मरने वालो दोस्तों प्रणाम !सलाम ! मरना तो सभी ने है ,कोई अपने समय पर तो कोई असमय पर मरता है | पर हमारी चुनी हुई सरकार रोज़ हंटर मार - मार कर हमसे पूछ रही है कि बता हमें वोट देने वाले वोटर ,कैसे मरना पसंद करोगे ? ?रोजाना नए - नए प्राण हनन निर्णयों से आप्शन भी दिए जा रही है | ( १) विदेशी नीतियाँ ऐसी बनादें जिससे कोई देश या तो लूट कर खा जाये या फिर हमला करके गोली मार दे ? ( २) या हम ,नेता,अफसर और माफिया, मिलकर देश को ही इतना लूट लें कि उक्त देशवासी वस्तुओं के अभाव में मारा जाए ? (३) या मंहगाई इतनी करदें कि तू कोई चीज़ खरीद ही न सके ? ( ४ )या फिर तुझे जातिवाद, साम्प्रदायिकता के दंगों में आपस में लडवा के मरवा देवें ??? बोल ? ? ? बोल ? बोल हिंदुस्तान के हिन्दू कैसे मरेगा ?? हिन्दू बनकर,इसाई,सिख,जैन,या मुस्लिम बनकर, कैसे मरना चाहता है ? ? ? ? सुन्न पड़ा नागरिक बोला , माई बाप, मरने से पहले मेरी अंतिम इच्छा तो पूरी करदो ----? सरकार बोली,बोल तेरी क्या इच्छा है ? नागरिक बोला मुझे एक दिन के लिए इस इंडिया का राजा बना दो !हा - हा - हा - हा ---हा राजा !!,बेवकूफ समझा है क्या ? तू हमारे बहकावे में आ गया ,तो क्या हम भी तेरे बहकावे में आजायें ???वेसे चल तू ये बता ,अगर हम तुझे एक दिन का राजा बना दें तो तू क्या - क्या करेगा ?साहिब जी मैं सबसे पहले ( १) सभी धार्मिक गतिविधियों को घर के अन्दर बंद कर दूंगा | ( २) फिर में सभी बेरोजगारों की लिस्ट बनाकर जो वो कार्य जानते हैं , के मुताबिक देश में काम दे दूंगा | ( ३ ) विदेश नीति दोबारा बनाऊंगा ,जिससे श्रीलंका,पाकिस्तान ,बंगलादेश,नेपाल,म्यामार,और भूटान दोबारा एक हो कर " भारत " बन जाये | (४) फिर हम सब मिलकर एक नया संविधान बनायेंगे जो आम जनता के प्रति जवाब देह हो |नाकि अंग्रेजों के संविधान की नक़ल मात्र हो | सरकार बोली देखो मायावती जी ये क्या - क्या सोच रहा है ? हाँ जी, ये तो देश तोड़ने की बात कर रहा है बी.जे .पी. बोली | मार दयो एन्नु तां--- आ लओ तलवार अकाली बोले,ऐ तां धार्मिक जलूस बंद करदा फिरदा है |येस किल दिस पर्सन ,ये साम्प्रदायिक है ,कोमरेड बोले , मारो - मारो सारे नेता बोले इस देश के गद्दार को मार डालो | और इस तरह से एक देश भगत मार दिया गया - - - -!!!!!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
प्रिय पाठक मित्रो ! सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...
-
मेरे प्रिय " हंस - हंस्नियो मित्रो , धवल - शुद्ध नमस्कार !!! दलीप कुमार साहिब की एक फिल्म थी ,जिसमे हिन्दू...
-
" झीनी चादर " अपने जीवन में ओढने वाले सभी मित्रों को मेरा सादर नमस्कार !! कबीर जी कहते हैं ,जब हम पैदा हुए ,...
-
भारतीय संस्कृति के अनुसार , जब से ये सृष्टि रची गयी है ,लगभग तभी से धर्म के नाम पर तथाकथित धर्म चलाने वालों द्वारा ही अपराध किये या करवाये ...
No comments:
Post a Comment