Monday, May 28, 2012

" वाह नेता जी, !! शादी के लड्डू भी ज्यादा चाहियें आपको "...????

सभी लड्डू प्रेमी मित्रों को मेरा सादर प्रणाम !! जी हाँ , कई लोगों को लड्डू बहुत पसंद होते हैं , शायद इसीलिए ही कहावत बनाने वाले ने लड्डू पर ही कहावत बनायी की," शादी का लड्डू , जो खाए वो भी पछताए जो ना खाए वो भी पछताए !! लेकिन नेताओं को तो ये शादी  वाले लड्डू भी ज्यादा चाहियें और ये एक तरह से है भी न्याय संगत ! क्योंकि कहने को तो भारत में लोक - तंत्र है लेकिन वास्तविकता ये है की चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने आपको किसी रजा या रानी से कम नहीं समझते !! ये आम जनता भी अच्छे तरीके से जानती है !! और राजाओं महाराजाओं की तो जितनी इच्छा होती थी उतनी शादियाँ हो जाती थीं !! मजाल है कोई ऊँगली भी उठा जाए !! बल्कि उस समय में तो शान्ति समझोते भी शादियों से होते थे !! अब आप कहोगे की आज ये क्या मुद्दा ले कर बैठ गए , तो मित्रो !! मैं आपकी उत्सुकता के बीच ज्यादा रुकावट नहीं बनूँगा !! 
                         हुआ यूँ की असम की एक महिला विधायक श्री मति रुमिनाथ ( 32. वर्षीय ) जी ने अपने पहले पति श्री राकेश सिंह जी के जीवित होने के बाव जूद अपना धर्म परिवर्तित करके श्रीमान जैकी जाकिर जी से प्रेम विवाह कर लिया ! जबकि उनकी एक प्यारी सी 2. साल की बच्ची भी है !! उन्होंने उन दोनों बाप बेटी को पिछले 2. वर्षों से छोड़ रख्खा था !! इस पवित्र कार्य में अपनी फेसबुक का भी महत्त्व पूर्ण योगदान है !! क्योंकि उनकी मुलाक़ात फेसबुक पर ही हुई !! 
                       इस पवित्र कार्य को सम्पूर्ण करवाने में वंहा के एक मंत्री सद्दीक अहमद साहेब ने भी अहम् भूमिका निभायी !! अब ये सारा मामला वंहा के मुख्यमंत्री श्री मान तरुण गगोई जी के पास पंहुच गया है !! इतिहास रचने वाली ये विधायिका साहेब फरमाती हैं की ये सब उन्होंने सिर्फ इसलिए जनता से गुप्त रख्खा , क्योंकि उनपर भारी राजनितिक दबाव था ???
                             अंत में मुझे तो भक्त शिरोमणि तुलसीदास जी की चोपाई याद आ रही है की ..." समरथ को नहीं दोष गोसांई ."....!!!!
 तो भाइयो बोला ही पडेगा की जय श्री कृष्णा ......!! क्योंकि प्रेम करना और ज्यादा शादियाँ उन्होंने ही सिखायीं हैं !! दोष दूं तो मैं किसको दूं ....???
            हमेशा की तरह आप इस लेख पर अपने अनमोल विचार मेरे ब्लॉग या ग्रुप पर लिखना ना भूलें ...जिसका नाम है .." 5th pillar corrouption killer " इसे आप अपने फेस - बुक के ज्यादा से ज्यादा मित्रों तक भी अवश्य पंहुचाएं जी !! आज ही लोग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 
             शुक्रिया - करम मेहरबानी !! 
          दोस्तों , जिंदगी हसीं है ! 
               मगर सिर्फ उनके लिए जिन्होंने प्यार किया है  , क्योंकि सिर्फ , प्यार करने वाले ही जानते हैं की 
          आन - बान  और शान से जीना किसे कहते हैं ........?????????????
       थैंक्स सभी मित्रों का ....सहयोग हेतु ...! 


  

No comments:

Post a Comment

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...