Monday, March 11, 2013

" क्या देश की निगह-बान आँखें , मुंद रही हैं " ...???

 प्यारे मित्रो , सादर नमस्कार !!
      " उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता , जिस मुल्क की सरहद की निगहबान हैं आँखें " !!
                     कितना सही कहा  था किसी शायर ने  !! हमारी सुरक्षा एजेंसियाँ , देश के अन्दर और बाहर नित असफल तो हो ही रहीं थीं !! लेकिन हमारी सरकारें भी फेल हो रहीं हैं !! जिनके कई कारण हैं !! जैसे वोट-बैंक , नेताओं का येन-केन-प्रकरेण सत्ता में बने रहने की कवायद और कार्यपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार होना तथा बाकी लोकतंत्र के स्तंभों का उसमे भागीदार होना देश के लिए घातक सिद्ध हो रहा है !!
                 देश मरणासन पर पंहुच चुका है !! आवश्यकता है निस्वार्थ भाव से काम करनेऔर भ्रष्टाचार से लड़ने वाले बहादुर देशभक्तों की …!!
  कोई  है.........?????
 आओ     ……………… करें नवनिर्माण……. !!
 बनायें  इण्डिया को फिरसे हमारा भारत जो सोने की चिड़िया था ………!!!
                          क्यों मित्रो !! आपका क्या कहना है ,इस विषय पर...??
प्रिय मित्रो, ! कृपया आप मेरा ये ब्लाग " 5th pillar corrouption killer " रोजाना पढ़ें , इसे अपने अपने मित्रों संग बाँटें , इसे ज्वाइन करें तथा इसपर अपने अनमोल कोमेन्ट भी लिख्खें !! ताकि हमें होसला मिलता रहे ! इसका लिंक है ये :-www.pitamberduttsharma.blogspot.com.

आपका अपना.....पीताम्बर दत्त शर्मा, हेल्प-लाईन-बिग-बाज़ार , आर.सी.पी.रोड , सूरतगढ़ । फोन नंबर - 01509-222768,मोबाईल: 9414657511

1 comment:

  1. सुन्दर प्रस्तुति है आदरणीय-
    शुभकामनायें स्वीकारें-

    ReplyDelete

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...