Wednesday, April 18, 2012

" वह मोदी , कौन मोदी , वाह ! मोदी ,हाँ मोदी ,क्यों मोदी , शेर मोदी ,अकेला मोदी ",...????

माला जपने वाले सभी मित्रों को मेरा , १०८ बार राम - राम !! कृपया स्वीकार करें जी !!
                        ये देश भी अजीब है जी , यंहा कभी तो कोई देवता बन जाता है , तो कभी कोई पल में राक्षस बन जाता है । पहले वो शख्स क्या था कौन था इस से कोई सरोकार नहीं , बस एक बार किसी ने कोई मुद्दा उछाल दिया तो बस इस देश में और कुछ दिखाई ही नहीं देता किसी को जी । अपने आपको अकल्मन्द कहने - समझने वाले भी " मोहरे " बन कर रह जाते हैं । 
                         पिछले ५-६ सालों से एक बाबा जी हमें बोझ मुक्त कर रहे थे तो पिछले दस सालों से गुजरात के मुख्यमंत्री जी को कई लोग भविष्य का " सत्ता - सुधारक " साबित करने पर तुले हुए है । सब अपनी अपनी माला जपे जा रहे हैं और मन्त्रों की जगह यही रटते  जा रहे हैं । अचानक वो बाबा जी तो देवता से ठग बनगए , और मोदी जी कईयों के गले नहीं उतर रहे , चाहे वो तीन बार लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री ही क्यों ना बन गए हों ?? उन्हें तो बस दंगे - दंगे - दंगे ही नज़र आते हैं ...चाहे उन्हें जाच करने वाली S.T.I. की टीम अपनी रिपोर्ट में बरी करे या अदालत बरी करे , तो भी तथाकथित सेकुलर लोग उनका पीछा नहीं छोड़ने वाले , पता नहीं क्यों ...??? हिन्दुस्तान में हुए और जगह के दंगों के बारे में कभी कोई नहीं बोलता पता नहीं क्यों ..?? 
                           दूसरी तरफ जो श्री मान नरेंदर मोदी जी को देश के प्रधान - मंत्री के रूप में देखना या दिखाना चाहते हैं , वो भी हकीकत से दूर " कागज़ी - कश्तियों में स्वर लगते हैं !! क्योंकि किसी को भी प्रधान - मंत्री बन्ने या बनाने हेतु संसद में कम से कम २४० सांसद चाहियें जो अकेली भाजपा के बस की बात है नहीं , एन.डी.ऐ. के सभी घटक मोदी जी को चाहते नहीं , अभी हाल ही में जब दिल्ली में सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक प्रधान मंत्री जी ने बुलाई थी तो नितीश जी अपनी अलग पटरी बिठा रहे थे और मोदी जी अलग ?? दक्षिणी और पूर्वी राज्यों में भाजपा का कोई नाम लेने वाला नहीं और जन्हा नाम लेने वाला कोई है वंहा संगठन की हालत बहुत ही खस्ता है !! भले ही पंजाब , दिल्ली , गोवा ,आदि के चुनावो ने पार्टी का होसला बढाया है लेकिन धरातल में जड़ें कमज़ोर हो चुकीं हैं                          आज कल सभी पार्टियों में झूठे,मक्कार,ठग,और बेईमान लोगों ने अपने अपने " झुण्ड "  बना रखे हैं , वो बड़े नेताओं को अच्छे नाश्ते कराते हैं , उन्हें खुद की खातिर चंदा देते हैं , लग्ज़री गाड़ियों में घुमाते हैं और बढ़िया होटलों में , दारु - मांस और शबाब पेश करते हैं !! और जो नेता इन सब चीज़ों का शोंक नहीं रखता तो उसे पार्टी हेतु चंदा दे देते हैं ! जिससे प्रभावित हो कर वो नेता जो प्रदेश या केंद्र से आया हुआ होता है उन्ही " झुण्ड " वालों के चक्कर में फंस कर उन्ही के पक्ष में पार्टी के महत्वपूर्ण निर्णय ले लेता है । ऐसा पिछले ३० सालों से चल रहा है ! 
                          भाजपा भी कंही कम तो कंही ज्यादा ऐसी चालों की शिकार हो चुकी है , बल्कि संगठन के बड़े पदाधिकारी भी आजकल सिर्फ अमीरों के घर ही प्रवास केदोरान भोजन करते हैं जी ! शाखाएं सिर्फ कागजों में चलती हैं जी , जब कोई प्रचारक महोदय आते हैं तो शहर के सभी स्वयंसेवकों को इक्कठा करके संख्या दिखादी जाती है जी !! हालत इतनी बुरी है की एक मंडल में सभी मोर्चों - प्रकोष्ठों की कार्य कार्नियों के सदस्यों की संख्या जोड़ी जाए तो लगभग ४०० बनती है लेकिन किसी भी मंडल की बैठक में ४० से ज्यादा किसी भी बैठक में संख्या नहीं होती जी क्यों ....किसी को जान्ने की जरूरत नहीं पड़ी आज तक जी ????  जिले वाले , प्रदेश वाले  इतना चंदा कार्यकर्ताओं से वसूल कर ले जाते हैं लेकिन कभी भी कोई हिसाब नहीं देते जी क्यों....??? कभी किसी कार्यक्रम हेतु राशि प्रदेश से नहीं आती सब मंडल स्तर पर उसके सर पर भार पड़ता है जो विधायक या सांसद बनना चाहता है ....यंही से ....राजनीति से भ्रष्टाचार शुरू होता है जी ...!!
                           आम आदमी भी कम बे-इमान नहीं है जी उसका भी जन्हा तलक हाथ जाता है लपकने की पूरी कोशिश करता है क्योंकि इसदेश की रगों में बेईमानी दोढ रही है खून की जगह !! तो प्रश्न ये पैदा होता है की क्या अकेला मोदी इतना बड़ा काम कर पायेगा ?,गुजरात किसको सोंपा जाएगा ? ,अकेली भाजपा कैसे इतने बड़े लक्ष्य को प्राप्त करेगी ?और कंही मोदी जी का हाल भी तो महान नेता अटल जी जैसा नहीं होजायेगा " गठबंधन - सरकार का मजबूर प्रधान मंत्री " वाला ....??? कंही एक बार फिरसे मोदी जी " गठबंधन -धर्म " निभाने में फ़ैल तो नहीं हो जायेंगे ...??? भगवन करे ऐसा ना हो !!                               मैं भी चाहता हूँ की ये देश खुश हाल बने , तरक्की करे , सच्चाई का बोल बाला हो लेकिन क्या करून .....ससुरा कलयुग चल रहा है !!  मित्रो किसी भी काम हेतु पूर्व में तैयारी आवश्यक है इसी लिए मैं संगठन और भाजपा के लोगों को  चेताना  चाहता हूँ की ऐसे " झुंडों " से चोट खाए कार्यकर्ताओं को जब तलक वापिस मेन - लाइन में नहीं लाओगे तब तलक ये सपना - सपना ही रह जाएगा जी !! फिर न कोई अन्ना,रामदेव,काम आएगा और न ही अडवानी और सुषमा जी काम आएँगी ....वोही अधूरा - जनमत रह जाएगा ...???


                     तो मित्रो आपका इस बारे में क्या कहना है ....??? मैंतो कहता हूँ की गंदे नेता को देखो मत , सुनो मत, स्वगत भी करो मत , और वोते भी करो मत ???? आप भी अपने विचार बताइये हमारे ब्लाग में , जिसका नाम है " 5THPILLAR CORROUPTION KILLER " www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आज ही लोग आन करें !! आप चाहें तो ये लेख प्रकाशित भी कर सकते हैं और अपने फेस - बुक मित्रों के संग शेयर भी कर सकते हैं जी !! तो फिर अंत में हमेशां की तरह सब मिल बोलो ......जय - श्री - राम ...!!! हो जाएगा ....काम !!  

Monday, April 16, 2012

" कौन है वो ? जो हमें भारतीय के बजाय , मराठी,बिहारी,पंजाबी,मद्रासी और गुजरतीआदिबोल के आपस में लडवा रहा है ?

सभी भारतीय मित्रों को मेरा तहे दिल से नमस्कार !! कृपया स्वीकार कीजिये ..!!
             हम हैं भारतीय नागरिक , हमारी पहचान ही ये है की हमारी भाषा, वेश-भूषा,खान-पान और पहनावा भले ही अलग हो परन्तु देश हमारा एक है जिसका नाम है भारत - हिंदुस्तान और इंडिया..!! ये वो देश है जिसे दुनिया " सोने की चिड़िया " के नाम से भी जानते थे !! संसार के कई भागों से लुटेरे समय - समय पर आते रहे और हमें लूट कर व हम पर राज करके जाते रहे ..! ये इतिहास तो सारे जानते ही हैं । सभी ये भी जानते हैं की हमारा धरम चाहे कोई सा भी हो,लेकिन इस धरती को हम अपनी माता के समान मानते हैं ! 
              हमारे नेता आजसे पहले कई तरीकों से गन्दी राजनीती करते थे लेकिन भारत - माता के नाम पर सभी राजनितिक दलों के नेता एक हो जाया करते थे ! लेकिन पिछले कुछ समय से मैंने ये महसूस किया है की अब देश को बाहर के दुश्मनों से इतना खतरा नहीं है जितना देश के भीतर बैठे दुश्मनों से हो गया है ! कभी शिव सेना वाले कहते हैं की मराठी - मानुष के इलावा महाराष्ट्र में किसी को नहीं रहने देंगे तो कभी कांग्रेस की श्री मति शीला जी कहती हैं की दिल्ली में बाहरी लोगों की वजह से अपराध बढे हैं ?? किसी ने तो ये भी कहा कीहमारे प्रदेश में आने हेतु " वीजा " लेना पड़ेगा ..ये सुन कर मेरी छाती पर सांप लोट गए ! जी में आया की इस देश की कमान मेरे हाथ में हो और मैं ऐसे सारे ..." जमूरों " को ठीक करदूं !!
                ऐसी वाहयत बातें करने वालों के खिलाफ इस देश में कोई कानून नहीं है , जो इस देश के कभी आरक्षण , कभी जातिवाद और कभी प्रदेशिक स्तर पर बाँट कर अपने वोट बेंक को पक्का करना चाहते हैं ?? कभी - कभी तो यही महसूस होता है की भारत में छोटे - मोटे अपराधियों हेतु एक अलग कानून है और बड़े "अपराधियों " हेतु मात्र दिखावे हेतु क़ानून है ?? हर चीज़ में राजनीति हो रही है हर काम को वोटों से टोला जा रहा है और हर काम से चोरी करने की योजनायें बनाई जा रही हैं तो इस देश का " राम - नाम - सत्य " तो होना ही है !!

           अभी देश के सभी मुख्यमंत्रियों की एक आवश्यक बैठक सरदार मनमोहन सिघ जी ने बुलाई जो सोभाग्य से हमारे प्रधान मंत्री हैं , उस से भी बड़े सोभाग्य की बात ये है की श्री मान पी.चिदम्बरम जी हमारे गृह -मंत्री जी बने हुए हैं ।लेकिन अब मुझे,ये इनका इन पदों पर होना,हमारा दुर्भाग्य ही नज़र आता है । क्योंकि किस ने मीटिंग में क्या बोलना है वो सब पहले ही प्रेस को और जनता को पता था , जबकि इतने महत्व पूर्ण विषय पर बैठक हो रही थी ।इसे तो सीक्रेट रखा जाना चाहिए था !! इसी लिए एक बड़े ही काम की बैठक , बच्चों का हुडदंग बन कर रह गयी !कोई कहता है , प्रदेश में मेरा शासन है केंद्र क्यों अड़चन करे , तो केंद्र कहता है की हमें जब पूरे भारत की सरकार कहा जाता है तो राज भी हम सारे भारत पर करेंगे !! हद तो तब हो जाती है जब एक पार्टी का सांसद पब्लिक जलसे में कहता है की " हम जो पैसा इस सरकार को भेजते हैं , उसे इस प्रदेश का मुख्यमंत्री अपनी मर्ज़ी से खर्च कर देता है " ....आदि आदि । कोई इनसे पूछने वाला नहीं की पैसा तो बेचारी जनता का होता है जो अलग - अलग टेक्स चूका कर सरकार को देती है इनको तो हमने देख रेख हेतु चुनते हैं और ये हमारे धन को अपना ही बना लेते हैं , शायद इसी लिए लगभग हर नेता बिना कोई काम करे करोड़ों कमा लेता है कैसे ....पता नहीं ????? अगर पता चल जाए तो हम भी नेता ना बन जाएँ .....???? हम क्यों ऐसे लेख लिखते फिरें ....??? क्यों मित्रो , आपका क्या कहना है ....??? जो भी आप कहना चाहें , वो आप हमारे ब्लॉग " 5th pillar coorouption killer " पर जाकर इस लेख के निचे लिखे कमेंट्स पर क्लिक करके लिखें , ताकि हम भी आपके विचारों को अपने पास सहेज कर रखें !! तो आज ही लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 

Sunday, April 15, 2012

" मांग पूरी करो ...सजना !! .नहीं तो "...???

" मांग " पूरी करवाने की कला जानने वाले, सभी मित्रों को मेरा नमस्कार !!
                                पहले अपनी जायज़ - नाजायज़ मांग को पूरा करवाने की कला छोटे बच्चों को , बूढों को और महिलाओं को ही आती थी !! आजकल तो जिसे देखो वो अपनी मांगो का ज्ञापन ले कर फिरता है और मांग चाहे नाजायज़ हो या जायज़ बस जिद पकड़ लेता है की बस पूरी करो हमारी ये मांग !! पहले तो भिखारी या कमज़ोर लोग ही माँगा करते थे और मांगने को बहुत बुरा समझा जाता था ! पुराने लोग तो मर जाते थे लेकीन मांगते नहीं थे । शान के खिलाफ होता था ये कार्य !! लेकिन आज जिसे देखो ....वो ही कुछ - न कुछ किसी न किसी से मांग ही रहा है !! पता नहीं क्यों .....इतना गिर गए हैं लोग ...??? शायद इसलिए क्योंकि आजकल लोग " नौकरी " करना ज्यादा पसंद करते हैं !! इसी लिए मांगने की आदत सी पद गयी है लोगों को ! कोई राशन मान रहा है तो कोई कपडा , कोई नोट मांग रहा है तो कोई वोट , कोई क़ानून मांग रहा है तो कोई आरक्षण !! जिस प्रकार हम अपनी पत्नी जी की मांग भरते - भरते थक गए हैं और थोड़े - थोड़े बूढ़े से नज़र आने लगे हैं उसी तरह से हमारी सरकार भी मांगें पूरी करती - करती बूढी सी नज़र आने लगी है !                                आज कल तो उग्रवादी , माओ वादी और न जाने कौन कौन ससुरा मांगने में लगा है , इतने हट्टे - कटते हैं काम नहीं करते म्हणत नहीं करते और कभी किसी को उठा ले जाते हैं तो कभी किसी को !! अभी कुछ दिन पहले हमारी सोनिया जी के पीहर से दो " सज्जन " घूमने हेतु आये और भारत के मशहूर स्थान घुमते - घुमते पता नहीं कैसे और क्यों हमारे " माओवादी नक्सली " "सज्जनों " से मिल लिए या मिला दिए गए ....राम ही जाने !! लेकिन हमें तो और हमारी सरकार को तब पता चला जब उन जंगल में रहने वाले " क्रान्तिकारों " ने शहरों में रहने वाले अपने " वार्ताकारों " के ज़रिये सम्पर्क साधा !! उन्हों ने मांग रख्खी की जो पुलिस ने म्हणत करके जिन उग्रवादियों को पकड़ा है उन्हें बा - इज्ज़त  रिहा करदो नहीं तो इटली से आये नागरिकों को हम स्वर्गवासी बना देंगे !! 
                          इस घटना से कुछ दिन पहले इसी इटली के जहाजी फोजियों ने हमारी समुद्री सीमा में घुसकर हमारे ही मछुआरों को मार डाला था । इस घटना को हमारी सरकार लाख कोशिशों के बावजूद छिपा नहीं पायी थी !! अब मुझे पता नहीं की इन दोनों घटनाओं का एक दुसरे से कोई सम्बन्ध था या नहीं था ??? लेकिन ये " इटली "अवश्य कामन था ? दोनों सरकारों , सारे मीडिया और हमारे देश के चोक्क्न्ने विपक्ष की समझदारी भरे " आचरण " से दोनों इटली के " मामे " रिहा होगये और ख़ुशी - ख़ुशी अपने देश रवाना हो गए !! लेकिन इस घटना क्रम में एक पक्ष तो बेचारा फंसा का फंसा ही रह गया ........वो बेचारा " विधायक " जो अभी तलक उन्ही माओवादी - नक्सली  सज्ज्न्नो के अधिकार क्षेत्र में है । उसके लिए भी उन्हों ने दर्जन से ज्यादा कैदियों को रिहा करने की मांग रख्खी है जिसे मानना ही पड़ेगा हमारी सरकार को !! अटल जी के टाइम में तो जो हमारे रक्षा मंत्री जी अफगानिस्तान में उग्रवादियों को छोड़ कर आये थे तो कांग्रेसियों ने आज तलक वो रिकार्ड बजाना नहीं छोड़ा था की देखो अटल जी की सरकार सरेंडर हो गयी ....?? अब जब इटली के मामे फंसे तो ससुरा कोई नहीं बोल रहा है क्यों ...??? ये ससुरे भाजपा वाले भी चुप हैं क्यों ...?? अरे बदला लेने का अवसर आया है तो बोल नहीं रहे हो और जब चुप रहना होता है तो बिना मतलब के बोले ही जाते हो ...!!
                              बच्चों , बीवियों और बजुर्गों की मांगें पूरी करना तो हमारा  कर्तव्य है लेकिन इन देश के दुश्मनों के सामने झुकना कन्हा तलक उचित है ...अगर हम अपने सिपाही को शहीद करवाना उचित मानते हैं तो ऐसे मोके पर हमें भी शहीद अगर होना पड़े तो जरूर देश हित में मर जाना चाहिए ...ताकि हमारी सरकार किसी उग्रवादियों के दबाव में ना आने पाए !! और इसी तरह इटली हो या अमेरिका हम उनके लिए देश के दुश्मनों को क्यों रिहा करें ...क्या हमने उन्हें जंगल में जाने हेतु खा था ....????

                      आप ही बताइये मित्रो ..!! आपकी क्या राय है इस बारे में ??? आज ही , बल्कि अभी अपने विचार हमारे ब्लॉग  " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " पर  जाइए और अपने अनमोल विचार टाईप कीजिये ! और अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आये तो आप इसे अपने मित्रों संग शेयर भी कर सकते हैं , और कंही प्रकाशित करना चाहें तो ख़ुशी से कर सकते हैं हमारी कोई " मांग " नहीं है ! बस विचारों का आदान - प्रदान चाहते हैं बस !! ........धन्यवाद !! बोलो जय श्री राम !!  

Friday, April 13, 2012

" उडी - बाबा , उडी बाबा - उडी -" बाबा "....??

"बाबाओं " की बात मानने वाले "सहेलियों " व बेलियो " !! सबको मेरा प्रणाम !!
                          भारत देश प्राचीन काल से ऋषियों,मुनियों और बाबाओं की मेहरबानी से चलता आ रहा है । जब भी किसी साधारण मनुष्य या किसी असाधारण व्यक्तित्व पर मुसीबत आती है ,तो वो इन सब में से किसी एक या फिर बारी - बारी से सबके पास जाता था , जाता है और जाता रहेगा ....कोई रोक नहीं सकता ..., चाहे कोई बाबा करोड़ों कमा ले , चाहे कोई बाबा किसी के साथ रजामंदी से या बहला - फुसला कर " आनंद " बाँट ले ...इत्यादि - इत्यादि !! क्योंकि ये आदमी की मनोवृत्ति से जुडी हुई बात है । ये अख़बार और चेनल वाले भी बड़े अजीब हैं पहले तो ऐसे बाबाओं के विज्ञापन प्रकाशित करते हैं और फिर उन्हें ढोंगी कहते हैं !!
                                  अब यंहा किसी बाबा का नाम लेना ठीक नहीं क्योंकि कल ही एक प्रोफ़ेसर ने बंगाल की शेरनी के बारे में कुछ फेसबुक पे लिख दिया था तो बेचारे को जेल जाना पडा और कार्यकर्ताओं से मार भी खानी पड़ी ...उस बेचारे को " ममता की क्षमता " का पता चल गया ?? इस लिए हम तो इशारों - इशारों में ही आपको समझा देंगे । पंजाबी में एक कहावत है जी , वो ये की " किसी को मांह ( उड़द की दाल ) बादि , तो किसी को सवादी " ! यानी जिसे फायदा पंहुच जाता है वो तो किसी नियम को नहीं मानता और जिसे फायदा नहीं पंहुचता वो " बाल की खाल उतारता है ....या केस कर देता है !! बाबा चाहे कोई भी हो किसी को कोई फरक नहीं पड़ता बस यही एक " मापक " होता है की फायदा पंहुचा या नुक्सान ?? 
                                   इसमें कोई शक नहीं की जिस प्रकार किसी सड़क पर जादू का खेल दिखाने वाला खेल दिखाते वक्त कुछ अपने आदमी भी जनता को गुमराह करने हेतु भीड़ में खड़े रखता है उसी तरह ऐसे बाबा लोग भी करते हैं , भारत में तो हर तीसरी गली में ऐसे चमत्कारी लोग मिल जायेंगे । क्योंकि यंहा तो भगवन भी तभी मिलता है जब आप अपनी " तार्किक शक्ति को छोड़ कर पूरी तरह परमात्मा की शरण में नहीं आ जाते !! 
                       गंदगी हर जगह अपने आप ही आ जाती है , कंही से लानी नहीं पड़ती , पुराने से पुराना इतिहास निकाल कर देखलो कोई भी वो व्यक्ति जिसने इश्वर के सच्चे ज्ञान को आम आदमी को उसकी आम भाषा में सच्चे मन से भी समझाने की कोशिश की हो , लेकिन कुछ समय बाद उसके " चेलों " ने ही ऐसे - ऐसे नियम क़ानून उस बेचारे " सच्चे - बाबा " के नाम से ही बना दिए की कुछ सालों के बाद एक सच्चा काम भी आडम्बर बन के रह जाता है .....ज़रा ध्यान से सोचिये ...जो आज , सिख , जैन , बोध , इसाई , मुस्लिम , राधा - स्वामी , निरंकारी , आदि - आदि जो किसी मनुष्य द्वारा चलाये गए धरम या डेरे हैं उनमे वो कितना हो रहा है जो उनके गुरुओं ने कहा था , आप देखेंगे की सब जगह सिर्फ और सिर्फ .." आडम्बर " ही रह गया है ! फ़ालतू के नियम पहरावे और महल धरम के नाम पर बनाए जा रहे हैं और अरबों खरबों रुपया पता नहीं किसके लिए इकठ्ठा किया जा रहा है ?? और कौन उस धन का उपयोग कर रहा है या बेकार ही पडा है कौन जानता है ये सब ?? कोई सच सुनने को तैयार ही नहीं ...!! इसलिए सब सोचते हैं भाई हम क्यों बुरे बने अपने आप परमात्मा इनको सबक सिखाएगा ??? क्योंकि हम तो कोई काम करते नहीं जी !! इसी लिए मैं भी हर लेख के अंत में सबको कहता हूँ की बोलो जय श्री राम !!


                     भगत कबीर जी ने भी कहा है की " कबीरा तेरी झोंपड़ी , गल - KATIYAN के पास ! करेंगे जो भरेंगे , तू क्यों भया उदास !!  तो मित्रो हमेशा की तरह आप हमारे ब्लॉग जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " जिसे www.pitamberduttsharma.blogspot.com. लोग - आन करके पढ़ा जा सकता है , कृपया आप सब मित्र इसे पढ़ें , समझें और फिर इसे अपने मित्रों में शेयर करकर अपने अनमोल विचार ब्लाग पर जाकर लेख के निचे टाईप करें , क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को सहेज कर रखना चाहते हैं , ताकि पुस्तक प्रकाशन के समय उनको हम प्रकाशित करवा सकें !!................. धन्यवाद !!

" क्या शिलाजीत खाकर खेल रहे हैं , ये खिलाडी I.P.L. में "..??

" शिलाजीत " नामक पदार्थ का किसी न किसी रूप में सेवन कर चुके मेरे प्यारे मित्रो , ताकतवर नमस्कार स्वीकार करें जी !
                                    खेल हो या जंग सब जगह इन्सान को " दम " की जरूरत पड़ती है किसी फ़िल्मी गीतकार जी ने तो यंहा तलक कह दिया की " जिंदगी हर कदम इक नयी जंग है " !! आजकल तो " प्यार " में भी ताकत की आवश्यकता पड़ती है इसलिए मेरे जैसे उम्रदराज़ आदमियों को ये शिलाजीत नामक पदार्थ का सेवन करना ही पड़ता है !! 
                               हमारे क्रिकेट खिलाडी भी बड़े अजीब हैं कभी तो सारी टीम से पूरे दिन में जीत हेतु आवश्यक 280 रन ही नहीं बन पाते , और वो ही खिलाडी एक दिवसीय मैच में आधे दिन में ही लगभग 50 ओवर में ही 350 रन बना देते है । हैरानी तो हमें तब होती है जब वो ही "कमज़ोर " दिखने वाले खिलाडी I.P.L. में मात्र 20 ओवरों में ही इतने ही रन  हस्ते हस्ते बना देते हैं !! या तो ये उन चीयर गर्ल्ज़ का कमाल है या फिर ....कोई ऐसी दवा जो ....इस कमाल के काम करने में काम आ रही है ???? वैसे आज से पहले भी क्रिकेट खिलाडियों का भी डोप टेस्ट होना चाहिए , ये बात उठ चुकी है !! हम तो दम - ख़म बढाने वाली " खुराक के पक्षधर हैं जी !! पंजाब में तो ये कहावत है की " दब के वाह , ते रज के खा "!! 
                            हमें बिलकुल भी ऐतराज़ नहीं की ये खिलाडी अमीरों की टीम का हिस्सा बने .....!! लेकिन देश के लिए भी जब जित हेतु थोडा मुश्किल लक्ष्य हो तो ......होसले से काम लिया करें !! धन्यवाद !!


                         आप सब मित्रों से निवेदन है की आप हमारा ये ब्लॉग , जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " लगातार पढ़ रहे हैं , तो पसंद आने पर इसे आप अपने सभी मित्रों के साथ शेयर भी कर लिया करें , क्या पता , आपके बढ़िया मित्र , हमारे भी मित्र बन जाएँ , क्योंकि मित्र जितने भी हों , कम होते हैं , और किसी ने बड़ा सुन्दर खा है की " हर इक फ्रेंड जरूरी होता है " !!!! तो देर मत कीजिये आज ही लाग आन कीजिये www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  और पढ़िए रोज़ एक नया लेख जो आपको स्फूर्ति से भर देगा .....!! अगर आपको पसंद आये तोभी , और कुछ कमी दिखाई दे तो भी हमें अपने अनमोल विचारों से अवश्य अवगत करवाएं !! कृपया हमारे ब्लॉग पर जाकर ही अपने विचार टाईप करें जी , क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को अपने पास सहेज कर रखना चाहते हैं , और जब इन लेखों की पुस्तक प्रकाशित होगी तब आपके विचारों को भी एक अहम् स्थान मिलेगा !! जैसे हमारे दिल में आपके लिए एक विशेष स्थान है !! बोलो जय श्री राम !!  

Wednesday, April 11, 2012

" वाह !! क्या ......सिग्नेचर है "..???

" सिग्नेचर " के जान कार सभी मित्रों को मेरा रसीला नमस्कार !! स्वीकार कीजिये !!
                     आज के लेख का विषय बिलकुल रानीतिक नहीं है लेकिन राजनीती सहित सब क्षेत्रों से सम्बंधित अवश्य है । इसलिए इसे ले लिया की चलो आज सभी मित्रों, चाहे वो लेडीज़ हों या जेंट्स  कईयों  का प्रिय है ये " सिग्नेचर ब्रांड " ?????
      जब हम बचपन से जवानी की तरफ अपने कदम बढ़ा रहे थे तब हमें पहली बार इस सिग्नेचर का चस्का पडा और हम क्या स्कूल में और क्या घर बस ........रोज़,बढ़िया दिखाई देने वाले " सिग्नेचर " लिखने में जुट जाते फिर अपने मित्रों भाई - बहनों को दिखाते की देखो इनमे से कोन  से ऐसे हस्ताक्षर हैं जिनके करने से हम देखने वाले को बड़े अफसर जान पड़ें !! कई बार और कई दिनों की म्हणत के बाद हमने इंग्लिश में पी.डी. शर्मा लिख कर ही अपने " सिग्नेचर " पास किये जो आज तलक चल रहे हैं 
                           अब आते हैं उस सिग्नेचर " की तरफ जो आप समझ रहे थे ....!! क्या कहा नहीं ...? चलो जाने दीजिये मैं अपनी बात ही कहता हूँ .. वो सिग्नेचर की बोतल जिसमे सोम - रस होता है उसका भी स्वाद हम ने कई बरस तक चखा है क्योंकि शायर लोग कहते थे की जो देवदास नहीं बना वो प्यार क्या करेगा और निभाएगा क्या ..??? हमें भी एक साथ पढने वाली कन्या से पहला - पहला प्यार हो गया जो बाद में उसके पापा ने उतार दिया और हमारे एक बड़े मित्र जो हमसे दो कक्षा आगे पढता था , ने हमें इस " सिग्नेचर " नामक सोम -रस से परिचित करवा दिया ....और इस तरह से हम भी ...देवदास बन गए और 2010 की 31 दिसंबर तक बने रहे !! जब हरे घर पुत्रवधू आने का कार्यक्रम बना तब त्यागी ये ससुरी सुरा !!

                       आप कहोगे ये सब तो ठीक है , पर ये लेख का विषय क्यों बना ...?? तो मित्रो अब हम आज के विषय की तरफ आते हैं !! आज मैंने जब समाचार - पत्र खोला तो उसमे एक विज्ञापन पढ़ा की " सिग्नेचर " कम्पनी ने अब ऐसे परफ्यूम तैयार किये हैं जो भारतीय " राशियों " के अनुसार हैं ...!! यानी अब पंडित जी के पास जाने की कोई जरूरत नहीं ...बस ! " सिग्नेचर " कम्पनी का बना अपनी राशि के मुताबिक सैंट लगाओ और अपना भविष्य सही रखो ..!! बोलिए है न ये आज का मनोरंजक विषय !! बस ..!! इसी लिए हमने इस पर विचार लिख दिए ....इसी तरह से आप भी अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग पर टाईप कीजिये और इस लेख को अपने सभी मित्रों संग शेयर कीजिये ...भगवन आपका भला करे ......!!आज ही लोगआन  करें हमारा ब्लॉग जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  

" 1947.से आज तक ,किसी को " हिन्दू " मरता नज़र क्यों नहीं आता " ...??

मेरे सभी " जिन्दा - इंसान " मित्रों को मेरा सलाम !!
                 जो पैदा हुआ है वो समय आने पर मरता भी है , प्रकृति का नियम है यह । डरपोक रोज़ मरता है और दिलेर सिर्फ एक बार मरता है । याद दोनों तरह के आदमी रहते हैं हमें और इतिहास को !सज्जन व्यक्ति अच्छे काम करके मरता है और दुर्जन बुरे ! लेकिन आजकल कुछ इस तरह के मनुष्य भी इस संसार में पाए जाते हैं जो  मनुष्यों से ही खेलते हैं , मनुष्यों से ही काम करवाते हैं , मनुष्यों का ही शोषण करते हैं , मनुष्यों को ही खा जाते हैं और मनुष्यों पर ही राज करते हैं ...!!?? ऐसे लोगों को " नेता ,ठेकेदार , सरकारी अफसर , अमीर पत्रकार ,पूंजीपति ,धार्मिक महंत ,और सामाजिक कार्यकर्ता भी कहा जाता है !! ये सब किसी ना किसी राक्षसी प्रवृति के व्यक्ति या सगठन से जुड़े होते हैं । ये सिर्फ उसी के अनुसार चलते हैं । उस मुख्य व्यक्ति के साथ - साथ इनका भी कोई न कोई हित इन पाशविक कार्यों में जुदा होता है !! ये समाज के हर क्षेत्र में पाए जाते हैं !!
                                   ऐसे ही कुछ पाशविक प्रवृति के लोग पिछले तीन सो सालों से हमारे हिन्दुस्तान के पीछे पड़े हैं ...न जाने क्यों ...?? इनका एक ही लक्ष्य है की " हिंदी , हिन्दू और हिन्दुस्तान " को कैसे नुक्सान पंहुचाएं ?? कभी अफगानी मुस्लिम लुटेरे , कभी अँगरेज़ , और कभी पाकिस्तानी - खालिस्तानी ,नक्सली , आदि - आदि बन कर ये अपना काम कर रहे थे हैं और करते रहेंगे ..! जब तलक इनका सम्पूर्ण संघार नहीं किया जाता तब तलक ये समस्या हल नहीं होगी !!
                             ये लोग किसी भी छोटी या बड़ी जाती के छोटे से छोटे दुःख को भी पूरा प्रचारित करते हैं और कंही अगर वो दुर्घटना वश मर जाए तब तो सब इस प्रकार के कौए कांव - कांव करने लग जाते हैं !! लेकिन किसी भी हिन्दू के मरने या जानबूझ कर सेंकडों की गिनती में ही क्यों न मारे जाएँ इनकी आँख में कभी आंसू नहीं दिखाई देते !! 
                         गुजरात के दंगों में कई हिन्दुओं और मुसलमानों सहित एक सांसद भी मारा गया तो ये जिसने उनको मारा उसको कुछ नहीं कह रहे लेकिन नरेंद्र मोदी को फांसी की सज़ा दिलाने की कोशिश में जी - जान से लगे हुए हैं क्यों ...?? क्यों इन्हें काश्मीर का , पंजाब का और गोधरा का हिन्दू मरता दिखाई नहीं देता .....!! हिन्दू अपने ही देश में अल्पसंख्यक बना दिया गया ...क्यूं ...???


                              उनकी बात आने पर सब एक लाइन बोलते हैं की क़ानून अपना काम करेगा ....!! तो आज जब न्यायालय ने नरेंद्र मोदी जी को निर्दोष साबित कर दिया है तो ये सब क्यों मामले को भड़काने में लगे हैं " व्याख्या या चर्चा " के नाम पर !                         मित्रो आप अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग पर जाकर आज ही टाईप करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com.          ब्लाग का नाम है " 5th pillar corrouption killer "  

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...