Saturday, March 19, 2016

"लालची,बेवकूफ,और भ्रष्ट मीडिया को अच्छे से "प्रयोग"कर रहे हैं , चतुर नेता,व्यापारी,अफसर और समाजसेवी"!- पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक) मो.न.- +9414657511

लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर आज संकट के बादल मंडरा रहे हैं !अन्ना आंदोलन के बाद कुछ ज्यादा ही मीडिया "बिकाऊ" के साथ-साथ "भड़काऊ"और "कमाऊ"हो गया है ! हालांकि पहले भी मीडिया के बिकने या कुछ खा-पी लेने के समाचार आया करते थे , लेकिन कुछ चंद लोग ही भ्रष्ट हुआ करते थे ! आजकल तो हर कोई बिकाऊ ही नज़र आता है बस कीमत सही होनी चाहिए !मीडिया की मुसीबत ये है की जब उसे पता चलता है कि उसे "प्रयोग"किया जा चुका है , तब वो किसी के सामने रो भी नहीं सकता !अभी कल ही उत्तराखंड प्रदेश में ईमानदार भाजपा ने कांग्रेस की 9 "भेड़ें"खरीदीं हैं !उसमे भी मीडिया का भरपूर "प्रयोग" हो रहा है !
                    हार्दिक पटेल काण्ड से लेकर दादरी कांड , रोहित बेमुळे के मरने से लेकर जे. एन.यू.काण्ड हर जगह मीडिया किसीना किसी का "ओज़ार" ही बनता नज़र आया !ये सब भारत के लोक तंत्र हेतु एक बड़ा खतरा है ! कितनी शर्म की बात है कि देश का 9000 हज़ार करोड़ रूपये लेकर विदेश भागे माल्या ने कई मीडिया संस्थानों के मालिकों, एंकरों और एडिटरों को स्पष्ट शब्दों में धमकाया है कि उसके खिलाये गए "माल"को याद रख्खा जाए !मज़े की बात ये भी है कि उनके पास इस सबके सबूत भी पड़े हैं !
                  और !! इसी के साथ ही "महान-मीडिया"ने माल्या के खिलाफ बोलना बंद कर दिया ! इससे पहले वो ललित मोदी से भी ऐसी मार खा चूका है ! इतने पवित्र काम को चंद गंदे पत्रकारों ने बदनाम करने का काम किया !आज पूरे मीडिया को ही "शक"की नज़रों से देखा जाता है !जाट आरक्षण आंदोलन हो या स्वर्णकारों का टैक्स कम करवाने का आंदोलन !पंजाब-हरियाणा का जल बंटवारा हो या आप पार्टी का कोई तमाशा मीडिया अपना "स्थान"पक्का कर ही लेता है !क्यों ????? 
                  क्यों नहीं पहले हर मुद्दे को तोला जाता ?? क्यों नहीं पहले हर मुद्दे पर रिसर्च करता ये आलसी मीडिया ??क्यों स्वयं मुद्दे का एक गन्दा हिस्सा बन जाता है मीडिया ??क्यों अपनी आचार-संहिता नहीं बनाता मीडिया ??क्यों स्वयं निर्णय सुनाने लग जाता है मीडिया ??अपने ऊपर कब लम्बी बहस करवाएगा ये मीडिया !!
                  जवाब दो !! मीडिया जवाब दो ! अगर सोशियल मीडिया नहीं होता तो ये पता ही नहीं चलता कि कब हमारा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चुप हो जाता है ?कब ये प्रचार करने लग जाता है ??कब ये देश-द्रोह करने लग जाता है ??और कब ये प्योर व्यपार करने लग जाता है ??राजनितिक दलों,सामजिक संगठनों और भारत की दुश्मन देसी-विदेशी एजेंसियों की कठपुतली बन जाता है ये मीडिया !! भारत की जनता !! होशियार-खबरदार !! आँखें बंद करके इस पर विश्वास करना बंद करो !!
        जय हिन्द !! भारतमाता की जय ! ओवेसी और उसके समर्थकों की माता की जय !!
               " 5TH PILLAR CORRUPTION KILLER " THE BLOG .

 प्रिय मित्रो , सादर नमस्कार !! आपका इतना प्रेम मुझे मिल रहा है , जिसका मैं शुक्रगुजार हूँ !! आप मेरे ब्लॉग, पेज़ , गूगल+ और फेसबुक पर विजिट करते हो , मेरे द्वारा पोस्ट की गयीं आकर्षक फोटो , मजाकिया लेकिन गंभीर विषयों पर कार्टून , सम-सामायिक विषयों पर लेखों आदि को देखते पढ़ते हो , जो मेरे और मेरे प्रिय मित्रों द्वारा लिखे-भेजे गये होते हैं !! उन पर आप अपने अनमोल कोमेंट्स भी देते हो !! मैं तो गदगद हो जाता हूँ !! आपका बहुत आभारी हूँ की आप मुझे इतना स्नेह प्रदान करते हैं !!नए मित्र सादर आमंत्रित हैं ! the link is - www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  , गूगल+,पेज़ और ग्रुप पर भी !!ज्यादा से ज्यादा संख्या में आप हमारे मित्र बने अपनी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर !! आपके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ आयें इसी मनोकामना के साथ !! हमेशां जागरूक बने रहें !! बस आपका सहयोग इसी तरह बना रहे !!

मेरा मोबाईल नंबर ये है :- 09414657511. 01509-222768. धन्यवाद !!आपका प्रिय मित्र ,
पीताम्बर दत्त शर्मा,
हेल्प-लाईन-बिग-बाज़ार,
R.C.P. रोड, सूरतगढ़ !




1 comment:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (20-03-2016) को "लौट आओ नन्ही गौरेया" (चर्चा अंक - 2288) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...