सच्चाई और ईमानदारी की कदर करने वाले , प्यारे मित्रो , प्यारा सा नमस्कार स्वीकार करें !!!!! आजकल हिन्दुस्तान में बहुत शोर मचाया जा रहा है की भ्रष्टाचार मिटाओ , काला धन वापिस लाओ और नेताओ , करमचारियों समय बध्ध कार्य करो आदि आदि .....?? बड़े बड़े आंकड़े भी बताये - गिनाये जा रहे हैं || जैसे 120,करोड़ जनता ये चाहती है ?????, s.c. जातियों वालों को ज्यादा दण्डित किया जायेगा ?? अन्ना के पीछे कौन ??? मनमोहन सिंह जी के पीछे कौन ,??? मिडिया के पीछे कौन ??? लोक - पाल का आन्दोलन सारी जातियों को साथ लेकर ही कामयाब हो सकता है ...????जैसे कई सवाल देश मैं गूँज रहे हैं !! इसके साथ साथ ये भी कहा जा रहा है की n.g.o. और मिडिया को भी लोकपाल में शामिल करो !! अन्ना जी ये भी कह रहे हैं की चुनावों के वक्त हम जनता के बीच में जायेंगे और इमानदार सच्चे और कर्तव्यनिष्ठ आदमी को जितने हेतु कहेंगे .....???? परन्तु मेरा ये पूछना है की इस कलयुग में किसको भाता है ....इमानदार , सच्चा और कर्तव्यनिष्ठ आदमी ???? आज के इस जमाने में जी हजूरी ,चमचागिरी और वाक्पटुता के धनियों की ही आवश्यकता रहती है ...??? नेता - ठेकेदार और कर्मचारी की तिक्क्दी आज कल हर शहर में अपने करतब दिखा रही है .....किसको नहीं पता ...??? कोई आम आदमी चुनावों में खड़ा हो भी जाता है तो जनता ही कहती है की ये बेचारा कब जीत पायेगा ??? कौन इसको वोते देगा ...??? जीतेगा तो पार्टी वाला ही ...आदि - आदि !! लकिन मेरा तो यही कहना है की सभी देश वासी अगर ये प्रण करलें की " पार्टियों के अंधे अनुयायी नहीं बनना है , जातिवाद - इलाकावाद में नहीं फंसना है और धार्मिक भेदभाव नहीं सोचना है " || अगर ये तीन बातें आम जनता के दीमाग में बैठ जाएँ तो देश का उद्धार हो सकता है अन्यथा नहीं , तभी तो सत्ताधारी समाजसेवियों को चेलेंज करते हैं की हिम्मत है तो चुनाव लड़के संसद में आ जाओ और मन मर्ज़ी के क़ानून बनाओ ....??? उन्हें पता है की हमने समाज को इतने हिस्सों में बाँट दिया है की आम आदमी जीत ही नहीं सकता .....??? आज के क़ानून की लाख कोशिशों के बावजूद चुनाव जितने हेतु गुंडा तत्व +अनाप - शनाप पैसे वाला + रंगीन मिजाज़ वाले व्यक्ति ही सत्ता प्राप्त कर सकते हैं !! भगवान् करे भारत से कलयुग का असर कुछ कम हो और भारत की जनता उपरोक्त तीन बातों को गाँठ बाँध ले , तो ही भले आदमी हमारी संसद और विधान सभाओं में आ पाएंगे ...!!! अल्लाह ताला से यही दुआ है ...आमीन !!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
प्रिय पाठक मित्रो ! सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...
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" झीनी चादर " अपने जीवन में ओढने वाले सभी मित्रों को मेरा सादर नमस्कार !! कबीर जी कहते हैं ,जब हम पैदा हुए ,...
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भारतीय संस्कृति के अनुसार , जब से ये सृष्टि रची गयी है ,लगभग तभी से धर्म के नाम पर तथाकथित धर्म चलाने वालों द्वारा ही अपराध किये या करवाये ...
बहुत ही अच्छे विचार है ...लेकिन सभी सोचते है की अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता ,,,अपना काम निकाल लो फिर अच्छी बात करेंगे ...विडम्बना यह है की सभी सुधार दुसरो से चाहते है...
ReplyDeletekash har Bhartiye jagruk ho jaie to Kranti nischit hai " Dil Ke Fafofle JAL Uthhe Sine Ke Dag Se is ghar ko aag lag gai ghar ke Chirag se" "Jai Hind"........
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