Wednesday, May 23, 2012

" और कोई ....चारा ....नहीं था "....!!

" बेचारे " सभी मित्रों को मेरा " चारे " वाला नमस्कार ! कृपया स्वीकार करें ! स्वीकार तो करना ही पड़ेगा क्योंकि आपके पास भी इसके सिवा कोई " चारा " नहीं है जैसे लालू , मुलायम . ममता और माया जी के पास u.p.a. को समर्थन देने के इलावा कोई चारा नहीं है !!
संघ के पास श्री संजय जोशी का स्तीफा दिलाने के सिवा कोई चारा नहीं है !  सरकार के पास पेट्रोल के दाम बढाने के सिवा कोई चारा नहीं है ! फिर रेल गैस और बसों के किराये बढाने के सिवाय कोई चारा नहीं रह जाएगा ??
                     जो लोग खा - खा कर फुले जा रहे हैं , भ्रष्ट चार करके नोटों में धंसे जा रहे हैं , गुंडे जो गुंडागिरी कर रहे हैं वो भी मजबूरी में ही तो कर रहे हैं उनके पास भी तो कोई चारा नहीं है ??? समाजसेवा करने वाले चोरों के भेद खोलने वाले इमानदार अफसर जो रोज़ मारे जा रहे हैं उनके पास भी तो कोई चारा नहीं है ! ये चारा है ही ऐसा शब्द जो दोनों जगह फिट बैठ जाता है !लालू जी पर तो बहुत ज्यादा फिट बैठा था !! दोनों एक दुसरे के प्राय्वाची बन गए थे !! 
             हम सब नेताओं को इस " 5th pillar corrouption killer " के माध्यम से चेता देना चाहते हैं की संभल जाओ , समझ जाओ ......!!! अन्यथा जिस दिन जनता के पास कोई चारा " क्रांति " के इलावा नहीं रहेगा ......उस दिन आप आगे - आगे रहोगे नेता जी और जनता पीछे - पीछे !!!! जनता पता नहीं आपको तंदूरी मुर्गा बनाएगी या झटके वाला बकरा .....????पता नहीं सभी राजनितिक दलों के नेताओं को हो क्या गया है ससुरे सब एक ही थाली के चाटते बट्टे हो रहे हैं विपक्षी नेता भी दो दिन जनता को बेवकूफ बनाने  प्रदर्शन करेंगे फिर सोनिया मनमोहन की गोदी में जाकर खेलने लगेंगे !! और तो और इन राजनितिक दलों को चलाने वाले दो मुख्या संगठनो का भी व्यवहार आश्चर्य जनक रूप से बदल गया है !अब आप ही देखिये की घोटाले बाज़ राजा सदन में आता है तो कांग्रेस के संगठन को कोई फर्क नहीं पड़ता और इधर गडकरी जी को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष दोबारा बनाने की जिद में और मोदी जी को राज़ी करने हेतु संजय जोशी जी की बलि दे दी जाती है ...क्यों ...??? आदमियों को उलट - पलट करने से क्या होगा मिलकर काम करने की हिदायत देने से ही हालात सुधरेंगे ऐसे स्टीफे दिलवाने से नहीं ...??? ऐसे ही सरकार को खर्चे कम करके , टेक्स कम करके जनता को राहत देनी होगी अन्यथा इस भारत का राम ही मालिक है जी .....!! क्यों मित्रो ??? ...आपकी क्या राय है इस बारे में ....www.pitamberduttsharma.blogspot.com. नामक ब्लॉग को खोल  कर अपनी टिप्प्न्नी लिखिए !! और अपने सभी दोस्तों को ये लेख सेंड करके अवश्य पढ़ाएं देश हित में ....!! क्रान्ति की अलख को जगाएं !! भ्रष्ट नेता को न देखने जाएँ , ना उसका भाषण सुने , न उसको वोट देवें चाहे वो आपकी जाती धर्म इलाके से ही सम्बंधित क्यों ना हो !! जोर से बोलिए ......!1
           धर्म की जय हो .....!!
                  अधर्म का नाश हो .....!!
                        प्राणियों में सद्भावना हो ....!!
                             विश्व का कल्याण हो ....!
             हर - हर - हर ........महादेव ...........!!! 

" लस्सी और चाय की लड़ाई "

इस गर्मी के मौसम में , लस्सी और चाय का भरपूर आनंद उठाने वाले दोस्तों , मीठा - नमकीन नमस्कार स्वीकारें !! 
         आज मैं आपको एक कविता पढ़ाने जा रहा हूँ जो लिखी तो पंजाबी में गयी है !!लेकिन क्योंकि पंजाबी आप सब मित्रों से पढ़ी नहीं जायेगी , इसलिए हिंदी में पंजाबी लिख रहा हूँ !! शीर्षक है :- 
             " लस्सी - ते - चाह "
   लस्सी आखे चाह नू ,
                 मैं सोहनी , मैं गोरी - गोरी ,
                      तूं - काली - कल्वट्टी !
                  मैं निंदर दा  सुख - सुनओढ आ ,
                      तूं जगरातों - पट्टी !
    जिस वेले मैं चायीं - चायीं , छन्ने अन्दर छलका,
    केह्डा साम्भे मेरियां लिश्का, कौन संभाले ढलकाँ!
     रँग मेरा मख्खन वरगा ,रूप वी मेरा सौणा !
     दुध - मलाई माँ - पे मेरे , मेरा असला उच्चा ! जेहडा मेनू रिड्कन बैठे , ओस्तों वारी जांवा !
       खड़के ढ़ोल मधानी वाला , मैं विच भंगडे पावां    मैं लोकां दी सेहत बनावां ,तूं पाई सेहत विगाड़े   मैं पई ठंड कलेजे पान्वा ,तूं पई सीना साड़े !!
             चाह कहंदी ............?
     पै गई एं नी माई बग्गो , मेरे मगर धिगाने ,
   मेरियां  सुड कियाँ भरदे जिह्ड़े , ओ ही लोग सियाने ,
      मेरा हुस्न पिछा नन जेह्ड़े ,दिल मैं उन्ना दे ढमाँ !!
     मेरा रंग कलिखन ,उसते लैला वर्गी लग्गा ,
पिंडे दी मैं पीड़ गवावाँ ,जदों थ्केवें भौरां ,
   ठरयाँ ते चुसयाँ नु मैं , मिठियाँ कराँ टकोराँ !
    तूं ऐ खंग - ज़ुकाम ते नजला , की मैं गिन - गिन दस्सां !!
  मेरे निघ्घे घुट  उतारण चढ़ीयाँ होइयाँ कस्सां ,            तूं कज्जी रहो कुज्जे दे अन्दर ,तेनु की तक्लीफा !!
   जे मैं सोह्नियाँ मेजां उत्ते रख्खां पई तशरीफां !!
           अग्गों लस्सी कहंदी है .....?? 
   अपनी जात कुडतन होवे , मिश्री नाल न लड़िये !
   नी कल्मुहिये ,कौडिये ,तत्तिये भेडिये नखरे सडिये ! ना कोई सीरत , ना कोई सूरत , ना मुंह - ना मथ्था !!
  तूं ताँ  इंज जापें जिवें जिन्न कोई पहाड़ों लथ्था !
       मेनू पुछ हकीकत अपनी , बंनी  फ़िरें तू रानी ?
  शूं - शूं करदा , हौके भरदा , कोड़ा तत्ता - पानी !!
   ते भुख -तरेह दी दुश्मन - बैरन ,की तेरी मल्याई !
   बंदियां दी तूं चर्बी खोरें , नाल करें वडीयाई ???
  तेरा चोइया ढहके , जिहड़े कपड़े नु तरकावें ??
     सालम गाची - साबण घस जाए , दाग न तेरा जाये 
                      चाय की जवाब देंदी है ???
       नि जा ,क्यों मेरे सर भांडे भन्ने , लै हुन मेरी वारी 
      तेरियां वी करतूतां जाने , वसदी दुनिया सारी ?
    तेन्नु पीन दे लई , जे भांडे दे विच पाइए ,
       थिन्दा हो जाए भांडा नाले , मुश्क ना उसदा जावे  
    


                           कैसी लगी ........अवश्य बताएं जी !

Tuesday, May 22, 2012

" काला धन - श्वेत पत्र --- ग्रे - सरकार ! हो गया ,बनटआधार " !!

प्यारे मित्रो , रंग बिरंगा नमस्कार स्वीकार करें !! 
                 भारत की जनता ," कौमा " में चली गयी है और हमारी सरकार प्रतीक्षा में है की कब जनता मरे और देश के नेतागण जनता की अर्थी उठाये !! जब से ये नेता अमेरिका के पिछलग्गू बने हैं भारत का बेडा गर्क ही होता जा रहा है !! जिसको देखो वो ही किसी ना किसी के पीछे ही लगा हुआ है !! विपक्षी दल भी किसी के कहने पे ही काम कर रहे हैं , देश के समाजसेवी संगठन भी किसी न किसी कार्पोरेट घराने से जुड़े हुए हैं ! और जनता कानूनी रूप से देश के नेताओं से जुडी हुई है !                    देश के रूपये की कीमत गिर रही है ,मंदी का दौर चल रहा है ! मंहगाई आम आदमी को मार रही है ,ऐसे में बाबा रामदेव ने सुझाया की जो विदेशों में काला धन पडा है उस से देश को चला लो !! सरकार हैरान हो गयी की बाबा को कैसे पता चला ? जब ज्यादा शोर मचने लगा तो सरकार ने " श्वेत पत्र " जारी कर दिया ! 108. पन्नो का श्वेत पत्र बनाया गया जिसमे वो ही बातें बताई गयीं जो आयकर विभाग ने सरकार को बतायीं या फिर विदेश मंत्रालय को पता चल चुकीं थीं !! लेकिन सर्कार ने ये नहीं बताया की किन - किन लोगों का कितना - कितना धन कौन से बेंक में पड़ा है ?? और उसे भारत वापिस कैसे लाया जाएगा इसका भी ज़िक्र तक नहीं है क्यों .....???? वो इसलिए क्योंकि सरकार सब कुछ जानती है की किसका धन है और वो उसे भरपूर अवसर देना चाहती है की आप इसका इंतजाम  करलो !! जब काला धन सफेद हो चूका होगा तब सरकार कहेगी की , पिछली भूलें माफ़ और अबसे टेक्स दिया करो !!
                     आधा - अधूरा श्वेत - पत्र जारी कर सरकार का रंग भी " ग्रे " यानी काला सा हो गया है !! शक के घेरे में पूरी तरह से आ चुकी है ये यु .पी .ऐ . की सरकार और उसके सारे मंत्री ??? लेकिन जो विपक्ष अब इतनी हाय तौबा मचा रहा है वो ही कल को इन्ही प्रणब मुखर्जी जी को राष्ट्रपति बनाने की सिफारिश भी करता नज़र आयेगा !! या इनके ही किसी और आदमी का समर्थन करेगा क्यों ....??? आज के नेताओं , अफसरों की कार गुजारियों से भारत देश का बंटाधार हो चूका है जिसका खामियाजा आने वाली पीढ़ियों को भुगतना ही पड़ेगा !! आप ही बताइए मित्रो .......!!! कोई है सुझाव आपके ज़हन में !! ??? चलो 3.जून 2012. को दिल्ली के राम लीला मैदान चलते हैं वंहा जाकर सोचेंगे !! की क्या करना है ?? 

            आप हमेशा की तरह हमारा ब्लाग पढ़ते रहिये जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " इसे पढने हेतु लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. हमें सोचना होगा की इन नेताओं को कौन सी भाषा समझ आती है ....????? इसे पढने और अपने मित्रों संग बांटने हेतु आपका अग्रिम धन्यवाद !! बोलिए बड़े प्रेम से .....जय श्री राम !!  

Saturday, May 19, 2012

" जुआ - शराब - शबाब और कबाब की सहेली ,-- ये क्रिकेट "...!!??

सभी रंगीन मिजाजी दोस्तों और सहेलियों , आदाब !!
                      पिछले कुछ दिनों से देश में हो रही आई. पी. एल. के कुछ अलग ही रंग लोग देख रहे हैं !! उन रंगों को देख कर , वो ही लोग ज्यादा हाय - तौबा मचा रहे हैं , जो वैसे रंगों को देखने और " भोगने " के आदि रहे हैं , चाहे वो मीडिया के लोग हों , नेता लोग हों या कार्पोरेट जगत के लोग हों , पता नहीं क्यों .....??? क्या ये भी एक प्रायोजित प्रचार मात्र है जिसमे मिडिया जनता को मुर्ख बना रहा है ...?? आई . पी . एल . के संस्थापक  श्री ललित मोदी जी ने तो यंहा तक कह दिया की ऐसा कोई भी काम नहीं हुआ है जो " ये लोग " पहले नहीं करते हो !! ये लोग - यानी , क्रिकेट से सम्बंधित सभी श्रेणी के लोग , इनमे सभी पार्टियों के " माननीय " नेता गण भी शामिल हैं !!
                       आम जनता तो केवल मात्र " मूक दर्शक सी बनी हुई है !! छोटा - मोटा चोर उचक्का ,ठग और बेईमान जब कोई हेरा - फेरी करता है तो छोटा मोटा हवालदार और आम जनता भी उसकी तुरंत पिटाई करके तुरंत फैसला करदेती है बाद में न्यायालय पंहुचाया जाता है वन्ही जब कोई "बड़ा आदमी " कोई अपराध करता है तो वो मिडिया के सामने अपनी सफाई देने लग्जता है और तरह - तरह की जांच की बात होने लगती है फिर सुनवाई और फिर कंही 20.- 30. सालों बाद ये निर्णय आता है की वो व्यक्ति दोषी है या नहीं !! तब कंही जाकर सज़ा की बात होती है !! 
                           आम जनता इसी कानूनी - सामाजिक दोगले पण की मारी हुई है !! सतयुग हो या त्रेता , द्वापर हो या कलयुग जनता यूँही राक्षसों और देवताओं के द्वन्द में पिस रही है ..!! सरकार भी मजबूर  है , मंत्री गिडगिडा रहे हैं की घपला हो रहा है !! पता नहीं सरकार की क्या मजबूरी है कोई एक्शन ही नहीं लिया जा रहा !! मेरा तो ये मानना है की पूरे विश्व का क्रिकेट प्रबंधन ही माफिया है जिसने सभी देशों की सरकारों को बंधक बना रख्खा है और जनता कोसट्टे का आदि बना दिया है !! 


         क्यों मित्रो ...??? क्या आप भी ऐसी रंगीनियाँ देखना चाहते हो या वास्तव में एक सच्चा खेल चाहते हो !!  अपनी राय हमेशां की तरह हमारे ब्लॉग , जिसका नाम है " 5th pillar corrpuotion killer " पर  जा  कर  अवश्य  लिखें !! लिखने हेतु लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आये तो अपने मित्रों संग अवश्य शेयर करें !!...........धन्यवाद !! प्रेम से बोलिए ... धर्म की जय हो !! अधर्म का नाश हो !! प्राणियों में सद्भावना हो !! और विश्व का कल्याण हो !! हर - हर - हर ...महादेव .....!!!!! 

Friday, May 18, 2012

" रुपया गिरा रे , दुनिया के बाज़ार में "..!!!

गिर के संभलने वाले दोस्तों को मेरा , नमस्कार !!
           पिछले दो दिन से हमारा रुपया बार - बार गिर रहा है , पूरी संसद लगी है उठाने में लेकिन रुपया है  की उठ ही  नहीं रहा !! मेरा पडोसी प्रणब द। का भाषण सुन कर बोला यार ये क्या बोल रहे हैं मेरा रुपया तो गिरा नहीं , मैंने संभाल कर रख्खा है तो फिर ये सारे देश को क्यों बा - खबर कर रहे हैं ?? ये बोल रहे हैं की हमारे रूपये की कीमत दुनिया की नज़रों में गिर गयी , तो आप उसे कम कीमत पर मत चलाओ !! मैं बोला नहीं यार जो देश जितनी तरक्की कर रहा होता है , उस देश का रुपया उतना ही मजबूत होता है !! वो बोला नहीं यार सब झूठ है , अमेरिका कितनी बार अपने मुंह से बोल चूका है की हमारा देश वित्तीय संकट से गुज़र रहा है , लेकिन उनका डालर तो कभी नहीं गिरा क्यों ...??? वो बोला भई सरकार  के रूपये की सरकार ही जाने मैं तो अपने रूपये को 100. पैसों में ही चलाऊंगा , देखता हूँ कोई क्या कर लेगा ????? 
                       वो बोला जब सारे निर्णय ये मंत्री लोग और इज्जत दार सांसद ही करते हैं तो फिर अपनी गलतियों की सज़ा  भी ये ही भुगतें ....!! मलाई तो ये  लोग खुद खा जाते हैं और जब कोई मुसीबत आ जाती है तो जनता के सामने रोने लग जाते हैं क्यों ...???
                 मैं बोला हाँ यार तू बोल तो सही रहा है , जब से ये ससुरा आर्थिक सुधार नामक प्रोग्राम चला है तब से हर भारतीय परेशान ही है .......!!!!!! आप ही बताइए दोस्तों आपका क्या विचार है ??? आज ही आपका अपना ब्लॉग पढ़ें , जिसका नाम है :- " 5th pillar corrouption killer " आज ही लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. इसके सारे लेख पढ़ें और अपने विचार भी वंहा जाकर लिखें !! अपने मित्रों के साथ इन्हें बांटे भी , आज ही ज्वाईन करें !! धन्यवाद !! जय - श्री - राम ....!!! 

                              

Tuesday, May 15, 2012

" अब सबको - गैस प्रॉब्लम - होने वाली है " ???

" गैस पीड़ित " सभी मित्रों को मेरा "पोदीन हरा " भरा राम - राम !! कृपया " डकार " मार कर स्वीकार करें !!
             लेकिन मैं जिस गैस - प्रॉब्लम की यंहा बात कर रहा हूँ वो पकाने वाली गैस है !! अजी वो वाला पकाना नहीं , भोजन पकाने वाली गैस प्रॉब्लम की बात कर रहा हूँ !! और मजे की बात ये है की जिस प्रकार से नशे की लत लगाकर यार रफूचक्कर हो जाते हैं ठीक उसी तरह हमारी सरकार हमें गैस की आदत लगा कर अब हमें छोड़ कर जा रही है ! 
                  जी हाँ !! हम माँ के हाथों से बनी चूल्हे पर फूली हुई बढ़िया रोटी खा रहे थे ! सरकार ने प्रचार करवाया जंगल ख़तम हो रहे हैं गैस पर रोटी बनाओ और 500/- का सिलेंडर मात्र 80/- रूपये में देना शुरू करदिया !! गैस कम्पनियों ने उस समय गैस बिकवाने के एवेज़ में उस समय की सर्कार वाली पार्टियों को कितना चंदा दिया , ये तो जांच का विषय है !! या फिर राम ही जानता है !!लेकिन धीरे - धीरे जनता को इस गैस की आदत हो ही गयी !! अब इसकी कीमत 400/- से ज्यादा हो चुकी है , और हमारी सरकार दो किस्तों में इस गैस के सिलेंडर को 900/- रूपये तक पंहुचा कर दम लेगी !! पहले तो सांसदों और अमीरों को गैस प्रॉब्लम होगी फिर 50,000/- से ज्यादा कमाने वालों को अंत में हम जैसे गरीबों की भी बारी आने वाली है !! यानि " बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी " ??
            हमारी पढ़ी - लिखी सरकार का ये अजीब फार्मूला है की सब के रेट बढ़ा दो तो सब अमीर हो जायेंगे ??? कर्मचारी की तनख्वाह 30,000/- गेंहू 1600/-, इसी अनुपात में सब वस्तुओं के दाम भी बढ़ा दिए ...तो मर गया वो बेचारा जो 30,000/- मासिक कमाने में असमर्थ है ..उसके बारे में कोई नहीं सोच रहा क्यों ???? क्योंकि वो अफसर भी नहीं , आरक्षित जाती से भी नहीं ..और मजदूरी करने वाला भी नहीं है वो बेचारा माध्यम दर्जे का ये निम्न माध्यम दर्जे का आदमी है उसके लिए मौत हो गयी है ??? ऐसा भी नहीं है की वो इस देश में कोई कम गिनती में है लेकिन क्योंकि वो संगठित नहीं इसलिए मर रहा है !! सारे राजनितिक दल उसको भरोसा तो देते हैं लेकिन वास्तविकता में उसे कुछ नहीं मिल पा रहा .....खुदा खैर करे , इन नेताओं को अक्ल प्रदान करें !!कार्टून हटाने या लगाने पर नहीं संसद में भारत वासी को सुविधाएं कितनी मिल रही हैं इस पर बहस करें तो बेहतर होगा .....बोलो राम - राम !! आप भी अपने विचार हमारे ब्लॉग पर लिखिए जिसका नाम है :- 5th pillar corrouption killer "लाग आन करें  www.pitamberduttsharma.blogspot.com. अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो आप इसे फेसबुक पर शेयर भी करें ...!! धन्यवाद !!

Saturday, May 12, 2012

" इण्डिया - इन - निंदिया , फिर भी है - जिन्दिया " राम है - राम है !!

" सोने वाले व सोते - सोते कई काम करने वाले " मेरे मलटी  टेलेंटेड मित्रों को मेरा राम राम !! 
                     कल मैंने हमारे मशहूर फ़िल्मी कलाकार श्री आमिर खान जी का एक विज्ञापन देखा , जिसमे वो अपने कार्यक्रम " सत्यमेव - जयते " के बारे में बताते हुए जनता से कहते हैं की सोते रहने वालो , रविवार को भी खूब सोना , नो बजे तक दस बजे तक , ग्यारह बजे तो मैं आकर आपको जगा ही दूंगा ! इस कार्यक्रम को मैं अभी देख नहीं पाया लेकिन उन्होंने बहुत ही प्रशंसनीय काम शुरू किया है !! किसके कहने से , क्यों और कौन है उनके पीछे , किसको फेल करना चाहते हैं ?? क्यों कांग्रेसी मुख्यमंत्री उनको समय दे रहे हैं ??? मई इन कामों में नहीं पडूंगा केवल अच्छे काम की तारीफ़ ही करूँगा !! राम देव जी अन्ना हजारे जी के नंबर कम होते हैं तो होयें मुझे क्या ??? शोले फिल्म में असरानी जी के दो - चार डायलाग बड़े मशहूर हुए थे :- इतनी बदलियों के बाद भी हम नहीं बदले ...!! उसी तरह इस भारत की जनता या पूरे विश्व की जनता भी अगर कन्हे तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी की मनुष्य को सुधरने हेतु परमात्मा ने कितने अवतार लिए , कितने साडू - संत और महापुरुष हुए काहे के लिए ??? फिर भी क्या हम सुधरे ....???? बिलकुल नहीं बल्कि हम तो इतने होशियार हैं की हम सुधारने वाले को ही पागल साबित कर देते हैं ??
                                       ठीक इसी तरह आमिर जी आप हमें क्या जगायेंगे हम तो जागते हुए सोने का नाटक कर रहे हैं !!! हम सारे माखन चोर को पूजते हैं और हम सारे अन्दर से चोर हैं , फिरभी हमारा देश तरक्की कर रहा है !! वो सिर्फ इसलिए की इस देश के सर पर राम है ....राम है ....और केवल राम ही है !! वरना आदमी की क्या ओकात ??? हमारे सारे गंदे काम तो भगवन करता है और अच्छे काम हम करते हैं !!हम सारा श्रेया खुद ही लेना चाहते हैं आपकी जो ये तारीफ़ हो रही है ये तो पैसों के बल पर कुछ ही समय हेतु है , थोड़े दिनों बाद आप ही देखना भारत की जनता आपकी और आपके इस कार्यक्रम की कैसे बखियां उधेड़ती है क्योंकि सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम थोड़ी देर ह चलते हैं !! सरकारी N.G.O. को भी जनता खूब पहचानती है जो चेनलों पर आकर उल - जलूल बोलते रहते हैं !! अभी एक फिल्म आई है जिसमे " भारत माता की जय " नामक गीत में अपने देश की ही इज्जत मिटटी में मिलायी गयी है !! वो भी काम कलाकारों ने ही किया है और अच्छा काम भी कलाकार ने ही किया है !! इसलिए इण्डिया इन निंदिया ही ठीक है , राम जी हैं ना जैसे शाहरुख़ खान बोलता है मैं हूँ न !! हमारे तो राम जी हैं सब ठीक कर देंगे , कसब को भी , नेता को भी अफसर को भी , माफिया ठेकेदार को भी यानी सबको अब अगर मैं सब के नाम गिनाने चलूँ तो ये लेख लम्बा हो जायेगा ...आप ही बताओ मित्रो आपके विचार आपके अपने ग्रुप और ब्लॉग पर जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " रोजाना लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और अपने अनमोल विचार हमें बताएं जी !! कंही मैं आपको बोर तो नहीं करता ?????? धन्यवाद !!!!  जय श्री राम !! 

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...