रोज़ नए प्लान बनाने वाले दोस्तों , नमस्कार !अन्ना जी के आन्दोलन के बाद कांग्रेस ने व्यापक योजना बनाई है | एक तो ये की मिडिया को डराया जाए क्योंकि बैन तो वो लगा नहीं सकते ? उनके अनुसार अगर मिडिया नहीं मदद करता तो आन्दोलन इतना सफल नहीं होता ? दूसरा प्लान ये है कि कुछ मंत्रियों को अन्ना जैसा शरीफ और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ता हुआ दिखाया जाए ? ताकि जनता में ये सन्देश जाए कि " कांग्रेस " में भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने वाले लोग हैं ? इस कड़ी में पहला नाम आया है खेल मंत्री श्री अजय माकिन ? स्क्रिप्ट लिखी जा चुकी है , और नाटक शुरू हो चुका है ? जनता को मूरख बनाने का काम शुरू कर दिया गया है | खेल मंत्री जी ने खेलों में पारदर्शिता लाने हेतु एक बिल बनाया और मंत्री मंडल के समक्ष रखा तो मंत्री मंडल में बैठे क्रिकेट के लोग चोंक गए और भड़क गए , क्योंकि उसमे कई ऐसी बातें थीं , जो उन्हें नागवार गुजरीं , जैसे क्रिकेट बोर्ड की कितनी कमाई कंहाँ खर्च हो रही है ? बोर्ड में खिलाडी की बजाए नेता क्यों हैं आदि - आदि | नाटक सीधा ( लाइव ) टीवी . पर दिखाया गया | विलेन बने श्री राजीव शुक्ला , उन्होंने फ़रमाया कि जनता को क्रिकेट बोर्ड की आय से कोई मतलब नहीं है | और ये भी कहा कि इंडियन क्रिकेट टीम असली इंडियन टीम नहीं , हम तो ऐसे ही इंडिया लिखते हैं जैसे " एन.डी.टी.वी. इंडिया " ? अब सवाल ये पैदा होता है कि आज से पहले कि सरकारें सो रही थीं ? ६५ सालों में से ५२ साल तो देश पर राज कांग्रेस ने ही किया है, तो जवाबदेह भी कांग्रेस ही होगी न ? १६७५ करोड़ रूपये की सलाना कमाई कन्हा जाती है ? क्रिकेट बोर्ड को मुफ्त जमीने स्टेडियम हेतु क्यों दी गयी ? सट्टा - बाज़ार भी दुनिया भर में इन्ही के आशीर्वाद से चलता है | क्या " आई,सी,सी आई. और क्या बी.सी.सी.आई." ये सब सोची समझी योजना के मुताबिक सारे विश्व का धन खाए जा रहे हैं मिल बांटकर खा रहे हैं | नए खेल मंत्री अब उनसे जो सवाल पूछ रहे हैं वो पहले वाले मंत्रियों ने क्यों नहीं बोर्ड से पूछे ? अब वो " अन्ना " बनने की असफल कोशिश क्यों कर रहे हैं ? मिडिया वाले भी नाहक ही डर रहे हैं ? खेल मंत्री जी अगर सचमे " अन्ना " बनना है तो जब आपका बिल रिजेक्ट हुआ था , तभी स्तीफा देकर जनता के दरबार में जाकर बोलते ? तब हमें लगता कि कोई " शरीफ और मर्द " मंत्री बोला है ? क्यों दोस्तों , आपका क्या कहना है इस बारे में ?
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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nic thinking sir .... !!!
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