देशभक्त,निष्ठावान,और स्वदेशी दोस्तों,जोशीला जय -हिंद! आज भारत के उन महान दो सपूतों का जनम दिन है जिन्हों ने देश के लिए सिध्धांतो की आधार शिला रखी ! " फिफ्थ पिल्लर करप्शन किल्लर " की स्थापना में इन दो महा पुरषों का बहुत बड़ा हाथ है ?? वो ऐसे की जब इनके कार्यों से देश आज़ाद हो चुका था, पंडित नेहरु प्रधान मंत्री बन चुके थे , तब मैं अपनी माता के गर्भ में था ... यानि महा भारत के अभिमन्यु की तरह वो सब संस्कार मेरे दिमाग में भी घर कर गए जो मेरी माता ने मेरे पिता जी के श्री मुख से इन महा पुरषों के बारे में सुने ! ऐसा ही उस समय के सभी महानुभावों के साथ भी हुआ होगा जो मेरी उम्र के हैं , ऐसा मेरा मानना है ! इसीलिए मेरी उम्र के ज्यादातर लोगो में देश भक्ति की भावना जीवित है !! जन्हा महात्मा गांधी जी ने हमें शान्ति के साथ रहना सिखाया समाज में मिलजुल कर रहना बताया , वन्ही श्री लाल बहादुर शास्त्री जो देश के दुसरे प्रधान मंत्री थे ने " जय जवान - जय किसान " का नारा देकर सब का पेट भरने और विदेशी दुश्मनों को नाकों चने चबाने का सबक सिखाया ....??? मगर आज हम इतने स्वार्थी हो गए हैं की देश का या देश वासियों का भला तो दूर अपने सगे सम्बन्धियों को भी धोखा देने से बाज़ नहीं आते ...???? सारे रिश्तों को हम पैसे से तोलने लग गए ???? " न बीवी न बच्चा , ना बाप बड़ा न मैया , ... द होल थिंग इज देट के भैया.., सबसे बड़ा रुपईया....???? " ये गीत आज की व्यवस्था पर बिलकुल सटीक बैठता है ?? अन्ना जी , मोदी जी और बाबा राम देव जी ने आज देश को फिर एक नई दिशा दी है, जिसे देशवासियों ने पसंद किया है ! अब देखना है की देश किस तरफ जाता है ....!! चोर ज्यादा हैं और शरीफ कम .....! " ये लड़ाई है दिए की और तूफ़ान की ..." वन्दे --- मातरम् !!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
प्रिय पाठक मित्रो ! सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...
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अभी-अभी राजघाट/विजय घाट से आकर नेट पर बैठा हूँ, और यहाँ आपकी ये पोस्ट देखी।
ReplyDeleteवन्दे --- मातरम्
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