Wednesday, September 23, 2015

"सनातन धर्म "और ये छद्म धर्मनिरपेक्ष एवं पैसों पर नाचने वाले,नेता व पत्रकार !! - पीतांबर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक) मो. न. - 9414657511

                    देश के गद्दार कितने प्रकार के हो सकते हैं , इस विषय पर भी देश में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए जी ! ये इस लिए आवश्यक है क्योंकि देश के दुश्मन नित नए प्रयोग करते रहते हैं !क्या पत्रकारों और नक़ली नेताओं के रूप में देश द्रोही देश को नुक्सान नहीं पंहुचा सकते ?जबकि हम पिछले कुछ समय से देख रहे हैं कि कुछ टीवी एंकर-पत्रकार कई पार्टियों में शामिल होकर अपना "ढीठ-पुना"दिखा रहे हैं !जो नहीं शामिल हो पा रहे वो बहस कराने के नाम पर अपने कार्यक्रम में ऐसे विषय लेकर बहस करते हैं जिनसे दंगे फैलें,धर्मांतरण हो,और जाति-धर्म के नाम पर फूट फैले ! इसी उद्देश्य से पत्रकारिता कर रहे रविश कुमार ने ndtv के प्राइम-टाइम में कल एक बहस की जिसमे खूब नाटक किये गए !
                            कहने को तो उन्होंने अलग-अलग प्रवक्ता बुला रख्खे थे , लेकिन वो सब एक नाटक का हिस्सा मात्र थे !!इन सब ने ये साबित करने की नाकाम कोशिश की ,कि "सनातन-धर्म", जो अरबों वर्ष पुराना है,जिसे किसने शुरू किया ,कोई नहीं जानता,इसे कौन चला रहा है कोई पता नहीं और इसका कौन मालिक था-है या होगा कोई नहीं जानता !! उस धर्म को इन्होने किसी अभय प्रवर्तक की "सनातन-सभा "सम्पत्ति बता दिया ! यहीं पर ही नहीं रुके ये गद्दार लोग ,इन्होने सनातन धर्म को आतंक फ़ैलाने वाला साबित करने की कोशिश करी ! बिलकुल वैसे ही जैसे इन्होने r.s.s.और विश्व हिंदू परिषद को हिन्दुओं का एकमात्र रक्षक बना दिया है !और अब सारे गलत-शलत इलज़ाम उन पर थोप कर अपने मालिकों को खुश कर देते हैं जिसके बदले इनके मालिक इन्हें करोड़ों रूपये "हड्डी" की तरह फैंक देते हैं और ये फिर कोट-पेंट टाई पहन कर "पूंछ"हिलाने लग जाते है !
                           ऐसा नहीं है कि जनता इनके बुरे उद्देश्यों को समझती नहीं है , लेकिन सभी दर्शक माकूल जगह ढूंढते हैं इन्हें जवाब देने हेतु , जो उन्हें रोज़ मिलती नहीं इसीलिए जनता का गुस्सा इनपर एक साथ इकठ्ठा होकर फूट पड़ता है !जिसका ये लोग फिरसे अपने पक्ष में ढाल कर फायदा उठा लेते हैं !दूसरा  इनका षड्यंत्र ये होता है कि ये भारतीयता की बात करने वाले लोगों को अपनी बात कभी पूरी ही नहीं करने देते और विरोधी मिलकर टोकने-रोकने का काम करते हैं ताकि लोग हिन्दुस्तान का पक्ष समझ ही ना सकें !सच्चे पत्रकार नेता और सरकारें इनको दण्डित क्यों नहीं करवा पातीं ये भी समझ में नहीं आ रहा !
                        सनातन-धर्म किसी की जागीर नहीं है और न ही ये किसी की मुठ्ठी में आने वाली कोई मुलायम चीज़ है जी !!ये तो एक विचार धारा है जो स्वतः चलती है और स्वतः ही बदलती है ! दुनिया में किसी भी धर्म का प्रचार होगा तो इसका अपने-आप ही हो जाएगा !हे छद्म देश के दुश्मन , छद्म सेकुलरो,नेताओ और पत्रकारों !!तुमसे पहले ना जाने कितने आये सनातन-धर्म और भारत को नुक्सान पंहुचाने वाले , लेकिन वो कुछ भी हमारा बिगाड़ नहीं पाये !फिर तुम क्या चीज़ हो ??? 
                         आइये मित्रो ! आपका स्वागत है !आपके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं ! कृपया स्वीकार करें !फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर नामक ब्लॉग में जाएँ ! इसे पढ़िए , अपने मित्रों को भी पढ़ाइये शेयर करके और अपने अनमोल कमेंट्स भी लिखिए इस लिंक पर जाकरwww.pitmberduttsharma.blogspot.com. है !इसे आप एक समाचार पत्र की तरह से ही पढ़ें !हमारी इ-मेल आई. डी. ये है - pitamberdutt.sharma@gmail.com. f.b.id.-www.facebook.com/pitamberduttsharma.7 . आप का जीवन खुशियों से भरा रहे !इस ख़ुशी के अवसर पर आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!
आपका अपना - पीताम्बर दत्त शर्मा -(लेखक-विश्लेषक), मोबाईल नंबर - 9414657511 , सूरतगढ़,पिनकोड -335804 ,जिला श्री गंगानगर , राजस्थान ,भारत ! इस पर लिखे हुए लेख आपको मेरे पेज,ग्रुप्स और फेसबुक पर भी पढ़ने को मिल जायेंगे ! धन्यवाद ! आपका अपना - पीताम्बर दत्त शर्मा , ( लेखक-विश्लेषक) मो. न. - 9414657511      



No comments:

Post a Comment

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...