Friday, June 10, 2011

" NIRDAYI - SARKAAR , BHRASHT WYVASTHA , ASANWDEN SHEEL - RAAJNITI OR WYVSAYI MIDIA"

राम नाम सत्य है दोस्तों ,इसलिए आप सब को राम - राम !क्योंकि सरकार निर्दयी ,व्यवस्था भ्रष्ट ,राजनितिक दल असंवेदनशील ,और मिडिया व्यवसायी हो गया है | सब प्रतीक्षा में रहते हैं की कब कोई मरे और हम अपनी रोटीआं सेकें |बाबा का बी.पी. ठीक है तो कोई खास बात नहीं ,परन्तु अगर बाबा मरण आसन पर हों तो खबर है |"धुर फिट्टे मुंह तुहाडे जम्मन दे "| मुझे याद है की पहले जब किसी फिलम के किसी किरदार पर कोई पारिवारिक अत्याचार भी परदे पर दिखाया जाता था तो पूरा हाल रोने लग जाता था , और अब टी.वी. पर सरेआम गोली मारते दिखा दिया जाता है ,तो भी कुछ नहीं होता ?जिस केंद्रीय सरकार के चार - चार मंत्री बाबा के आगे - पीछे घूम कर कह रहे थे कि बाबा हम आपकी सारी बातें मान लेंगे आप अनशन पर मत बैठो , और अगर बैठो तो एक दो दिन में अपना धरना समाप्त कर देना ,हम आप को लिखित में दे देंगे ,आप अपनी तरफ से पहले लिख दो हमें प्रधानमंत्री जी को दिखाना है ताकि वो आदेश दे सकें | भोले बाबा ने अपने सहयोगी से लिखवा दिया |और जब उस दिन सरकार कि मंशा सामने आई तो बाबा समझ गए कि धोखा हो रहा है |तब सरकार ने आधी रात को उनका पंडाल तहस - नहस करदिया और शांति पूर्वक अनशन कर रहे बाबा और उनके समर्थकों को खदेड़ दिया गया | उन्हें तड़ीपार भी कर दिया गया |मजबूरन उन्हें हरिद्वार में ही अपना अनशन जारी रखना पड़ा |अब यु.पी.ऐ.के सभी घटक दल " हराम्ज़दगी " और "मक्कारी " वाली चुप्पी साढ़े हुए है | कमुनिस्ट  पार्टियाँ तो पहले से ही " चुप " हैं |उन्हें तो देश कि समस्याओं से कोई मतलब ही नहीं है |१९४७ से वो तो समस्या को बढ़ाने में ही अपनी महत्व पूरण भूमिका निभाती है |बंद,रास्ता जाम और तोड़ फोड़ करके ?जबकि लोकतंत्र के सभी खम्भों को हमेशां संवेदनशील और रचनात्मक रहना चाहिए |

1 comment:

  1. we are with you we know anna hzare party is doing good.but i don't know why caste reservation system still exist in india.everyone know it is now useless for country except for politics.
    no one raise a say against it i don't know why?

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

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