मेरे प्यारे मित्रो , प्यार और स्नेह भरा नमस्कार स्वीकार करें !! आज कल एक शब्द बहुत ही प्रचलित है " फार्मेलिटी " जब भी कोई गरीब आदमी अपने अमीर मेहमान के सामने बड़े ही प्यार से चाय और मिठाई पेश करता है तो अमीर मेहमान फट बोलता है की " भाई फार्मेलिटी की क्या आवश्यकता थी ? " वो बेचारा गरीब मेज़बान मन ही मन सोचता है की ये कैसा मेहमान है इसे मेरा चाय में छिपा प्यार नज़र ही नहीं आ रहा !! ये मेरे प्यार को फार्मेलिटी बता रहा है । बचपन में मैंने एक मित्रता पर कहानी पढ़ी थी, जिसमे दो दोस्त जंगल में जा रहे होते हैं और एक भालू आ जाता है , एक मित्र जल्दी से पेड़ पर चढ़ जाता है और दूसरा नहीं चढ़ पाता,पेड़ पर चढ़ा मित्र उसकी कोई मदद भी नहीं करता । निराश हो कर वो जमीन पर अपनी सांस रोक कर लेट जाता है , जिस से भालू उसे मरा जान , छोड़ कर चला जाता है ! बाद में जब उसका मित्र पेड़ से नीचे उतरता है तो वो कहता है की तुम मेरे सच्चे मित्र नहीं हो , मित्र वोही होता है जो मुसीबत में काम आये !! तुम तो सिर्फ " फार्मेलिटी " के दोस्त हो ?? फेस - बुक ने भी लोगों का दायरा बढ़ा दिया है ! बहुत से मित्र बन रहे हैं । कोई किसी को कविता सुना रहा है तो कोई किसी को शिक्षा दे रहा है । कोई किसी को जानकारी दे रहा है तो कोई गाने,चित्र,और मजाकिया बाते दिखा रहा है !! कोई राजनीति सिखा रहा है तो कोई इस से व्यपार कर रहा है । लेकिन मैं कई दिनों से ये अनुभव कर रहा हूँ की मैं भी झूठा फरेबी और फार्मेलिटी से भरपूर व्यवहार करने लग गया हूँ । बिना पढ़े ही किसी के लिखे लेख को "लाइक " कर देता हूँ तो किसी का बढ़िया चित्र मैं अपनी वाल पर " शेयर " कर देता हूँ जिसे मेरे मित्र भी बिना पढ़े देखे " लाइक " कर देते है । मैं भी सोचता हूँ की " 5th pillar corrouption killer " नामक ब्लॉग और ग्रुप बनाकर तथा उसमे लेख लिखकर मैं देश से भ्रष्टाचार मिटा दूंगा , ये मेरा वहम नहीं तो और क्या है ?? मैं भी फार्मेलिटी ही तो कर रहा हूँ ??? इसे कोई सीरियस प्रयास तो नहीं कहा जा सकता !!?? लोग तो अन्ना जी के अनशन को भी सही नहीं मानते ! हालांकि ऐसे लोगों की संख्या बहुत ही कम है । किन्तु ऐसा सोचते तो हैं न लोग ?? " फार्मेलिटी " से भरे फेस - बुक फ्रेंड्स !!से मेरी यही प्रार्थना है की कृपया हम सब अपनी असली पहचान ही बातें , असली फोटो और असली जानकारी ही उपलब्ध कराएं । गन्दी बातों , फूहड़ चित्रों और अश्लील जानकारियों को कृपया दूसरों को न दिखाएँ !! अपना और सामने वाले का समय नष्ट न करें !! सच्ची मित्रता कायम करने का ही प्रयास करें !
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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