राम-राम, दोस्तों, समाजसेवी भी कई तरह के होते हैं | कोई देसी तो कोई विदेशी ,देसी समाज्सेविओं को तो अपने आसपास से धन इकठ्ठा करके ,दानदाताओं के अनुसार समाजसेवा के कार्य करवाने होते हैं| विदेशी समाजसेवी विदेशों के धन पर उनके अनुसार समाजसेवा के कार्य करते हैं| विदेशी सरकारें उसमे अपना हित भी साधती हैं| इसी तरह के समाजसेवी भारत में भी भारी मात्रा में पाए जाते हैं| सच तो ये है कि भारत विरोधी ताकतों के एजेंट हर कार्यक्षेत्र में इस तरह से घुलमिल गए हैं कि उन्हें पहचानना मुश्किल है | हर पार्टियों के नेताओं,सरकारी कर्मचारियों,पत्रकारों,सुरक्षाबलों और आम जनता तक में वे घुलमिल चुके हैं कि पता ही नहीं चलता |भारत कि माटी में जन्मे,भारत की कमाई से पलने,बढ़ने,और समाजसेवा करनेवालों अपने चारों और ध्यान से देखो ,कंहींहम ऐसे गद्दारों के इशारों पर तो नहीं नाच रहे | भारतीयों, ढूंढो , और नंगा करो ऐसे लोगों को | जांच होनी चाहिए उन समाजसेविओं की जिन्हें विदेशी सरकारों से इनाम पा चुके हैं |चाहे वो मेधा पाटेकर हो या अन्ना हजारे,मल्लिका साराभाई,हो या स्वामी अग्निवेश,शबाना आज़मी हो या बरखा दत्त,महेश भट हो या आमिर खान,आदि-आदि| नजाने कितने हैं और किन-किन वेशों में हैं | इनकी संस्थाओं को चंदा देने वालों की भी पूरी जाँच होनी चाहिए ,पर सवाल ये पैदा होता है कि जाँच करेगा कौन ? सब जगह तो दुश्मन विराजमान है |सभी अधिकार प्राप्त संसद कमेटी ही ये कर पायेगी | है ये काम बड़ा जरूरी |
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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