूप में राजस्थान पत्रिका श्री गंगा नगर , ई.टी.वी. जयपुर और टी.वी.24. चंडीगढ़ में काम कर चुकी है । और अपने काम की प्रशंसा पा चुकी है । उसने हमारे ब्लॉग और ग्रुप " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " हेतु लिखना स्वीकार कर लिया है , जो मेरे और आप सब मित्रों के लिए बड़े हर्ष की बात है । होली के पश्चात वो अपनी सेवाएँ इस ब्लॉग पर देनी शुरू करेंगी । पाठकों को अब मेरे बूढ़े विचारों के साथ नोजवानों की सोच का भी पता चलेगा !! हमारे मित्रों और पाठकों की संख्या पूरे विश्व में बढती ही जा रही है !! जो बड़े ही हर्ष की बात है !! हमारे पाठकों की संख्या 50,000 से ऊपर लांघ गयी है !!मैं इस ब्लाग पर हर बुधवार और रविवार को लिखता हूँ जिसे आप सब मित्र पसंद करते हो !! अब तक 145 लेख लिखे जा चुके हैं जिसे विश्व के 15. देशों के पाठक अपनी प्रति क्रियाएँ देकर हमें अनुग्रहीत कर चुके हैं !! अगर आप में से कोई पाठक भी इस ब्लाग और ग्रुप से जुड़ना चाहे तो उसका स्वागत है जो किसी भी क्षेत्र या विषय पर लिखना जानता हो जैसे " राजनीति , खेल , विदेश - निति , सामाजिक सरोकार या सेनिकों सम्बन्धी विषय । आप कभी भी कार्यालय के समय यानी सुबह 10 .बजे से शाम 5. बजे तक इस नंबर पर फोन करें !01509 - 222768./09414657511 बात करने के बाद आप अपनी " कृति " हमें भेज सकते हैं जो हम अपने ब्लॉग पर लगा देंगे !! सुश्री सुकृति शर्मा किन किन विषयों पर लिखेंगी वो हम आपको होली के बाद में बताएँगे !! पहले आप हमें बताएँ की आपको हमारा काम कितना पसंद आ रहा है !! आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा में आपका अपना .......मित्र पीताम्बर दत्त शर्मा , सूरतगढ़ राजस्थान ! आज ही लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  

Sunday, March 4, 2012

होली के दिन दिल मिल जाते हैं , रंगों में रंग खिल जाते हैं !!


 होली नहीं खेलने वालो मित्रो और सहेलियों , प्यार , प्यार और सिर्फ प्यार स्वीकार हो !! जी हाँ स्वीकारोक्ति अति आवश्यक है जी , अगर सोनिया जी स्वकरोक्ति ना दें तो हमारे पी.एम्. साहिब की क्या मजाल की वो कोई आदेश दे दें ??? इसी तरह से अगर सभी मित्रों और सहेलियों की स्वीकारोक्ति न हो तो प्यार का एक तरफा खेल का मज़ा ही नहीं आता ...??तभी तो सयाने लोग फार्म गए हैं की " एक हाथ से कभी ताली नहीं बजती " !! होली के दिन जो एक तरफ के हाथ किसी भी कारण से रुके होते हैं वो भी " ताली " बजाने को अपनी सहमती इस एक दिन हेतु दे देते हैं !! इसी लिए तो हमारे देश के मशहूर शायर साहिब जनाब जावेद अख्तर जी ने लिखा है की "होली के दिन मिल जाते हैं , रंगों में रंग खिल जाते हैं "!! जवान हो या बूढी घोड़ी तो यारो घोड़ी ही होती है ???? अरे यारो ये क्या लिख गया मैं ???? माफ़ करना जी , मैंने तो आज से ४ दिन पहले ही अपने मित्रों को बोल दिया था की मुझ पर फागुन का रंग चढ़ चूका है , इसलिए मैं अपने आपे मैं नहीं हूँ , कोई मित्र मुझे छेड़ना नहीं आज कल मैं शर्म फ्री हूँ !! चलिए आगे बढ़ते हैं बात दिल मिलने की हो रही थी , कल मैंने एक पोस्ट लिखी जिसमे आज कल के हालात के साथ - साथ थोडा खुला लिख दिया था ! और साथ मैं मैंने मेरी एक फोटो भी लगा दी थी , जिसमे मैं और मेरी बेटी जैसी साली थी , उस साली का रिश्ता मैं अपने भांजे के साथ करवाना चाहता हूँ , बात अभी शुरू ही हुई है और दोनों परिवारों की मुलाकात अभी मैंने ही करवानी है !! मज़े की बात देखिये इस पोस्ट के लगने के बाद मेरा भांजा मुझसे फोन पर बोला , मामा जी आप उसका फोटो हटा दीजिये , ये आपने क्या उलट - पुलट लिख दिया है ??? और उसकी फोटो लगा दी जिसकी मेरे साथ बात पक्की होनी है !! मैंने कहा जो हुकम जी अभी हटा देते हैं और मैंने हटा दी , शुक्र है की किसी मित्र की नज़र उस फोटो या पोस्ट पर नहीं पड़ी नहीं तो मेरा भांजा पता नहीं मेरा क्या हाल कर देता जी ....!! डर  लगता है आजकल !!??  यानी अभी से दिल मिल गए !! मैंने अपनी ससुराल में फोन पर कहा भाई बधाई हो , मेरा भांजा तो अभी से " नज़र रखने लग गया है !! वैसे भाई मैं आप सबको बतादूँ की मैंने अपनी फ्रेंड लिस्ट में अपनी बेटी और बेटे सहित सभी रिश्ते दरों को भी जोड़ रखा है । मेरी जिंदगी एक खुली किताब है । मैं न तो कभी झूठ बोलता हूँ , और नहीं किसी असूल को तोड़ता हूँ !! बस खुले दिल और दिमाग वाला हूँ .....रजामंदी से सबसे प्यार कर सकता हूँ और अगर कोई रजामंद ना हो तो मैं बात भी करना पसंद नहीं करता !! सब मेरे दोस्त हैं और दोस्तों में कोई " दीवार " नहीं होनी चाहिए क्यों ...?? किसी के भी बारे में हमें अपनी कोई राय जल्दी से नहीं बना लेनी चाहिए , क्योंकि हमें पता नहीं होता की वो किस सन्दर्भ में क्या बात कर रहा है ....समझ आने में भी कई दफा टाईम लग जाता है ..., ये कोई जरूरी तो नहीं की हर एक को हर बात फ़ौरन समझ आ जाए ...???? तो मित्रो और सहेलियों भूलो सब तनाव , और दो अपने हाथों को इजाज़त की वो दुसरे हाथों के संग जाकर " तालियाँ " बजाएं ....और जय श्री कृष्णा बोले..........!! राधायें .....भी जाएँ ....नाचे गायें ....." रास " रचाएं ......!! अगर आप मेरे ग्रुप और ब्लाग पर अपने अनमोल विचार लिखना चाहें तो कृपया लाग आन करें .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. या फोन पर बात करें ....:- ०९४१४६५७५११.

Friday, March 2, 2012

अपने तो खेलो होली "अब दिखाया जाएगा , " साम्प्रदायिक शक्तियों का भय "???

सभी रंगीन मिजाज़ दोस्तों को फागुन के रंगों से भरा नमस्कार !! देश के ५ राज्यों में चुनाव हो चुके हैं , इस दोरान देश की जनता ने कई तरह के रंग देख लिए हैं , जैसे पैसे का , शराब का , गुंडागर्दी का , चुनाव आयोग से लेकर आम आदमी तक को धमकाने का , और फिर माफ़ी मांगने का इत्यादि इत्यादि । बीच - बीच में अना की टीम भी पधारी , उन्होंने जब कहा की संसद में चोर , बलात्कारी और लुटेरे भरे पड़े हैं तो साड़ी पार्टियों के नेता लगे धमकाने बेचारे केजरीवाल को , बोले की केस करदो , इसे जेल भेज दो आदि आदि ।  लेकिन जेल भेजा किसी ने नहीं , कोई उसे पहले बी.जे .पी.का बता रहा था तो कोई अब उसे कांग्रेस का आदमी बता रहे हैं , लेकिन बे-इमानी , चोरी , भ्रष्टाचारी इस देश से कैसे दूर हों ये बात कोई नहीं करता ????? मीडिया भी अपना रोल सही नहीं निभा पा रहा है । क्योंकि अब वो व्यवसायी हो गया है ??? चुनाव ख़तम होने के बाद सब नेता २ दिन तो अपनी ही पार्टी को जिताएंगे चाहे कुछ भी हो जाए !! फिर अगर बी.जे.पी. के पक्ष का चुनाव रिसल्ट आ गया तो तथाकथित सेक्लर नेता और सरकारी पैसों पर पलने वाले समाजसेवी और पत्रकार सब मिलकर शोर मचाने लगेंगे ! अब दिखाया जाएगा , " साम्प्रदायिक शक्तियों का भय "??? और अगर किसी को बहुमत नहीं मिला तो ये सारे चोर साम्प्रदायिकता के नाम पर इक्क्थ्ठे हो जायेंगे ! जबकि जनता किसी को भी चुनना नहीं चाहती है और न चुने गी !! मेरी भविष्य वान्नी  ये है की U.P. और पंजाब में इस बार " हंग " असेम्ब्लियाँ ही चुनी जायेंगी !! बाकी राज्यों का मुझे पता नहीं जी ।। अपने तो भाइयो होली के रंग में डूब चुके हैं , सभी मित्रों को २ दिन पहले ही सूचित कर दिया था की मैं होली के रंग में डूब रहा हूँ , किसी को कुछ गलत कॉमेंट्स करदूं तो माफ़ करना , माफ़ नहीं करोगे तो क्या कर्लोगे ????? इस देश में तो चुनाव आयोग तक किसीका कुछ नहीं उखाड़ सकता आप तो हो ही क्या चीज़ ........मेरे दोस्त !! भांग पी कर मस्त हो जाओ !!! कोई मित्र या सहेली मेरे इस लेख पर अपने अनमोल या मोल्वाले विचार प्रकट करना चाहे तो मेरे ग्रुप और ब्लॉग पर जाकर टाईप कर सकता है , जिसका नाम है ..." 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " LOG ON .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. बात करना चाहें तो डायल करें ०९४१४६५७५११. तो बोलो जय शंकर की .........!!!!!!!  

Saturday, February 25, 2012

क्या मिडिया देश में शान्ति नहीं आने देना चाहता ....???

प्रिय मित्रो , सीरियसली नमस्कार !! कल मैंने एन.डी.टी.वी. में देश के एक महानतम पत्रकार श्री हृदयेश जोशी जी द्वारा प्रस्तुत गुजरात पर एक कार्यक्रम देखा जसका नाम था " गुजरात , दर्द के दस साल " जैसे ही ये कार्यक्रम शुरू हुआ मुझे अखरने लगा , क्यों की जोशी जी ने गुजरात दंगों की कहानी सीधा मुसलामानों की हत्याओं से शुरू की , उस गोधरा की घटना का उन्होंने ज़िक्र तक करना जरूरी नहीं समझा ...???? मैंने सोचा शायद आगे जाकर प्रोग्राम कोई नया मोड़ ले ले , शायद कोई सकरात्मक बात कहनी हो ???? लेकिन मुझे बड़े ही अफ़सोस के साथ ये कहना पद रहा है की "क्या मिडिया देश में शान्ति नहीं आने देना चाहता ....???" मैंने उनकी वाल पर जाकर एक शिकायती पोस्ट लिखी , क्योंकि वो मेरे फेस बुक फ्रेंड भी हैं ।मैं उनका बहुत सन्मान करता हूँ , शायद इसी लिए मैं इस बात को पचा नहीं पा रहा हूँ !! पता नहीं उनकी क्या मजबूरी थी.......?????? क्या उनकी नौकरी का सवाल था ???. ये दंगे जब हो रहे थे तो इसी चेनल की बरखा दत्त ने भी केवल ऐसे फुटेज दिखाए थे जिस से ये आभास होता था की दंगों में सिर्फ और केवल सिर्फ मुसलमान ही मारे गए हैं । ये कम समझ वाला इंसान भी बता देगा की जब भी कोई दो पक्ष लड़ते हैं तो दोनों को चोट लगती है , किसी "एक को नहीं ...???? मैंने जो पोस्ट उनकी वाल पर टैग की है वो निम्न लिखित है : KYAA NAKRAATMAK KAARYKRAM BANA KAR DIKHAANA PATRKAARON KI KOI MAZBOORI HAI ???? YA INKI SOCH HI AISI HO JAATI HAI ???.... DESH KE PRSIDH PATRKAAR ...SHRI MAAN hridyesh joshi ji, namaskaar !!, aapka t.v. karykram " gujrat, darad ke 10 saal " sekhaa . sach kanhoo to mujhe karykram pakshpaat se bhara nazar aayaa . kaarykram ki shuruaat hi bhed bhav pooran rahi . aapne seedhaa dangon se shuru kiyaa .jabki ye dange " godhraa ki saajish bhari durghatna "se shuru hue . uska aapne zikr tak jroori nahi samjha .kyaa ye noukri ki majboori thi .darasal main istarah ke karykram jab banaye jaayen to bina cut ke cemra chalna chahiye . tabhi janta ki baat sachchi dikhegi . main ye to nahi kahunga ki aapne kisi wakta ko pahle samjhaa kar fir shooting ki hai . lekin aisaa sambhav hai . baaki aapka samaapti wala shar pasand aayaa , aapne dooriyaan mitaane ki koi salaah bhi nahi di . ab patrkaaron ko precticle bhi hona chahiye . aap jaisa bada patr kaar agar 10 saal baad bhi zakhmo ko hara karne ka hi kaarya karta hai to mujhe mahsoos hota hai koi chota sa ya tuchcha sa patrkaar ye kaary karta to main use bikaau maal samajh kar ignor kardeta . lekin aapse mujhe ye ummeed bilkul bhi nahi thi ki aap aisa program banayenge . kyaa aap ne bhi bhavnain bhadkaane wala kaam nahi kiyaa ..???? kripyaa aap bhi sochiye ,or aap jaise bade patrkaaron ko bhi aage se soch samjh kar hi karykram banaane chaahiyen . ham aapko bahut pyaar karte hain or aapka poora sammaan bhi karte hain . ho sakta hai ki prtyaksh roop se maine aapki kabhi prshansa na ki ho lekin hmaare man main aapke liye ek vishesh sthaan hai . pease bura mat maaniyega . main sirf itna kahna chahtaa hoon ki desh aapse " sakraatmak " karyakram chaahta hai " nakraatmak " nahi ...? aapka priya mitr :- PITAMBER DUTT SHARMA . MO.NO. 09414657511. " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER "
आप सब समझ दार पाठक मित्र हैं , कृपया अपने सभी मीडिया के साथियों से कहें की सब पत्रकार भाई अपनी जिम्मेदारी को समझें क्योंकि पत्रकार " लोक तंत्र का जो चोथा स्तम्भ होता है उसकी नींव हैं आप लोग " ?????? कृपया भगवन का वास्ता है .......पत्रकार मित्रो सकरात्मक पत्रकारिता करें !! ज्यादा मेरे विचार पढना चाहें या अपनी अनमोल प्रतिकिरिया  देना चाहें तो log.on. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आपकी प्रति क्रिया की प्रतीक्षा में .... आपका मित्र ... पीताम्बर दत्त शर्मा , 

Wednesday, February 22, 2012

" फिफ्थ पिल्लर - करप्शन किल्लर , 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER "!


सभी भ्रष्टाचारी और भ्रष्टाचार का विरोध करने वाले " इमानदार मित्रो , सबको इमानदारी से भरा नमस्कार !! मैं लग - भग पांच माह से इस " 5TH PILLAR CORROPTION KILLER " नामक ब्लॉग और फेस - बुक के ग्रुप में विभिन्न विषयों पर १५० लेख लिख चूका  हूँ । इस ग्रुप और ब्लॉग की स्थापना मेरी बेटी सुश्री सुकृति शर्मा ने की या करवाई , क्योंकि मैं लिखना तो कुछ - कुछ जानता था लेकिन कम्पूटर चलाना नहीं के बराबर जानता था , उसने ही मेरा ब्लॉग, ग्रुप और फेसबुक डीसाइन की । नामकरण भी उसी ने किया । हमारे टाइम में तो कोई छोटा अखबार भी हमारा लेख प्रकाशित कर देता था तो हम लोगों को बुला बुला कर ये खबर सुनाते थे । बड़े अखबार में प्रकाशित हो जाने पर तो " दीवाली " मनाई जाती थी !! ये अलग बात है की उस समय बड़े अखबार के पाठकों की संख्या भी मात्र सेंकडों में ही होती थी । अब तो हमारी लेखनी हज़ारों लोगों तलक मिनट में पंहुच जाती है और पाठकों के विचार और अनमोल टिप्पणियाँ भी तुरंत मिल जाती हैं ।। अब हमारी गिनती भी बड़े लेखकों में होने लगी है जी , बड़े बड़े विद्वान हमारे लिखे लेखों पर अपने अनमोल विचार प्रकट करते हैं जिनमे सर्व श्री राजू मिश्रा , हरी ओउम जी कागद , श्री मति मीनाक्षी पन्त , अजित जी गुप्ता , श्री मति डॉ. कविता किरण , दिव्या शुक्ल , शिव ओझा , राजेन्द्र उपाध्याय , शिव सारदा , राजेश चढ्ढा , नीरज शर्मा , आदि कई मशहूर विचारक ,कवी ,शायर और लेखक शामिल हैं ।। कई मित्रों ने तो अपने शहर में आने हेतु बुलावा भी भेजा । मैं मेरे सभी प्रशंसकों का तहे - दिल से आभार प्रकट करता हूँ !! विदेशी पाठक जो अमेरिका , इटली , इरान , पाकिस्तान , बांगला देश , ब्रिटेन और जापान आदि से हैं उनका तो मैं ज्यादा आभारी हूँ क्योंकि भाषा की मुश्किल के बावजूद उन्होंने न केवल लेख पढ़े बल्कि टिप्प्न्नी भी की !! www.pitamberduttsharma.blogspot.com. लोग करने पर ये ब्लॉग गूगेल पर देखा और पढ़ा जा सकता है !! मेरे बारे में पूरी जानकारी भी इसकी प्रोफाइल में लिखी हुई है ! इस ब्लॉग के उद्देश्य भी लिखे गए हैं !! मेरी बेटी सुकृति शर्मा भी पत्रकारिता में एम्.ऐ. पटिआला यनिवर्सिटी से कर रही है ! इसके साथ - साथ वो ई टी.वि. राजस्थान , राजस्थान पत्रिका और t.v.24. में ट्रेनिंग के रूप में काम कर चुकी है ! वो मेरी इस काम में आज भी पूरी मदद करती है ! हम तो बड़े पत्रकार बन नहीं सके अब मेरी बेटी मेरे सपनो को पूरा कर रही है ! मुझे उस पर " नाज़ " है !! आप कहेंगे की आज इसे क्या हो गया ...??? ये भ्रष्टाचार के किसी विषय पर लिखने की बजाय , अपने ब्लॉग , अपनी और अपनी बेटी की जानकारी क्यों देने लग गया ??? तो सर बात ये है की जब देश में चुनाव - आयोग तक मजबूर है तो मैं कौन सा बड़ा " तीस मार खान " हूँ , जो मेरे लेख लिखने भर से , देश से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा ???? ये देश तो नेताओं की मर्ज़ी से ही चला था ,चला है और चलेगा !! उन्होंने देश के नागरिकों के ऊपर बहुत बड़ा एहसान किया है जो देश को चलाया है ...??? अब उनके बच्चे और फिर उनके भी आगे वाले बच्चे हम पर ये उपकार करेंगे हम कौन होते हैं जो उनको ये एहसान करने से रोक सकें ?? वो चाहे ये काम इमानदारी से करें या बे-इमानी से ये उनकी मर्ज़ी ! वो चाहे " चारा - घोटाला " करें या पेट्रोल पम्प अपनी मर्ज़ी से बाँटें , वो चाहे बोफोर्स घोटाला करें या 2g. घोटाला ...., हमारी यानी आम आदमी की कीमत तो उन्होंने मात्र 32/- रूपये  दाल दी है ....????, लाखों - करोड़ों तो सिर्फ माननीय सुखराम जी ,सुरेश कलमाड़ी जी या राजा  जी को ही चाहिए !! हम जैसे आम आदमी को तो बस राम - राम जपना चाहिए ,सो इसलिए सारे बोलो :--- जय ...श्री...राम ...!!....हो गया काम !! हम जैसे न जाने कितने आये और चले गए ..भ्रष्टाचार -- बे-इमानी -- लड़ाई , अप हरण मक्कारी सतयुग में भी थी , त्रेता में भी थी ,द्वापर में भी और आज कलयुग में भी विराजमान है तो निश्चित रूप से प्रलय आने तक रहे गी । यही परमात्मा की " माया है जी !! जाते जाते एक फ़िल्मी भजन याद आ रहा है ... " राम चन्द्र कह गए सियासे , ऐसा कलयुग आएगा ! हंस चुगेगा दाना - तिनका , कौआ मोती खायेगा ......हे सिये............!!!!!!!!!! 

Sunday, February 19, 2012

" क़त्ल कर देते हैं और मांग लेंगे हम भी माफ़ी "? ? ?

सभी कातिल मित्रों को प्यार भरा नमस्कार !! आप कन्हेगे यार ये क्या बात हुई , शरीफ लोग तो कातिलों की गली से भी गुज़रते हुए डरते हैं और आप एक लेखक हो कर कातिलों को प्यार भरा नमस्कार कहते हो ??? तो सभी प्रकार के मित्रो सुनो !! " क़त्ल " सिर्फ चक्कू - छुरियों या बंदूकों से ही होता हो , ऐसा नहीं है ! खूबसूरत लोग तो " नज़रों " से ही क़त्ल कर देते हैं , है की नहीं ??? ऐसे कातिल मित्रों को तो " प्यार " भरा सलाम कहना ही पड़ता है !!तो चलो आज के विषय पर आते हैं .......पिछले दिनों सलमान खुर्शीद साहिब से एक भूल हो गयी , चुनाव - आयोग ने राष्ट्रपति जी को पात्र लिखा , महामहिम जी ने पी.एम्. साहिब को पत्र " रेफर " कर दिया , पी. एम्. साहिब के फोजी लोग बोले :- " ये कोई ऐसी गलती नहीं है जिसके लिए इतनी हाय तोबा मचे " ।। परन्तु फिर भी जब मामला सुलटत। नज़र नहीं आया क्योंकि विपक्ष और मीडिया कुछ ज्यादा ही शोर मचा रहे थे तो हमारे देश के क़ानून मंत्री जी ने " क़ानून तोड़ने की गलती करने पर, चुनाव आयोग से माफ़ी मांग ली "। अब इतनी हिम्मत तो चुनाव - आयोग में है नहीं की वो मंत्री जी को माफ़ न करके कोई छोटी - बड़ी सज़ा सुना दे ....???? जय हो हमारे संविधान की !! और" महा - महिम " ....उनको भी पता नहीं क्या हुआ ?? कोई बयान तक भी देना उचित नहीं समझा इस घटना क्रम पर ...??? " दूध में पड़ी मख्खी की तरह .........!! ?? दो दिन बाद ही दुसरे मंत्री जी बोले " हम भी गलती कर देते हैं और हम भी माफ़ी मांग लेंगे चुनाव - आयोग से " महा - महिम " जी का फिर नाम पिक्चर में नहीं है यानी उनसे तो कोई दर भी नहीं है क्यों ??? तो आज हमने भी सोच लिया की बोल देते हैं की .." क़त्ल कर देते हैं और मांग लेंगे हम भी माफ़ी "? ? ? लेकिन हमारे पिता जी बोले :- " अरे बुध्धू !! किसी भूल में मत रहना , तू अगर कोई छोटी सी भूल भी करेगा तो इस " क़ानून के छोटे से सिपाही के हाथ भी इतने लम्बे हो जायेंगे की तू अगर पाताल में भी जाकर पनाह ले लेगा तो भी तुझे सज़ा मिल जाएगी " ????? ये सुविधा केवल मंत्रियों हेतु ही है !! अपनी ओकात मत भूल समझा !! मैं बोला हाँ पित।  जी !! समझ गया !!  तो मित्रो मैं तो समझ गया और आप भी समझ लो !! .... ये क़ानून , अंग्रेजों द्वारा बनाये गए क़ानून की थोड़े बहुत बदलाव के साथ " फोटो - कापी " ही है ।। इस लिए आप भी कभी मंत्री जी की देखा - देखि न कर देना !!.....अब जय राम जी की तो बोलना ही पड़ेगा .....तो बोलिए ....जय --- श्री --- राम !!!! ज्यदा जानकारी हेतु  लाग इन करें :-www.pitamberduttsharma.blogspot.com. या फोन करें ०९४१४६५७५११.पर डायल  करें । अपने अनमोल विचार भी ब्लाग पर अवश्य लिखें !! धन्यवाद !!  

Wednesday, February 15, 2012

देश को चलाने वालीं - " साम्प्रदायिक " और " सेकुलर " शक्तियां ?

भारत देश में अपना जीवन जैसे - तैसे व्यतीत करने वाले माध्यम दर्जे और स्वरण जाती का ठप्पा लगवाकर घिस - घिस कर जीने वाले दोस्तों !! " घिसा - पिटा " नमस्कार स्वीकार करें !!हम चाहे कितना भी सोच समझ कर चुनाव में अपनी पसंद का या किसी भी पार्टी के हाई - कमांड की पसंद का प्रत्याशी क्यों न चुन लें , पत्रकार और नेता  हमें कितनी ही " समझदार - जनता" क्यों न घोषित करदे ...परन्तु देखने में यही आया है की हम अपने निर्णय पर पांच साल बाद पछताए ही हैं !!दो साल बाद ही हम सोचने लग जाते हैं की ये ससुरी सरकार का " आखरी - टाइम " कब आएगा ??? परन्तु सरकार के मंत्री और बाकी सभी नेता " एक चोरी - ऊपर से सीना जोरी " वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए कहते हैं की हमें पूरे पांच साल तक राज करने हेतु " जनादेश " मिला है , इसलिए हम अपने पांच साल पूरे करके रहेंगे !! जब जनता ने किसी भी पार्टी को बहुमत देना बंद कर दिया तो हमारे चतुर नेताओं ने एक नया तरीका अपना लिया देश की सारी पार्टियों को तीन भागों में बाँट दिया । एक ग्रुप का नाम " साम्प्रदायिक शक्तियां " रख दिया , दुसरे ग्रुप का नाम " कम साम्प्रदायिक पार्टियां " और तीसरे ग्रुप का नाम " तीसरा - मोर्चा " नाम ही रख दिया !! कुछ सालों तक तो देश की जनता को इस तरह से बेवकूफ बनाया की जिस तरफ बहुमत की कमी होती थी उसका समर्थन तथाकथित तीसरा - मोर्चा कर देता था ! फिर जैसे जैसे देश की जनता के सामने इन पार्टियों के बने ग्रुपों के भेद खुलते गए वैसे - वैसे तीन ग्रुपों से कम हो कर अब सिर्फ देश में सिर्फ दो ही ग्रुप रह गए हैं , जो देश को बारी - बारी से चलाने की कोशिश कर रहे हैं ???जिनका नाम  देश को चलाने वालीं - " साम्प्रदायिक " और " सेकुलर " शक्तियां  है ।। आज एक ग्रुप की पार्टियां केंद्र में तो अपने ग्रुप का साथ देती हैं लेकिन प्रदेश में वो चुनावों के समय में दुश्मन होने का नाटक करती हैं !! जब देश की किसी भी पार्टी को बहुमत से नहीं जिताती है तो सभी को यही कहना चाहिए की " क्योंकि किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है इस लिए देश में आज से " राष्ट्रपति - शासन " लागू होगा ।। लेकिन नहीं --- क्योंकि सभी संविधानिक पद " सत्ता रुढ " पार्टियों द्वारा ही भरे गए होते हैं इस लिए वो सब " मिटटी के माधो " बन जाते हैं और बोलते हैं की " दुबारा चुनाव नहीं हो सकते हैं क्योंकि देश पर खरबों रूपये का " बोझ " पड जाएगा ???? उनके चमचे पत्रकार भी यही भाषा बोलने लग जाते हैं !! समझ दार जनता एक बार फिर बेवकूफ बन जाती है और इसी आशा में जीने लगती है की शायद अगली बार सब ठीक हो जाए लेकिन हाय री  किस्मत !! बासठ साल हो गए आज तक नहीं किस्मत सुधरी तो आगे भी जल्दी सुधरने की कोई उमीद भी नहीं है ????? इन नेताओं को जब अपनी कोई तनख्वाह बढाने या कोई और अपने हित का प्रस्ताव  पास कराना होता है तो न तो इनको कोई साम्प्रदायिक नज़र आता  है और न ही किसी को " झूठा सेकुलर नज़र आता  है ??? सब एक हो कर अपना " उल्लू " सीधा कर लेते हैं !! जन - हित का कोई काम करना हो तो इन्हें सारे क़ानून याद आ जाते हैं और सभी भेद नज़र आने लग जाते हैं ???? भोली जनता आज भी ......पांच राज्यों में होने वाले चुनावों के नतीजों की तरफ इक आस लगाये बैठी है ........बोलो जय श्री राम !! सभी मित्रों से मेरा अनुरोध है की सब मेरे ब्लॉग और ग्रुप , जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " को खोल कर पढ़ें या LOG ON करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आपके जो भी इस पर विचार हो वो अवश्य प्रकट करें क्योंकि वो हमारे लिए " च्यवन प्राश " का काम करेंगे !! ज्यादा से ज्यादा लोग हमारे ब्लॉग और ग्रुप से जुड़ें ताकि हम सब मिल कर देश की जनता को जागृत कर सकें !! संपर्क हेतु डायल करें 09414657511 

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...