प्रिय मित्रो,सादर नमस्कार!! " ना हम " पश्चिम " के हो पाए-और- ना हम " पूरब " के रहे"...???? क्योंकि लाख कोशिशों के बाद भी देश के दुश्मन,जो पहले " अफगानिस्तान के मुग़ल " कहलाते थे, फिर अँगरेज़ और आजकल नेता-एन.जी.ओ.-सेकुलर और इंग्लिश पत्रकार " कहलाते हैं...!! जिन्हें देख-सुन कर, हिंदी पत्रकार,भारतीय समाजसेवी-नेता और युवा भी उनका " पिछलग्गू " हो गया है !! हमने दूध,लस्सी और मख्खन खाने-पीने की बजाय " पेप्सी-कोला और बर्गर " खाना शुरू कर दिया है !!
हम " घपचम-घोला " बनकर रह गये हैं ! मेरे एक मित्र ने मुझे ये कविता भेजी है , आप भी पढ़िए..........
भारत में गॉंव है, गली है, चौबारा है. इंडिया में सिटी है, मॉल है, पंचतारा है.
भारत में घर है, चबूतरा है, दालान है. इंडिया में फ्लैट और मकान है.
भारत में काका है, बाबा है, दादा है, दादी है. इंडिया में अंकल आंटी की आबादी है.
भारत में खजूर है, जामुन है, आम है. इंडिया में मैगी, पिज्जा, माजा का नकली आम है.
भारत में मटके है, दोने है, पत्तल है. इंडिया में पोलिथीन, वाटर व आईन की बोटल है.
भारत में गाय है, गोबर है, कंडे है. इंडिया में सेहतनाशी चिकन बिरयानी अंडे है.
भारत में दूध है, दही है, लस्सी है. इंडिया में खतरनाक विस्की, कोक, पेप्सी है.
भारत में रसोई है, आँगन है, तुलसी है. इंडिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है.
भारत में कथडी है, खटिया है, खर्राटे हैं. इंडिया में बेड है, डनलप है और करवटें है.
भारत में मंदिर है, मंडप है, पंडाल है. इंडिया में पब है, डिस्को है, हॉल है.
भारत में गीत है, संगीत है, रिदम है. इंडिया में डान्स है, पॉप है, आईटम है.
भारत में बुआ है, मौसी है, बहन है. इंडिया में सब के सब कजन है.
भारत में पीपल है, बरगद है, नीम है. इंडिया में वाल पर पूरे सीन है.
भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है. इंडिया में स्वार्थ, नफरत है, दुत्कार है.
भारत में हजारों भाषा हैं, बोली है. इंडिया में एक अंग्रेजी एक बडबोली है.
भारत सीधा है, सहज है, सरल है. इंडिया धूर्त है, चालाक है, कुटिल है.
भारत में संतोष है, सुख है, चैन है. इंडिया बदहवास, दुखी, बेचैन है.
क्योंकि …
भारत को देवों ने, वीरों ने रचाया है. इंडिया को लालची, अंग्रेजों ने बसाया है.
.............................. .............................. .....Achal Chouhan
हम " घपचम-घोला " बनकर रह गये हैं ! मेरे एक मित्र ने मुझे ये कविता भेजी है , आप भी पढ़िए..........
भारत में गॉंव है, गली है, चौबारा है. इंडिया में सिटी है, मॉल है, पंचतारा है.
भारत में घर है, चबूतरा है, दालान है. इंडिया में फ्लैट और मकान है.
भारत में काका है, बाबा है, दादा है, दादी है. इंडिया में अंकल आंटी की आबादी है.
भारत में खजूर है, जामुन है, आम है. इंडिया में मैगी, पिज्जा, माजा का नकली आम है.
भारत में मटके है, दोने है, पत्तल है. इंडिया में पोलिथीन, वाटर व आईन की बोटल है.
भारत में गाय है, गोबर है, कंडे है. इंडिया में सेहतनाशी चिकन बिरयानी अंडे है.
भारत में दूध है, दही है, लस्सी है. इंडिया में खतरनाक विस्की, कोक, पेप्सी है.
भारत में रसोई है, आँगन है, तुलसी है. इंडिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है.
भारत में कथडी है, खटिया है, खर्राटे हैं. इंडिया में बेड है, डनलप है और करवटें है.
भारत में मंदिर है, मंडप है, पंडाल है. इंडिया में पब है, डिस्को है, हॉल है.
भारत में गीत है, संगीत है, रिदम है. इंडिया में डान्स है, पॉप है, आईटम है.
भारत में बुआ है, मौसी है, बहन है. इंडिया में सब के सब कजन है.
भारत में पीपल है, बरगद है, नीम है. इंडिया में वाल पर पूरे सीन है.
भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है. इंडिया में स्वार्थ, नफरत है, दुत्कार है.
भारत में हजारों भाषा हैं, बोली है. इंडिया में एक अंग्रेजी एक बडबोली है.
भारत सीधा है, सहज है, सरल है. इंडिया धूर्त है, चालाक है, कुटिल है.
भारत में संतोष है, सुख है, चैन है. इंडिया बदहवास, दुखी, बेचैन है.
क्योंकि …
भारत को देवों ने, वीरों ने रचाया है. इंडिया को लालची, अंग्रेजों ने बसाया है.
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हम अंधानुकरण कर रहें है इसीलिए हम ये सोचने कि स्थति में है ही नहीं कि हम जो कर रहे है वो अच्छा है या बुरा !!
ReplyDeleteकृपया टिप्पणी में आपने शब्द सत्यापन दे रखा है जिसके कारण टिपण्णी देने में असुविधा होती है अच्छा हो अगर आप इसको हटा दे !!
बहुत सुन्दर व्यक्त किया गया है
ReplyDeleteवास्तव में राज कर रहा है भारत में इंडिया
तभी तो मुश्किल हो गया है
सलामत रहना किसी के माथे की बिंदिया