गंदे नेताओं की गन्दी राजनितिक चालों और मंहगाई , भ्रष्टाचार से त्रस्त, प्यारे देशवासियों , नमस्कार !जब भी मोदी जी की तारीफ होने लगती है तो कुछ पार्टियों,पत्रकारों और एन.जी.ओ. की छाती पर सांप लोटने लग जाते हैं | वे गोधरा में जलकर मरे लोगों की जिम्मेदारी तो किसी पर नहीं डालते लेकिन बाद में हुए दो समुदायों के दंगों में हर मुस्लिम के मरने का जिम्मेदार केवल और केवल मोदी जी को मानते हैं | जब भी किसी दो पक्षों में दंगा होता है तो दोनों पक्ष के लोग ही हताहत होते हैं किसी एक पक्ष के ही मारें या मरें ये संभव नहीं है ?? लेकिन ये लोग किसी हिन्दू की मौत का जिक्र तक नहीं करते | दूसरी तरफ बी.जे.पी.वाले भी जब ८४ के दंगों की बात करते हुए कांग्रेसियों को जिम्मेदार ठहराते हैं , तो उसके पीछे छिपे पंजाब में सिख उग्रवादियों द्वारा मारे गए हिन्दुओं का गुस्से का जिक्र तक नहीं करते ??? क्योंकि इन्हें पंजाब में सरदारों के वोट चाहिए होते हैं ??? और कांग्रेसियों को मुसलमानों और ईसाईयों के वोट लेनेहोते हैं , इसलिए इन कमीनों के मुह बंद जाते हैं ? इसी तरह माया को निम्न जातियों के वोट चाहिए कामरेडों को मजदूरों के , मुलायम लालू को यादवों के , शिव सेना को मराठियों के और बी.जे.पी.अपने आपको हिन्दुओं की रक्षक मानती है लेकिन है नहीं ?? सब ससुरे मिले हुए हैं ?? भारत वासियों की तो किस्मत ही खराब है , " प्रतिज्ञा" फिल्म में अदाकार " केश्तो - मुखर्जी " के डायलाग :- " मरना है " की तरह है ?? इसे तो मरना है , चाहे किसे भी सरकार बनाने का " मत " दे दे | इसे तो कटना, ठगना और फंसना है गंदे राजनेताओं की कूटनीतिक चालों में ....????? जय राम जी की बोलना पड़ेगा ...... बोलो जय श्री राम !!!!!!!!! क्योंकि वोही बचाएगा ??????? हमें ....... भगवन भली करे ????????
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