Thursday, July 23, 2015

" भाजपा के मौजूदा तौर-तरीके देख-सुन कर आज मैंने पार्टी का प्राथमिक सदस्य बनने से भी इन्कार कर दिया "!! - पीताम्बर दत्त शर्मा ( लेखक-विश्लेषक)

बड़े चाव से 1980 में हम  भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने थे ! हमारी रूचि और सक्रियता को देख कर पार्टी के बड़े पदाधिकारियों ने मुझे पहले नगरमंत्री फिर जिला कार्यकारिणी सदस्य और फिर प्रदेश चुनाव विश्लेषण एवं सांख्यिकी प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष तक बना दिया ! इस दौरान हमने भी रात देखि ना दिन , ये भी नहीं देखा की हमारी जेब से कितना धन पार्टी कार्यक्रमों में आने-जाने में लग रहा है !कोई भी बड़ा नेता या चुनाव आते तो मेरे जैसे कई कार्यकर्त्ता जी जान से लग जाते क्योंकि हमारे खून में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने राष्ट्र-भक्ति और अनुशासन जो कूट-कूट कर भर दिया था !
                            पहले अटल जी को प्रधानमंत्री बनाने की चाहत थी तो उनको मुझ जैसे कार्यकर्ताओं ने बनाया भी , लेकिन हम आडवाणी जी को लाख प्रयासों के बावजूद प्रधानमंत्री नहीं बना पाये ! लेकिन फिर भगवान ने कुछ ऐसा चक्र घुमाया कि हमारे मोदी जी इस तरह उबर कर आये कि पूरा विश्व आश्र्यचकित रह गया ! लाखों दुश्मन उनका रास्ता रोक नहीं पाये ! एक नया इतिहास लिखते हुए उन्होंने पहलीबार गैर कोंग्रेसी सरकार बनाने का चमत्कार कर दिखाया ! एक वर्ष सहर्ष बीत गया !मोदी जी पर तो आज भी सबको विश्वास है कि वो देश-हित के कार्य ही करेंगे ! लेकिन पार्टी में ऐसे लोगों की कमी आ गयी है ! जो पार्टी नेताओं द्वारा जनता को दिखाया जा रहा है वैसा हो नहीं रहा है !
                   इस यज्ञ में हमने भी अपना खून-पसीना लगाया ! जिसका फल हमें जनता ने समय-समय पर पहले तो ये जता कर दिया कि - भाई साहिब !! हमने तो आपके कहने से मोदी जी को और भाजपा को जिताया है ! फिर उन्होंने कुछ हमें काम कहे , जो हम करवा नहीं पाये और मौजूदा महंगाई और अन्य हालात देख कर कुछ समय से लोग मुझे उलाहने भी देने लगे कि भाई साहिब आ गए अच्छे दिन ??और उधर पार्टी में जिनके हाथों में कमान थी उन्होंने , चोरों, ठेकेदारों, बागियों और दुराचारी लोगों को पार्टी में अहम स्थान दिया ! मुझ जैसे पुराने निष्ठावान  कार्यकर्ताओं को सक्रिय-सदस्य बनने हेतु आवश्यक साधारण सदस्य बनाने वाले फ़ार्म भी उपलब्ध नहीं करवाये !
                             मुझ जैसे कई कार्यकर्ताओं के साथ "विधायक सेवा केंद्र "में ऐसा व्यवहार होने लगा जिससे सन्मान को ठेस पंहुची और हमें नगरपालिका चुनावों में पार्टी का टिकेट भी नहीं दिया गया जबकि हम जीतने वाले थे !निर्दलीय चुनाव लड़ने के बावजूद हमने अपनी प्रचार सामग्री में मोदी जी और वसुंधरा जी के चित्रों के साथ पार्टी झंडे को भी छपवाया !
                                नगर-मंडल सूरतगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे गंगानगर जिले में हज़ारों मुझ जैसी कहानी वाले कार्यकर्ता आपको मिल जाएंगे ! रोते हुए अपना दुखड़ा सुनाते हुए !कुछ दिन पहले नए मनोनीत हुए नगरमंडल अध्यक्ष जी का फोन आया ! बोले क्योंकि आप पार्टी के वरिष्ठ सदस्य एवं पदाधिकारी रहे हैं , आपका "मार्गदर्शन "आवश्यक है , इसलिए आपको नगर मंडल कार्यकारिणी में "विशेष-आमंत्रित सदस्य" मनोनीत किया गया है ! मैं हंसा और बोला कि अध्यक्ष जी आपने मुझे आडवाणी जी के बराबर पद दे दिया है , इसलिए आपका धन्यवाद !दो बार मीटिंग का बुलावा आया लेकिन जाने का मन नहीं हुआ !
                                      आज तो हद ही हो गयी जब मेरे दरवाजे पे दो ऐसे व्यक्ति आये जिसमे से एक ने तो तीन बार पार्टी से बगावत की हुई है , और दूसरा वो जो हाल ही में रिटायर हुआ कर्मचारी भाजपा का सदस्य बना है !वे बोले - भाजपा के "महा-सम्पर्क अभियान" के तहत हम आपके पास आये हैं आपको पार्टी का प्राथमिक सदस्य बनाने ! आप बनना चाहते हो या नहीं ?? देखलो ! बनना है तो बन जाओ , फिर बाद में शिकायत मत करना कि आपके पास आये नहीं थे !! ऐसा बोलते हुए उन्होंने एक लिफ़ाफ़े से थोड़े से कागज़ बाहर निकाले और तुरन्त ही वापिस अंदर डाल लिए इस डर से कि कंही ये सच में बन ही ना जाए !! मेरा मन आज की वो खबरें पढ़कर पहले ही विचलित था !जिसमे भाजपा की अनूपगढ़ से विधायक श्रीमती विमला बावरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि  उन्होंने पत्रकारों को धन से भरे लिफ़ाफ़े दिए थे चुनाव जीतने हेतु ! माननीय शांता कुमार जी का दर्द और संसद में चल रही कार्यवाही में किसी का ईमानदार दिखाई नहीं देना मुख्य कारण रहे !
                                                तो मैंने उन्हें घर के बाहर से ही लौटा दिया और कहा कि मैं " भाजपा के मौजूदा तौर-तरीके देख-सुन कर आज मैं पार्टी का प्राथमिक सदस्य बनने से भी इन्कार करता हूँ "! दरवाजा बंद करके जैसे ही मैं घर के अंदर आया तो पत्नी ने पूछा कि क्या हुआ कौन थे वो लोग जिनको  घर में बुलाकर जलपान नहीं करवाया !?? मेरी आँखों से आंसुओं की धरा बहने लगी पूरी बात बताते बताते !
                    आप ही बताइये मित्रो !! हमारे केंद्रीय नेताओं ने कितना बढ़िया कार्यक्रम बनाया था " महा-सम्पर्क-अभियान "! लेकिन ज़मीं पर जब वो इस तरह से प्रक्टिकल रूप में मेरे सामने आया , तो इसमें किसका दोष है ?? मेरा,मंडल-जिला स्तर के नेताओं का या फिर कांग्रेस के प्रचार का जिसके बहकावे में मैं और अन्य लोग आ गए बड़े नेताओं के मुताबिक़ उनका ! अपने अनमोल विचार मेरे ब्लॉग पर आ कर अवश्य लिखियेगा ! इंतज़ार रहेगा ! सधन्यवाद !! आपका मित्र - !!
                           

                     मित्रो !!"5TH PILLAR CORRUPTION KILLER",नामक ब्लॉग रोज़ाना अवश्य पढ़ें,जिसका लिंक -www.pitamberduttsharma.blogspot.com. है !इसे अपने मित्रों संग शेयर करें और अपने अनमोल विचार भी हमें अवश्य लिख कर भेजें !इसकी सामग्री आपको फेसबुक,गूगल+,पेज और कई ग्रुप्स में भी मिल जाएगी !इसे आप एक समाचार पत्र की तरह से ही पढ़ें !हमारी इ-मेल ईद ये है - pitamberdutt.sharma@gmail.com. f.b.id.-www.facebook.com/pitamberduttsharma.7 . आप का जीवन खुशियों से भरा रहे !इस ख़ुशी के अवसर पर आपको हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !!
आपका अपना - पीताम्बर दत्त शर्मा -(लेखक-विश्लेषक), मोबाईल नंबर - 9414657511 , सूरतगढ़,पिनकोड -335804 ,जिला श्री गंगानगर , राजस्थान ,भारत !

1 comment:

  1. Very nice post ...
    Welcome to my blog on my new post.

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