Friday, April 20, 2012

" सेक्स करना " हमारा " मौलिक - अधिकार है , आखिर " दिल तो बच्चा है जी " ...???

सभी " सेक्सी " मित्रों को मेरा , रमणीय नमस्कार !!
                          एक गीत बहुत मशहूर हुआ था की , " मेरी पेंट भी सेक्सी , मेरी शर्त  भी सेक्सी , मेरे बाल भी सेक्सी , मेरी चाल भी सेक्सी है .....", और न जाने क्या - क्या सेक्सी है इस गीत में आगे गीतकार ने लिखा था ... लेकिन वो एक चीज़ लिखना भूल गया ... की हमारा नेता भी सेक्सी है ....???? कोई बड़ी बात नहीं है भूल हो जाती है इंसान से अब संसार में इतनी चीज़ें सेक्सी हैं वो भी बेचारा किस - किसको लिखता ...??? मेरी एक मित्र एक दिन मुझसे बोली की तुम्हारा चश्मा बड़ा सेक्सी है ...!! अब आप ही बताओ की ये चश्मे में सेक्स कन्हा से घुस गया ...? राम ही जाने !! राम से याद आया की देश के एक मशहूर फिल्म निर्देशक , निर्माता और अभिनेता श्री राज कपूर साहिब ने एक फिल्म बनायीं थी , जिसका नाम था " राम तेरी गंगा मैली हो गयी " !! मेरी नानी ने जिद पकड़ ली की मुझे ये धार्मिक फिल्म दिखा कर लाओ , मैंने बहुत समझाया की नानी ...ये सिर्फ एक नाम है उस लड़की का जो पहाड़ों में रहती है लेकी नानी नहीं मानी फिल्म देखने पंहुच ही गयी !! और जब फिल्म शुरू हुई तो बोली की देखो गंगा मैया है तो सही मंदिर भी दिखा रहे हैं .... लेकिन थोड़ी ही देर बाद जब वंहा " म्क़न्दाकिनी जी स्नान करने पंहुची तो अम्मा लगी गालियाँ बकने ...सारा हाल फिल्म छोड़ कर नानी की गालियाँ सुनके उसे वंहा से हटाने हेतु कहने लगा और मैं अपनी नानी को सिनेमा - हाल से घर वापिस लाया । घर आकर नानी बोली अब कभी फिल्म नहीं देखूंगी ....???
                             ये कहानी आपको इसलिए सुनाई है क्योंकि आपको भी ये पता चले की सेक्स जीवन का एक अभिन्न अंग है और अति आवश्यक है , सभी ज्ञानीजन इस बात को भली भाँती जानते हैं लेकिन फिर भी न जाने क्यों इस "महान सांस्कृतिक - कार्य " को  एक गन्दा - कार्य समाज के ठेके दारों ने घोषित कर रखा है ???? हाँ कुछ नियम अवश्य हैं हम सबको उनका पालन अवश्य करना चाहिए क्योंकि वो नियम हमारे ही भले हेतु बनाये गए हैं !! दशकों - सेंकडो वर्षों के बाद इन नियमो में थोड़े बदलाव अवश्य आ जाते हैं लेकिन मूल - भावना वो ही रहती है क्योंकि सत्य कभी बदलता नहीं !!
                                   " डिस्कवरी  " चेनल देखने वाले दर्शक भली भाँती जानते हैं की सभी पशुओं और पक्षियों में भी विपरीत लिंगों में प्यार होता है , उस प्यार का बड़े ही सुन्दर ढंग प्रदर्शन भी होता है . और जब एक ही " वस्तु "के एक से ज्यादा आशिक हो जाते हैं तो फिर उनमे " युद्ध " होता है और फिर " विजयी " होने वाले को " इनाम मिलता है जी !!ऐसा ही मनुष्यों में भी होता है , बस अंतर केवल इतना है की मनुष्य अपनी बुध्धि के बलसे दूर से ही पहचान जाता है की ताकतवर कौन है ....और कमज़ोर आदमी बिना युद्ध के ही समर्पण कर देता है ।।
                      ऐसा ही समर्पण " राजस्थान में भंवरी बायीं ने किया एवं अब एक महिला वकील ने जज बन्ने हेतु ....कथित तोर पर कांग्रेस के नेता श्री अभिषेक मनु सिंघवी जी के समक्ष किया " । कईयों के पेट में बल पड गए ..?? अब बताइये की क्या वो महिलायें जानती नहीं थीं क्या वो क्या कर रही हैं ?? एक नर्स थी तो एक वकील अनजान तो अनपढ़ महिला भी नहीं होती .....?? तो फिर सज़ा केवल आदमी ही को क्यों .....बताइये - बताइये ...?? क्या केवल इस लिए की आदमी एक मशहूर नेता है ..?? क्या नेता को किसी के साथ राजा मंदी के साथ सेक्स करने की आज़ादी नहीं ...?? क्या वो एकांत में व्यस्क फिल्म नहीं देख सकता ....??? सरकार और सब तरह के कानूनों की जानकारी हेतु टी. वी. चेनलों में विज्ञापन दिखाती है तो इस बारे में चुप क्यों रहती है ???? क्यों पूरी कानूनी जानकारी सेक्स के बारे में नहीं बतायी जाती !! जब हमारी अदालतों ने " गे " मनुष्यों को एक साथ रह कर वो सब कुछ करने की छूट दे दी है तो दो विपरीत लिंग राजा मंदी से सेक्स का आनंद क्यों नहीं ले सकते ????
                       जब सबको विस्तृत इस बारे में जान कारी हो जाए गी , और सरकार इसमें संशोधन करके मनुष्यों को रजामंदी से सेक्स करने की छूट दे दे तो अपराध भी कम हो जायेंगे ...!! और जो बेचारे हमारे जैसे इस बुढापे में शेरो - शायरी का सहारा लेकर आशिकी करते हैं उन्हें भी कुछ राहत सी मिल जाए .....???? क्यों मित्रो आपका क्या कहना है .....???? ये "सेक्स भी बच्चा है जी " जैसे लोग कहते हैं की " दिल तो बच्चा है जी !! जब भी ये दिल किसी पर आ जाता है तो ...आ ही जाता है ....किसी का दोष नहीं होता .....हाँ रजामंदी के बिना अगर कोई सेक्स किसी के साथ करता है तो ....." मृत्यु - दंड "  तो मिलना ही चाहिए !!! 


                आप सब मित्र अपने विचार हमारे ब्लॉग और ग्रुप जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " कृपया आज ही लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. पर जाकर अवश्य लिखें ..क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को भी सहेज कर रखना चाहते हैं जी  ..!! आप चाहें तो इसे अपने मित्रों को शेयर भी कर सकते है और कन्ही प्रकाशित करना चाहें तो भी कर सकते हैं इस लेख को !! ..धन्यवाद् !! तो बोलो जय श्री राम !! हो गया .." काम " !!

Thursday, April 19, 2012

" बधाई हो ! अब हम भी मिसाइल हमला रोक सकेंगे "!!

सभी देश भगतों को मेरा सादर नमस्कार !
                         आज मेरा मन बड़ा ही हर्षाया हुआ है क्योंकि हमारी सरकार की निति से और हमारे विद्वान वैज्ञानिकों की म्हणत से हम भारत वासियों ने पहली इंटर कांटिनेंटल ब्लास्तिक मिसाइल बना ली है , और उसका सफलता पूर्वक परिक्षण भी कर लिया है , इसका नाम " अग्नि - 5 है और ये 5000 किलोमीटर तक मार भी कर सकती है और बचाव भी कर सकती है । हमसे पहले रूस,चीन,अमेरिका और फ़्रांस को ये ताकत प्राप्त है ! रक्षामंत्रल्या के सलाहकार और डी.आर.डी.ओ.के चीफ श्री वी. के सारस्वत जी के अनुसार उनकी टीम ने कर दिखाया , जिसके लिए वो सब बधाई के पात्र हैं । हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है और हमारी सरकार भी सही निर्णय लेने के कारन बधाई की पात्र है ! इस मिशन के डायरेक्टर डा. श्री अविनाश चन्द्र ने अभी ३-४ परिक्षण और होंगे तब इसे सेना में शामिल किया जायेगा ! ये भारत ही है जी  , जिस से किसी भी देश को खतरा नहीं है , हम तो अपनी सुरक्षा हेतु ये सब कर रहे हैं । यही बात नाटो के प्रवक्ता डा. एंडर्स फ़ो रासमुसेन जी ने भी कही है !!
                                    भारत ने कभी भी पहले किसी को दुश्मन नहीं माना है , बल्कि हमने तो सबको एक परिवार  माना है । इसी वजह से कई बार हमें कमज़ोर समझ लिया जाता है लेकिन हमने कई बार विश्व को अपनी ताकत भी दिखाई है !!
                    आप सब मित्र भी अपने विचार हमें अवश्य बताइये जी हमारे ब्लॉग पर टाईप करके जिसका नाम है :- " 5th pillar corrouption killer " कृपया आज ही लाग आन करें www.pitamberdutt.sharma.blogspot.com. सारे मिल कर आज बोलो ....जय - हिंद ...!! 

Wednesday, April 18, 2012

" वह मोदी , कौन मोदी , वाह ! मोदी ,हाँ मोदी ,क्यों मोदी , शेर मोदी ,अकेला मोदी ",...????

माला जपने वाले सभी मित्रों को मेरा , १०८ बार राम - राम !! कृपया स्वीकार करें जी !!
                        ये देश भी अजीब है जी , यंहा कभी तो कोई देवता बन जाता है , तो कभी कोई पल में राक्षस बन जाता है । पहले वो शख्स क्या था कौन था इस से कोई सरोकार नहीं , बस एक बार किसी ने कोई मुद्दा उछाल दिया तो बस इस देश में और कुछ दिखाई ही नहीं देता किसी को जी । अपने आपको अकल्मन्द कहने - समझने वाले भी " मोहरे " बन कर रह जाते हैं । 
                         पिछले ५-६ सालों से एक बाबा जी हमें बोझ मुक्त कर रहे थे तो पिछले दस सालों से गुजरात के मुख्यमंत्री जी को कई लोग भविष्य का " सत्ता - सुधारक " साबित करने पर तुले हुए है । सब अपनी अपनी माला जपे जा रहे हैं और मन्त्रों की जगह यही रटते  जा रहे हैं । अचानक वो बाबा जी तो देवता से ठग बनगए , और मोदी जी कईयों के गले नहीं उतर रहे , चाहे वो तीन बार लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री ही क्यों ना बन गए हों ?? उन्हें तो बस दंगे - दंगे - दंगे ही नज़र आते हैं ...चाहे उन्हें जाच करने वाली S.T.I. की टीम अपनी रिपोर्ट में बरी करे या अदालत बरी करे , तो भी तथाकथित सेकुलर लोग उनका पीछा नहीं छोड़ने वाले , पता नहीं क्यों ...??? हिन्दुस्तान में हुए और जगह के दंगों के बारे में कभी कोई नहीं बोलता पता नहीं क्यों ..?? 
                           दूसरी तरफ जो श्री मान नरेंदर मोदी जी को देश के प्रधान - मंत्री के रूप में देखना या दिखाना चाहते हैं , वो भी हकीकत से दूर " कागज़ी - कश्तियों में स्वर लगते हैं !! क्योंकि किसी को भी प्रधान - मंत्री बन्ने या बनाने हेतु संसद में कम से कम २४० सांसद चाहियें जो अकेली भाजपा के बस की बात है नहीं , एन.डी.ऐ. के सभी घटक मोदी जी को चाहते नहीं , अभी हाल ही में जब दिल्ली में सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक प्रधान मंत्री जी ने बुलाई थी तो नितीश जी अपनी अलग पटरी बिठा रहे थे और मोदी जी अलग ?? दक्षिणी और पूर्वी राज्यों में भाजपा का कोई नाम लेने वाला नहीं और जन्हा नाम लेने वाला कोई है वंहा संगठन की हालत बहुत ही खस्ता है !! भले ही पंजाब , दिल्ली , गोवा ,आदि के चुनावो ने पार्टी का होसला बढाया है लेकिन धरातल में जड़ें कमज़ोर हो चुकीं हैं                          आज कल सभी पार्टियों में झूठे,मक्कार,ठग,और बेईमान लोगों ने अपने अपने " झुण्ड "  बना रखे हैं , वो बड़े नेताओं को अच्छे नाश्ते कराते हैं , उन्हें खुद की खातिर चंदा देते हैं , लग्ज़री गाड़ियों में घुमाते हैं और बढ़िया होटलों में , दारु - मांस और शबाब पेश करते हैं !! और जो नेता इन सब चीज़ों का शोंक नहीं रखता तो उसे पार्टी हेतु चंदा दे देते हैं ! जिससे प्रभावित हो कर वो नेता जो प्रदेश या केंद्र से आया हुआ होता है उन्ही " झुण्ड " वालों के चक्कर में फंस कर उन्ही के पक्ष में पार्टी के महत्वपूर्ण निर्णय ले लेता है । ऐसा पिछले ३० सालों से चल रहा है ! 
                          भाजपा भी कंही कम तो कंही ज्यादा ऐसी चालों की शिकार हो चुकी है , बल्कि संगठन के बड़े पदाधिकारी भी आजकल सिर्फ अमीरों के घर ही प्रवास केदोरान भोजन करते हैं जी ! शाखाएं सिर्फ कागजों में चलती हैं जी , जब कोई प्रचारक महोदय आते हैं तो शहर के सभी स्वयंसेवकों को इक्कठा करके संख्या दिखादी जाती है जी !! हालत इतनी बुरी है की एक मंडल में सभी मोर्चों - प्रकोष्ठों की कार्य कार्नियों के सदस्यों की संख्या जोड़ी जाए तो लगभग ४०० बनती है लेकिन किसी भी मंडल की बैठक में ४० से ज्यादा किसी भी बैठक में संख्या नहीं होती जी क्यों ....किसी को जान्ने की जरूरत नहीं पड़ी आज तक जी ????  जिले वाले , प्रदेश वाले  इतना चंदा कार्यकर्ताओं से वसूल कर ले जाते हैं लेकिन कभी भी कोई हिसाब नहीं देते जी क्यों....??? कभी किसी कार्यक्रम हेतु राशि प्रदेश से नहीं आती सब मंडल स्तर पर उसके सर पर भार पड़ता है जो विधायक या सांसद बनना चाहता है ....यंही से ....राजनीति से भ्रष्टाचार शुरू होता है जी ...!!
                           आम आदमी भी कम बे-इमान नहीं है जी उसका भी जन्हा तलक हाथ जाता है लपकने की पूरी कोशिश करता है क्योंकि इसदेश की रगों में बेईमानी दोढ रही है खून की जगह !! तो प्रश्न ये पैदा होता है की क्या अकेला मोदी इतना बड़ा काम कर पायेगा ?,गुजरात किसको सोंपा जाएगा ? ,अकेली भाजपा कैसे इतने बड़े लक्ष्य को प्राप्त करेगी ?और कंही मोदी जी का हाल भी तो महान नेता अटल जी जैसा नहीं होजायेगा " गठबंधन - सरकार का मजबूर प्रधान मंत्री " वाला ....??? कंही एक बार फिरसे मोदी जी " गठबंधन -धर्म " निभाने में फ़ैल तो नहीं हो जायेंगे ...??? भगवन करे ऐसा ना हो !!                               मैं भी चाहता हूँ की ये देश खुश हाल बने , तरक्की करे , सच्चाई का बोल बाला हो लेकिन क्या करून .....ससुरा कलयुग चल रहा है !!  मित्रो किसी भी काम हेतु पूर्व में तैयारी आवश्यक है इसी लिए मैं संगठन और भाजपा के लोगों को  चेताना  चाहता हूँ की ऐसे " झुंडों " से चोट खाए कार्यकर्ताओं को जब तलक वापिस मेन - लाइन में नहीं लाओगे तब तलक ये सपना - सपना ही रह जाएगा जी !! फिर न कोई अन्ना,रामदेव,काम आएगा और न ही अडवानी और सुषमा जी काम आएँगी ....वोही अधूरा - जनमत रह जाएगा ...???


                     तो मित्रो आपका इस बारे में क्या कहना है ....??? मैंतो कहता हूँ की गंदे नेता को देखो मत , सुनो मत, स्वगत भी करो मत , और वोते भी करो मत ???? आप भी अपने विचार बताइये हमारे ब्लाग में , जिसका नाम है " 5THPILLAR CORROUPTION KILLER " www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आज ही लोग आन करें !! आप चाहें तो ये लेख प्रकाशित भी कर सकते हैं और अपने फेस - बुक मित्रों के संग शेयर भी कर सकते हैं जी !! तो फिर अंत में हमेशां की तरह सब मिल बोलो ......जय - श्री - राम ...!!! हो जाएगा ....काम !!  

Monday, April 16, 2012

" कौन है वो ? जो हमें भारतीय के बजाय , मराठी,बिहारी,पंजाबी,मद्रासी और गुजरतीआदिबोल के आपस में लडवा रहा है ?

सभी भारतीय मित्रों को मेरा तहे दिल से नमस्कार !! कृपया स्वीकार कीजिये ..!!
             हम हैं भारतीय नागरिक , हमारी पहचान ही ये है की हमारी भाषा, वेश-भूषा,खान-पान और पहनावा भले ही अलग हो परन्तु देश हमारा एक है जिसका नाम है भारत - हिंदुस्तान और इंडिया..!! ये वो देश है जिसे दुनिया " सोने की चिड़िया " के नाम से भी जानते थे !! संसार के कई भागों से लुटेरे समय - समय पर आते रहे और हमें लूट कर व हम पर राज करके जाते रहे ..! ये इतिहास तो सारे जानते ही हैं । सभी ये भी जानते हैं की हमारा धरम चाहे कोई सा भी हो,लेकिन इस धरती को हम अपनी माता के समान मानते हैं ! 
              हमारे नेता आजसे पहले कई तरीकों से गन्दी राजनीती करते थे लेकिन भारत - माता के नाम पर सभी राजनितिक दलों के नेता एक हो जाया करते थे ! लेकिन पिछले कुछ समय से मैंने ये महसूस किया है की अब देश को बाहर के दुश्मनों से इतना खतरा नहीं है जितना देश के भीतर बैठे दुश्मनों से हो गया है ! कभी शिव सेना वाले कहते हैं की मराठी - मानुष के इलावा महाराष्ट्र में किसी को नहीं रहने देंगे तो कभी कांग्रेस की श्री मति शीला जी कहती हैं की दिल्ली में बाहरी लोगों की वजह से अपराध बढे हैं ?? किसी ने तो ये भी कहा कीहमारे प्रदेश में आने हेतु " वीजा " लेना पड़ेगा ..ये सुन कर मेरी छाती पर सांप लोट गए ! जी में आया की इस देश की कमान मेरे हाथ में हो और मैं ऐसे सारे ..." जमूरों " को ठीक करदूं !!
                ऐसी वाहयत बातें करने वालों के खिलाफ इस देश में कोई कानून नहीं है , जो इस देश के कभी आरक्षण , कभी जातिवाद और कभी प्रदेशिक स्तर पर बाँट कर अपने वोट बेंक को पक्का करना चाहते हैं ?? कभी - कभी तो यही महसूस होता है की भारत में छोटे - मोटे अपराधियों हेतु एक अलग कानून है और बड़े "अपराधियों " हेतु मात्र दिखावे हेतु क़ानून है ?? हर चीज़ में राजनीति हो रही है हर काम को वोटों से टोला जा रहा है और हर काम से चोरी करने की योजनायें बनाई जा रही हैं तो इस देश का " राम - नाम - सत्य " तो होना ही है !!

           अभी देश के सभी मुख्यमंत्रियों की एक आवश्यक बैठक सरदार मनमोहन सिघ जी ने बुलाई जो सोभाग्य से हमारे प्रधान मंत्री हैं , उस से भी बड़े सोभाग्य की बात ये है की श्री मान पी.चिदम्बरम जी हमारे गृह -मंत्री जी बने हुए हैं ।लेकिन अब मुझे,ये इनका इन पदों पर होना,हमारा दुर्भाग्य ही नज़र आता है । क्योंकि किस ने मीटिंग में क्या बोलना है वो सब पहले ही प्रेस को और जनता को पता था , जबकि इतने महत्व पूर्ण विषय पर बैठक हो रही थी ।इसे तो सीक्रेट रखा जाना चाहिए था !! इसी लिए एक बड़े ही काम की बैठक , बच्चों का हुडदंग बन कर रह गयी !कोई कहता है , प्रदेश में मेरा शासन है केंद्र क्यों अड़चन करे , तो केंद्र कहता है की हमें जब पूरे भारत की सरकार कहा जाता है तो राज भी हम सारे भारत पर करेंगे !! हद तो तब हो जाती है जब एक पार्टी का सांसद पब्लिक जलसे में कहता है की " हम जो पैसा इस सरकार को भेजते हैं , उसे इस प्रदेश का मुख्यमंत्री अपनी मर्ज़ी से खर्च कर देता है " ....आदि आदि । कोई इनसे पूछने वाला नहीं की पैसा तो बेचारी जनता का होता है जो अलग - अलग टेक्स चूका कर सरकार को देती है इनको तो हमने देख रेख हेतु चुनते हैं और ये हमारे धन को अपना ही बना लेते हैं , शायद इसी लिए लगभग हर नेता बिना कोई काम करे करोड़ों कमा लेता है कैसे ....पता नहीं ????? अगर पता चल जाए तो हम भी नेता ना बन जाएँ .....???? हम क्यों ऐसे लेख लिखते फिरें ....??? क्यों मित्रो , आपका क्या कहना है ....??? जो भी आप कहना चाहें , वो आप हमारे ब्लॉग " 5th pillar coorouption killer " पर जाकर इस लेख के निचे लिखे कमेंट्स पर क्लिक करके लिखें , ताकि हम भी आपके विचारों को अपने पास सहेज कर रखें !! तो आज ही लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 

Sunday, April 15, 2012

" मांग पूरी करो ...सजना !! .नहीं तो "...???

" मांग " पूरी करवाने की कला जानने वाले, सभी मित्रों को मेरा नमस्कार !!
                                पहले अपनी जायज़ - नाजायज़ मांग को पूरा करवाने की कला छोटे बच्चों को , बूढों को और महिलाओं को ही आती थी !! आजकल तो जिसे देखो वो अपनी मांगो का ज्ञापन ले कर फिरता है और मांग चाहे नाजायज़ हो या जायज़ बस जिद पकड़ लेता है की बस पूरी करो हमारी ये मांग !! पहले तो भिखारी या कमज़ोर लोग ही माँगा करते थे और मांगने को बहुत बुरा समझा जाता था ! पुराने लोग तो मर जाते थे लेकीन मांगते नहीं थे । शान के खिलाफ होता था ये कार्य !! लेकिन आज जिसे देखो ....वो ही कुछ - न कुछ किसी न किसी से मांग ही रहा है !! पता नहीं क्यों .....इतना गिर गए हैं लोग ...??? शायद इसलिए क्योंकि आजकल लोग " नौकरी " करना ज्यादा पसंद करते हैं !! इसी लिए मांगने की आदत सी पद गयी है लोगों को ! कोई राशन मान रहा है तो कोई कपडा , कोई नोट मांग रहा है तो कोई वोट , कोई क़ानून मांग रहा है तो कोई आरक्षण !! जिस प्रकार हम अपनी पत्नी जी की मांग भरते - भरते थक गए हैं और थोड़े - थोड़े बूढ़े से नज़र आने लगे हैं उसी तरह से हमारी सरकार भी मांगें पूरी करती - करती बूढी सी नज़र आने लगी है !                                आज कल तो उग्रवादी , माओ वादी और न जाने कौन कौन ससुरा मांगने में लगा है , इतने हट्टे - कटते हैं काम नहीं करते म्हणत नहीं करते और कभी किसी को उठा ले जाते हैं तो कभी किसी को !! अभी कुछ दिन पहले हमारी सोनिया जी के पीहर से दो " सज्जन " घूमने हेतु आये और भारत के मशहूर स्थान घुमते - घुमते पता नहीं कैसे और क्यों हमारे " माओवादी नक्सली " "सज्जनों " से मिल लिए या मिला दिए गए ....राम ही जाने !! लेकिन हमें तो और हमारी सरकार को तब पता चला जब उन जंगल में रहने वाले " क्रान्तिकारों " ने शहरों में रहने वाले अपने " वार्ताकारों " के ज़रिये सम्पर्क साधा !! उन्हों ने मांग रख्खी की जो पुलिस ने म्हणत करके जिन उग्रवादियों को पकड़ा है उन्हें बा - इज्ज़त  रिहा करदो नहीं तो इटली से आये नागरिकों को हम स्वर्गवासी बना देंगे !! 
                          इस घटना से कुछ दिन पहले इसी इटली के जहाजी फोजियों ने हमारी समुद्री सीमा में घुसकर हमारे ही मछुआरों को मार डाला था । इस घटना को हमारी सरकार लाख कोशिशों के बावजूद छिपा नहीं पायी थी !! अब मुझे पता नहीं की इन दोनों घटनाओं का एक दुसरे से कोई सम्बन्ध था या नहीं था ??? लेकिन ये " इटली "अवश्य कामन था ? दोनों सरकारों , सारे मीडिया और हमारे देश के चोक्क्न्ने विपक्ष की समझदारी भरे " आचरण " से दोनों इटली के " मामे " रिहा होगये और ख़ुशी - ख़ुशी अपने देश रवाना हो गए !! लेकिन इस घटना क्रम में एक पक्ष तो बेचारा फंसा का फंसा ही रह गया ........वो बेचारा " विधायक " जो अभी तलक उन्ही माओवादी - नक्सली  सज्ज्न्नो के अधिकार क्षेत्र में है । उसके लिए भी उन्हों ने दर्जन से ज्यादा कैदियों को रिहा करने की मांग रख्खी है जिसे मानना ही पड़ेगा हमारी सरकार को !! अटल जी के टाइम में तो जो हमारे रक्षा मंत्री जी अफगानिस्तान में उग्रवादियों को छोड़ कर आये थे तो कांग्रेसियों ने आज तलक वो रिकार्ड बजाना नहीं छोड़ा था की देखो अटल जी की सरकार सरेंडर हो गयी ....?? अब जब इटली के मामे फंसे तो ससुरा कोई नहीं बोल रहा है क्यों ...??? ये ससुरे भाजपा वाले भी चुप हैं क्यों ...?? अरे बदला लेने का अवसर आया है तो बोल नहीं रहे हो और जब चुप रहना होता है तो बिना मतलब के बोले ही जाते हो ...!!
                              बच्चों , बीवियों और बजुर्गों की मांगें पूरी करना तो हमारा  कर्तव्य है लेकिन इन देश के दुश्मनों के सामने झुकना कन्हा तलक उचित है ...अगर हम अपने सिपाही को शहीद करवाना उचित मानते हैं तो ऐसे मोके पर हमें भी शहीद अगर होना पड़े तो जरूर देश हित में मर जाना चाहिए ...ताकि हमारी सरकार किसी उग्रवादियों के दबाव में ना आने पाए !! और इसी तरह इटली हो या अमेरिका हम उनके लिए देश के दुश्मनों को क्यों रिहा करें ...क्या हमने उन्हें जंगल में जाने हेतु खा था ....????

                      आप ही बताइये मित्रो ..!! आपकी क्या राय है इस बारे में ??? आज ही , बल्कि अभी अपने विचार हमारे ब्लॉग  " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " पर  जाइए और अपने अनमोल विचार टाईप कीजिये ! और अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आये तो आप इसे अपने मित्रों संग शेयर भी कर सकते हैं , और कंही प्रकाशित करना चाहें तो ख़ुशी से कर सकते हैं हमारी कोई " मांग " नहीं है ! बस विचारों का आदान - प्रदान चाहते हैं बस !! ........धन्यवाद !! बोलो जय श्री राम !!  

Friday, April 13, 2012

" उडी - बाबा , उडी बाबा - उडी -" बाबा "....??

"बाबाओं " की बात मानने वाले "सहेलियों " व बेलियो " !! सबको मेरा प्रणाम !!
                          भारत देश प्राचीन काल से ऋषियों,मुनियों और बाबाओं की मेहरबानी से चलता आ रहा है । जब भी किसी साधारण मनुष्य या किसी असाधारण व्यक्तित्व पर मुसीबत आती है ,तो वो इन सब में से किसी एक या फिर बारी - बारी से सबके पास जाता था , जाता है और जाता रहेगा ....कोई रोक नहीं सकता ..., चाहे कोई बाबा करोड़ों कमा ले , चाहे कोई बाबा किसी के साथ रजामंदी से या बहला - फुसला कर " आनंद " बाँट ले ...इत्यादि - इत्यादि !! क्योंकि ये आदमी की मनोवृत्ति से जुडी हुई बात है । ये अख़बार और चेनल वाले भी बड़े अजीब हैं पहले तो ऐसे बाबाओं के विज्ञापन प्रकाशित करते हैं और फिर उन्हें ढोंगी कहते हैं !!
                                  अब यंहा किसी बाबा का नाम लेना ठीक नहीं क्योंकि कल ही एक प्रोफ़ेसर ने बंगाल की शेरनी के बारे में कुछ फेसबुक पे लिख दिया था तो बेचारे को जेल जाना पडा और कार्यकर्ताओं से मार भी खानी पड़ी ...उस बेचारे को " ममता की क्षमता " का पता चल गया ?? इस लिए हम तो इशारों - इशारों में ही आपको समझा देंगे । पंजाबी में एक कहावत है जी , वो ये की " किसी को मांह ( उड़द की दाल ) बादि , तो किसी को सवादी " ! यानी जिसे फायदा पंहुच जाता है वो तो किसी नियम को नहीं मानता और जिसे फायदा नहीं पंहुचता वो " बाल की खाल उतारता है ....या केस कर देता है !! बाबा चाहे कोई भी हो किसी को कोई फरक नहीं पड़ता बस यही एक " मापक " होता है की फायदा पंहुचा या नुक्सान ?? 
                                   इसमें कोई शक नहीं की जिस प्रकार किसी सड़क पर जादू का खेल दिखाने वाला खेल दिखाते वक्त कुछ अपने आदमी भी जनता को गुमराह करने हेतु भीड़ में खड़े रखता है उसी तरह ऐसे बाबा लोग भी करते हैं , भारत में तो हर तीसरी गली में ऐसे चमत्कारी लोग मिल जायेंगे । क्योंकि यंहा तो भगवन भी तभी मिलता है जब आप अपनी " तार्किक शक्ति को छोड़ कर पूरी तरह परमात्मा की शरण में नहीं आ जाते !! 
                       गंदगी हर जगह अपने आप ही आ जाती है , कंही से लानी नहीं पड़ती , पुराने से पुराना इतिहास निकाल कर देखलो कोई भी वो व्यक्ति जिसने इश्वर के सच्चे ज्ञान को आम आदमी को उसकी आम भाषा में सच्चे मन से भी समझाने की कोशिश की हो , लेकिन कुछ समय बाद उसके " चेलों " ने ही ऐसे - ऐसे नियम क़ानून उस बेचारे " सच्चे - बाबा " के नाम से ही बना दिए की कुछ सालों के बाद एक सच्चा काम भी आडम्बर बन के रह जाता है .....ज़रा ध्यान से सोचिये ...जो आज , सिख , जैन , बोध , इसाई , मुस्लिम , राधा - स्वामी , निरंकारी , आदि - आदि जो किसी मनुष्य द्वारा चलाये गए धरम या डेरे हैं उनमे वो कितना हो रहा है जो उनके गुरुओं ने कहा था , आप देखेंगे की सब जगह सिर्फ और सिर्फ .." आडम्बर " ही रह गया है ! फ़ालतू के नियम पहरावे और महल धरम के नाम पर बनाए जा रहे हैं और अरबों खरबों रुपया पता नहीं किसके लिए इकठ्ठा किया जा रहा है ?? और कौन उस धन का उपयोग कर रहा है या बेकार ही पडा है कौन जानता है ये सब ?? कोई सच सुनने को तैयार ही नहीं ...!! इसलिए सब सोचते हैं भाई हम क्यों बुरे बने अपने आप परमात्मा इनको सबक सिखाएगा ??? क्योंकि हम तो कोई काम करते नहीं जी !! इसी लिए मैं भी हर लेख के अंत में सबको कहता हूँ की बोलो जय श्री राम !!


                     भगत कबीर जी ने भी कहा है की " कबीरा तेरी झोंपड़ी , गल - KATIYAN के पास ! करेंगे जो भरेंगे , तू क्यों भया उदास !!  तो मित्रो हमेशा की तरह आप हमारे ब्लॉग जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " जिसे www.pitamberduttsharma.blogspot.com. लोग - आन करके पढ़ा जा सकता है , कृपया आप सब मित्र इसे पढ़ें , समझें और फिर इसे अपने मित्रों में शेयर करकर अपने अनमोल विचार ब्लाग पर जाकर लेख के निचे टाईप करें , क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को सहेज कर रखना चाहते हैं , ताकि पुस्तक प्रकाशन के समय उनको हम प्रकाशित करवा सकें !!................. धन्यवाद !!

" क्या शिलाजीत खाकर खेल रहे हैं , ये खिलाडी I.P.L. में "..??

" शिलाजीत " नामक पदार्थ का किसी न किसी रूप में सेवन कर चुके मेरे प्यारे मित्रो , ताकतवर नमस्कार स्वीकार करें जी !
                                    खेल हो या जंग सब जगह इन्सान को " दम " की जरूरत पड़ती है किसी फ़िल्मी गीतकार जी ने तो यंहा तलक कह दिया की " जिंदगी हर कदम इक नयी जंग है " !! आजकल तो " प्यार " में भी ताकत की आवश्यकता पड़ती है इसलिए मेरे जैसे उम्रदराज़ आदमियों को ये शिलाजीत नामक पदार्थ का सेवन करना ही पड़ता है !! 
                               हमारे क्रिकेट खिलाडी भी बड़े अजीब हैं कभी तो सारी टीम से पूरे दिन में जीत हेतु आवश्यक 280 रन ही नहीं बन पाते , और वो ही खिलाडी एक दिवसीय मैच में आधे दिन में ही लगभग 50 ओवर में ही 350 रन बना देते है । हैरानी तो हमें तब होती है जब वो ही "कमज़ोर " दिखने वाले खिलाडी I.P.L. में मात्र 20 ओवरों में ही इतने ही रन  हस्ते हस्ते बना देते हैं !! या तो ये उन चीयर गर्ल्ज़ का कमाल है या फिर ....कोई ऐसी दवा जो ....इस कमाल के काम करने में काम आ रही है ???? वैसे आज से पहले भी क्रिकेट खिलाडियों का भी डोप टेस्ट होना चाहिए , ये बात उठ चुकी है !! हम तो दम - ख़म बढाने वाली " खुराक के पक्षधर हैं जी !! पंजाब में तो ये कहावत है की " दब के वाह , ते रज के खा "!! 
                            हमें बिलकुल भी ऐतराज़ नहीं की ये खिलाडी अमीरों की टीम का हिस्सा बने .....!! लेकिन देश के लिए भी जब जित हेतु थोडा मुश्किल लक्ष्य हो तो ......होसले से काम लिया करें !! धन्यवाद !!


                         आप सब मित्रों से निवेदन है की आप हमारा ये ब्लॉग , जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " लगातार पढ़ रहे हैं , तो पसंद आने पर इसे आप अपने सभी मित्रों के साथ शेयर भी कर लिया करें , क्या पता , आपके बढ़िया मित्र , हमारे भी मित्र बन जाएँ , क्योंकि मित्र जितने भी हों , कम होते हैं , और किसी ने बड़ा सुन्दर खा है की " हर इक फ्रेंड जरूरी होता है " !!!! तो देर मत कीजिये आज ही लाग आन कीजिये www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  और पढ़िए रोज़ एक नया लेख जो आपको स्फूर्ति से भर देगा .....!! अगर आपको पसंद आये तोभी , और कुछ कमी दिखाई दे तो भी हमें अपने अनमोल विचारों से अवश्य अवगत करवाएं !! कृपया हमारे ब्लॉग पर जाकर ही अपने विचार टाईप करें जी , क्योंकि हम आपके अनमोल विचारों को अपने पास सहेज कर रखना चाहते हैं , और जब इन लेखों की पुस्तक प्रकाशित होगी तब आपके विचारों को भी एक अहम् स्थान मिलेगा !! जैसे हमारे दिल में आपके लिए एक विशेष स्थान है !! बोलो जय श्री राम !!  

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...